जिले के 1.70 लाख विद्यार्थियों को इस साल नहीं मिली 34 करोड़ रु. की छात्रवृत्ति

सरकारी व निजी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा पहली से 12वीं तक के 1.70 लाख विद्यार्थियों को इस साल शासन की ओर से मिलने वाले छात्रवृत्ति के 34 करोड़ रुपए नहीं मिले। छात्रवृत्ति नहीं मिलने पर 50 से अधिक विद्यार्थियों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत भी की है।
जिसका निराकरण अब तक नहीं हुआ है। यही नहीं, पिछले साल के 1.58 लाख विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति नहीं दी थी। अाई भी तो 10 हजार विद्यार्थी इससे वंचित रह गए। इसका प्रमुख कारण सरकार के पास फंड का अभाव बताया जा रहा है। शासन द्वारा शिक्षा विभाग के माध्यम से हर साल सरकारी व निजी स्कूलों में कक्षा पहली से 12वीं तक पढ़ने वाले एससी, एसटी व अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को 26 प्रकार की छात्रवृत्तियां दी जाती हैं।
इसके लिए जिला शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों के माध्यम से पहले स्कूलों में विद्यार्थियों की मैपिंग कराई जाती है, इसके बाद विद्यार्थियों की प्रोफाइल अपडेशन होता है, फिर छात्रवृत्ति सेंक्शन होने के बाद भोपाल से वन क्लिक पर विद्यार्थियों के खातों में राशि डाली जाती है। यह काम हर साल नवंबर-दिसंबर तक हो जाता है, लेकिन इस साल कोविड-19 के चलते अब तक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का वितरण नहीं हो सका है। जिले में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या करीब 1.70 लाख है।
1 लाख सरकारी, 70 हजार निजी स्कूल के विद्यार्थियों को मिलती है छात्रवृत्ति
शिक्षा विभाग द्वारा हर साल जिले के सरकारी व निजी स्कूलों में कक्षा पहली से 12वीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों की मैपिंग कराई जाती है। इन विद्यार्थियों की संख्या तकरीबन 2.70 लाख होती है, जिनमें से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के 1.70 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाती है। इनमें अजा, अजजा के विद्यार्थियों को 2300 रु. व अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को 1600 रु. सालाना तक मिलते हैं।
50 से अधिक विद्यार्थियों ने की सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत
पिछले साल जिले के स्कूलों में 1.68 लाख विद्यार्थियों की मैपिंग की गई थी, जिसमें से 51 हजार विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिली थी। इस कारण 50 से अधिक विद्यार्थियों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी। लगातार शिकायतों के बाद इस साल दिसंबर में 1.58 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का वितरण किया गया, जबकि 10 हजार विद्यार्थी अब भी वंचित रह गए।
इस साल केवल मैपिंग, छात्रवृत्ति अब तक नहीं मिली
शिक्षा विभाग की छात्रवृत्ति शाखा के मुताबिक इस साल कक्षा पहली से 12वीं तक के 2.57 लाख 241 विद्यार्थियों की मैपिंग हो गई है। इनमें से करीब 1.70 लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिए पात्र हैं, लेकिन अब तक उनके खातों में यह राशि जमा नहीं की गई। विभाग के अनुसार हर साल विद्यार्थियों के खातों में दिसंबर तक छात्रवृत्ति मिल पहुंच जाती थी, इस साल केवल मैपिंग की प्रक्रिया ही हुई है।
कोविड-19 के कारण देरी हुई, जल्द वितरण का प्रयास करेंगे
^इस साल कोविड-19 के चलते विद्यार्थियों की मैपिंग भी देरी से की गई, इसलिए छात्रवृत्ति के वितरण में भी देरी होगी। पिछले साल की छात्रवृत्ति का वितरण इस साल कर दिया गया है।
एस भालेराव, प्रभारी, जिला शिक्षाधिकारी
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