भाइयों के लिए बहनें ऑनलाइन बुक कर रहीं राखियां, रुमाल की जगह अच्छे मास्क देने की तैयारी, घर में भी बन रहे रक्षासूत्र
रक्षाबंधन 3 अगस्त का है। रक्षाबंधन पर आवाजाही के केंद्र रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सूने हैं। 30 दिन पहले बुकिंग करने पर भी कंफर्म टिकट नहीं मिल पा रही है। काेराेनाे से रक्षा के लिए इस बार बहनाें ने रक्षासूत्र भी घर पर तैयार कर लिए हैं। रुमाल की जगह मास्क लिए जा रहे हैं। काेरियरऔरपाेस्ट से राखियां पहुंचने का समय तय नहीं है ऐसे में राखियां ऑनलाइन ही बुक की गई हैं। 3 अगस्त काे सावन के आखिरी साेमवार पर रक्षाबंधन मनाई जाएगी। सुरक्षा के साथ रक्षा सूत्र बांधने और बंधवाने के लिए इस रक्षाबंधन पर तकनीक का सहारा लिया जाएगा जिससे संक्रमण और भय के इस माहाैल में खुशियां फीकी ना हाें।
ट्रेनाें में 1 से 3 अगस्त के बीच नहीं मिल रहे कंफर्म टिकट, कोरोना के कारण 90 प्रतिशत रिजर्वेशन घटे
ट्रेनाें में टिकट की बुकिंग करने वाले आशीष चाैधरी ने बताया रेलयातायात शुरु हाेने के बाद पहली बार ट्रेन लंबे समय तक बंद रहीं। अभी भी रेलवे ने चुनिंदा गाड़ियां ही शुरु की हैं। जबलपुर की ओर जाने के लिए केवल जनशताब्दी उपलब्ध है। दिल्ली की ओर जाने वाली 5 ट्रेन ही प्लेटफार्म पर आरही हैं। चुनिंदा ट्रेनाें में भी ट्रेन चलते ही सीट बुक हाे गईं। अब प्लेटफार्म पर केवल कंफर्म टिकट और आरएसी वालाें काे ही प्रवेश मिल रहा है। जनरल टिकट का विकल्प नहीं है। ट्रेनाें के कम स्टाॅपेज के कारण रिजर्वेशन भी कम हैं। 4 से 5 घंटे की दूरी पर जाने के लिए रिजर्वेशन हुए हैं।
माेती, ज्वेलरी और पूजा की माैली से बना रहीं रक्षासूत्र
- मनाेरमा अग्रवाल ने बताया घर में रखे माेती, ज्वेलरी अाैर पूजा की माैली से ही राखियां बनाई हैं। यह सुरक्षित भी हैं अाैर मजबूत भी।
- लावण्या मालपानी ने बताया भाई अाैर मामा जी सिलीगुड़ी, मालदा, चैन्नई अाैर कलकत्ता में हैं। काेरियर सर्विस ने बताया पहुंचने का समय तय नहीं। एेसे में अाॅनलाइन राखी बुक की है। सभी काे मिल जाएगी।
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