20 साल में पहली बार महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर प्रतिमा पर नहीं हो सका माल्यार्पण

20 सालों में पहला मौका है जब सैलाना बस स्टैंड स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं किया गया। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन के कारण प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। राजपूत समाजजनों ने घरों के आंगन में रंगोली बनाकर दीपक लगाए।

लाना बस स्टैंड पर स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा की स्थापना 2000 में की थी। इसके बाद पहला मौका है जब महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं किया। न्यास अध्यक्ष राजेंद्रसिंह गोयल ने बताया प्रशासन ने विद्युत सज्जा की अनुमति दी, लेकिन माल्यार्पण करने की नहीं। इस कारण यह पहला मौका है जब महाराणा प्रताप जयंती पर माल्यार्पण नहीं किया जा सका है।

प्रतिमा के आस-पास बनाई रंगोली
राजपूत महिला मंडल ने महाराणा प्रताप प्रतिमा के आसपास रंगोली बनाकर शिलालेख पर माल्यापर्ण किया। मंडल अध्यक्ष राजेश्वरी राठौर, सचिव कविता देवड़ा, मंजुला गेहलोत, गायत्री चौहान, श्रुति चौहान सहित अन्य मौजूद थी।
52 यूनिट रक्तदान किया
श्री महाराणा प्रताप जन्मोत्सव समिति ने रक्तदान शिविर का आयोजन मानव सेवा समिति पर किया। 52 यूनिट रक्तदान किया। सात दिन तक रक्तदान किया जाएगा। नरेंद्रसिंह चौहान ने बताया मानव सेवा समिति में महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर रक्तदान शिविर की शुरुआत की।

गोसेवा की : श्री चारभुजा नाथ मंदिर राजपूत समाज ने महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण किया। ट्रस्ट अध्यक्ष विजयसिंह हरोड़, नवयुवक मंडल अध्यक्ष भारतसिंह सिसोदिया, भगवानसिंह राठौड़, राजेशसिंह चौहान, मौजूद थे। वहीं गोपालसिंह मित्र मंडल ने गोपाल गोशाला में पहुंचकर गायों को घास खिलाकर कोरोना से लड़ रहे योद्धाओं के लिए तालिया बजाई। गोपालसिंह गेहलोत, कन्हैयालाल डगवार, रणजीतसिंह राठौर सहित अन्य मौजूद थे।

प्रताप एक समाज के नहीं पूरे हिंदू समाज के राजा थे
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती पर सोमवार को राजपूत बोर्डिंग में उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूतबोर्डिग के सचिव जीजी सिंह आम्बा ने कहा कि महाराणा किसी एक समाज के नही अपितु पूरे हिंदू समाज के राजा थे। उन्होंने पूरा जीवन हिंदू व हिंदुस्तान के लिए समर्पित कर दिया। क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्रसिंह बागेड़ी ने कहा कि प्रताप सालों जंगलों में भटकते रहे और अंत में मारवाड़ को फिर अपने अधीन किया। महासभा के जीपी सिंह, महेंद्रपाल सिंह झुमकी,नरेंद्रसिंह गोंदीशंकर मौजूद थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर नहीं किया गया माल्यार्पण


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3bX0gsA

Share this

0 Comment to "20 साल में पहली बार महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर प्रतिमा पर नहीं हो सका माल्यार्पण"

Post a Comment