कोरोना ड्यूटी में लगे स्वास्थ्य विभाग के 5 हजार कर्मचारियों को दो महीने से नहीं मिला वेतन

कोरोना ड्यूटी में लगे स्वास्थ्य विभाग के पांच हजार कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। यह बात इंदौर के सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से राज्य सरकार को लिखे पत्र से सामने आई है। दरअसल, जिन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है उनमें स्टाफ नर्स और अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत रेग्युलर कर्मचारी हैं जो रात दिन कोरोना ड्यूटी में लगे हुए हैं। इन्हें अप्रेल और मई के महीने का वेतन नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का वेतन अटकने का मामला वित्तीय संकट की वजह से नहीं हुआ है बल्कि तकनीकी खामी की वजह से हुआ। इसमें जिस स्कीम के तहत ये कर्मचारी कार्यरत हैं उस मद में बजट आवंटन ही नहीं किया गया।
ऐसे हुई गफलत
वित्तीय वर्ष 2020-21 में माह अप्रेल के पहले सप्ताह में जिस स्कीम के तहत ये पांच हजार कर्मचारी कार्यरत हैं, उन्हें स्कीम कोड के अंतर्गत प्राप्त आवंटन से सिर्फ माह मार्च का ही वेतन दिया गया। जिस मद में इन्हे वेतन दिया जाना था वह समाप्त कर दिया गया है। इस वजह से उन्हे वेतन नहीं मिल पा रहा है। इस बारे में अतिरिक्त संचालक वित्त स्वास्थ्य सेवाएं राकेश खरे का कहना है कि एक मद में ज्यादा और दूसरे मद में कम राशि होने से कर्मचारियों की वेतन संबंधी समस्या आ रही थी। इंदौर के सिविल सर्जन से प्राप्त पत्र के बाद इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है। अब इन कर्मचारियों को नियमित उनका वेतन मिलने लगेगा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2ZwcrKe
0 Comment to "कोरोना ड्यूटी में लगे स्वास्थ्य विभाग के 5 हजार कर्मचारियों को दो महीने से नहीं मिला वेतन"
Post a Comment