अष्टमी पर माता को लगा भोग, दुल्हन से सजे मंदिर, सड़कों पर रतजगा

अष्टमी पर दुर्गा पंडालों और देवी मंदिरों में माता को अठवाईं का भोग लगाया गया। सुबह से ही ग्रामीण अंचल में चहल-पहल रही। विधिविधान से पूजन अर्चन किया गया। मंदिरों व पंडालों को अष्टमी पर दुल्हन की तरह सजाया गया। विद्युत साज-सज्जा ने नगर भी चमक उठे। रात भी लोग सड़कों पर निकलकर माता के दर्शन करते रहे।

यहां लंकेश करता है रावण की पूजा - पाटन नगर में पुराने बस स्टेंड के पास प्रतिवर्ष नवरात्र के अवसर पर एक प्रतिमा विशेष आकर्षण का केन्द्र होती है। यहां लंकापति रावण को भगवान शिव की आराधना करते हुए रखा जाता है। ये पंडाल नगर के मुन्ना नामदेव प्रतिवर्ष सजाते हैं। उन्हें सभी लंकेश नाम से संबोधित भी करते हैं।

रावण पर उनकी श्रद्धा है। इसलिए वे दुकान व घर पर भी रावण की पूजा करते हैं। वे शारदेय नवरात्र पर पंडाल सजाकर रावण का पूजन कर रहे हैं।

सिलौंड़ी: माँ वीरासनी के दरबार में लगा भक्तों का तांता
सिलौंड़ी क्षेत्र में शक्ति पीठ के रूप में प्रसिद्ध माँ वीरासनी मंदिर में शारदेय नवरात्र के अवसर पर भक्तों का तांता लगा हुआ है। शासन की गाइडलाइन के मुताबिक ही भक्तों को माँ के दर्शन व पूजन-अर्चन कराया जा रहा है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला देवी जागरण इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित कर दिया गया है।

गांव के बुजुर्ग बताते हैं हैं कि माँ वीरासनी के दरबार में लगाई गई अर्जी कभी खाली नहीं जाती। इसलिए माँ के दर्शन के लिए दूर-दराज से भक्त प्रतिवर्ष आते हैं। चौकी प्रभारी नासिर हुसैन ने बताया कि प्रशासन की टीम के साथ सतत निगरानी रखी जा रही है, ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न करें। अष्टमी पर विशेष पूजन हुआ।

पाटन: 26 को जलेगा रावण, 27 को करेंगे विसर्जन
रावण दहन 26 अक्टूबर को स्टेडियम ग्राउंड में किया जाएगा। अगले दिन प्रतिमाओं का विसर्जन हिरण नदी के छीपा घाट स्थित विसर्जन कुंड में होगा। उक्ताशाय का निर्णय विश्राम गृह में आयोजित शंाति समिति की बैठक के दौरान लिया गया। विसर्जन के दौरान प्रतिमा के साथ केवल समिति के 10 सदस्य ही रह सकेंगे। किसी भी प्रकार का चल समारोह नहीं निकलेगा।

बैठक में दुर्गा समिति सहित अन्य को कोरोना से बचाव की शपथ दिलवाई गई। इस अवसर पर एसडीएम आशीष पांडे, एसडीओ देवी सिंह ठाकुर, तहसीलदार प्रमोद चतुर्वेदी, थाना प्रभारी आसिफ इकबाल, सीएमओ श्रीकांत पोट्टर, पटवारी देवेश कोरी, राजाराम प्यासी, जगेंद्र आचार्य, जुगल किशोर, बलराम ठाकुर आदि उपस्थित रहे।

माँ बंजारी के दर्शन के लिए सुबह 3 बजे से पहुंच रहे श्रद्धालु- पाटन-मनकेड़ी मार्ग पर स्थित माँ बंाजारी का मंदिर लाखों लोगों के लिए आस्था का केन्द्र है। नवरात्र के अवसर पर भक्त दो किलोमीटर पैदल चलकर सुबह तीन बजे मां के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग प्रतिदिन नवरात्र पर दर्शन लाभ के लिए पहुंच रहे हैं। यहां से गुजरने वाले राहगीर भी मंदिर में जरूर दर्शन करने जाते हैं।

देवी भजनों से गूंज उठी शाम
गाँधीग्राम। सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति साँई मंदिर में देवी गीतों से शाम रंगीन हो गई। रेडिया सिंगर सुनील दाहिया व उनकी टीम से प्रस्तुति सुन दर्शक माँ की भक्ति में डूब गए। चलो बुलाया आया है... माँ शेरावाली...हे जगतारन मैया... जैसे गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।

इस अवसर पर चालक मोहनलाल चौरसिया, पौराणिक कृष्ण शास्त्री, नारायण ठाकुर, अन्नू असाटी, रामचरण चौरसिया, राम सिंह ठाकुर आदि उपस्थित रहे।
जगमगा उठा चारोंधाम मंदिर- नवरात्र के अवसर पर चारों धाम राम जानकी मंदिर की विशेष सजावट की गई है। यहां स्थापित अष्टधातु की 400 साल पुरानी प्रतिमाएं विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी हैं। सुबह से भक्त यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते यहां शासन की गाइडलाइन के मुताबिक इंतजाम मंदिर प्रबंधन ने किए हैं।

साउंड बॉक्स बजाने को लेकर विवाद, लाइट बंद करके की आरती
सिहोरा। आजाद चौक स्थित जय ज्योति दुर्गा उत्सव समिति के पंडाल में उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई जब पुलिस टीम पहुंची। एसडीओपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के साथ पहुंचे पुलिस दल ने सांउंड बॉक्स स्लो बजाने के लिए कहा और एक कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिया। जिसके विरोध में समिति सदस्यों ने पूरी लाइट बंद करके आरती की।

इस संबंध में एसडीओपी का कहना है कि पंडाल में शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा था। शनिवार को भी साउंड बॉक्स स्लो बजाने के लिए कहा गया था। घटना की जानकारी लगते ही एडीशनल एसपी सिवेश सिंह बघेल भी मौकेपर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को शांति बनाए रखने के लिए कहा। उनका कहना है कि समिति सदस्यों ने सारी घटना से पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया है और लिखित शिकायत भी दी जा रही है। इसकी जाँच कराकर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।



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Mother was offered ashes on Ashtami, temple adorned with bride, night in the streets


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