दो पुलिसकर्मी हैं सरगना, इन्हीं के लिए काम करते थे निगमकर्मी; मुख्य आरोपी भोपाल से गिरफ्तार

जहरीली झिंझर शराब (पोटली) से हुई मौतों के तार निगमकर्मियों से होते हुए खाराकुआं थाने की पुलिस तक पहुंच गए हैं। जांच के लिए उज्जैन पहुंची एसआईटी के सामने खुलासा हुआ कि जहरीली शराब बनाने से लेकर बेचने तक के खेल में दो पुलिसकर्मियों की भूमिका है। दोनों से गृह विभाग के सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने पूछताछ भी की है। इन दोनों के खिलाफ पुलिस अब विभागीय कार्रवाई की तैयारी में है और इन पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
एक फोटो भी पुलिस के हाथ लगा है, जिसमें पुलिसकर्मी नकली शराब कांड के आरोपी (नगर निगम के अस्थायी कर्मचारी) सिकंदर के साथ एक बर्थडे पार्टी में नजर आ रहा है।
मुख्य आरोपी किंदर को एसआईटी ने भोपाल से शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। उस पर गुरुवार रात रासुका लगाई थी। दूसरे आरोपी नगर निगम के अस्थाई कमर्चारी गब्बर को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इधर, एसआईटी में शामिल डॉ. राजौरा ने निर्देश दिए कि उज्जैन के अलावा प्रदेश में जहां भी डिनेचर्ड स्प्रिट का ये लॉट पहुंचा है, उसे तुरंत सीज करवाओ, ताकि उज्जैन जैसी घटना की पुनरावृत्ति कहीं और न हो। जहरीली शराब पीने से गुरुवार रात तक 14 मौतें हो चुकी हैं। हालांकि प्रशासन 12 ही मौतें होना बता रहे हैं।
गुरुवार को पुलिस गिरफ्त में आया यूनुस पहले शंकर कहार के पास काम करता था। शंकर भी झिंझर शराब बनाकर बेचता था। यहां से स्प्रिट से शराब बनाना सीखने के बाद यूनुस खाराकुआं थाने के उन दोनों पुलिसकर्मियों से मिला। दोनों पुलिसकर्मियों की अपराधियों से पहचान है। यहीं से प्लान बना कि क्यों न खुद इस तरह की शराब बनाकर बेची जाए। इसी में फिर सिकंदर और गब्बर को मिलाया गया। दोनों पुलिसकर्मियों ने रुपए लगाए। फिर नगर निगम के पुराने भवन के ऊपर शराब बनाने का खेल शुरू हुआ। दोनों पुलिसकर्मियों ने स्प्रिट से शराब बनाने से लेकर मैनेजमेंटट संभालने तक का काम सिकंदर, गब्बर और यूनुस को सौंपा। बेचने का काम पप्पी लंगड़ा, संजू और अन्य करते थे। फिर नगर निगम के पुराने भवन के ऊपर शराब बनाने का खेल शुरू हुआ।
दोनों पुलिसकर्मियों ने स्प्रिट से शराब बनाने से लेकर मैनेजमेंटट संभालने तक का काम सिकंदर, गब्बर और यूनुस को सौंपा। बेचने का काम पप्पी लंगड़ा, संजू और अन्य करते थे। ये पूरी जानकारी एसआईटी के सामने आ चुकी है और मामले में पुलिस ने विभागीय जांंच शुरू कर दी है। संभवत: एक-दो दिन में दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। इधर, मामले में फरार दूसरा आरोपी अब्दुल शकीर उर्फ गब्बर शुक्रवार रात गिरफ्तार हो गया। वहीं नकली शराब कांड में फरार मुख्य आरोपी और नगर निगम से बर्खास्त अस्थायी कर्मचारी सिकंदर को एसआईटी ने भोपाल से शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को गब्बर का मकान तोड़ा जाएगा।
सीएम बोले- मौत के सौदागरों को नेस्तनाबूद किया जाए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को फिर उज्जैन को लेकर अपने निवास पर बैठक ली। कहा है कि नशीली वस्तुओं के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों तथा उक्त अवैध पदार्थों की आपूर्ति और बिक्री पर नजर रखी जाए। ऐसे लोगों की धरपकड़ की जाए। नशे के ऐसे सौदागरों को नेस्तनाबूद किया जाए। उज्जैन की तरह अन्य स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हों तो दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
एसपी बोले- दो पुलिसकर्मियों की भूमिका मिली, कार्रवाई करेंगे
मामले में एसपी मनोज सिंह ने कहा कि जहरीली शराब कांड में दो पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। दोनों की जांच की जा रही है। इसके बाद दोनों पर कार्रवाई की जाएगी।
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