मालगाड़ी से 70 बोरी चावल चोरी की सूचना इंस्पेक्टर को देना आरक्षक को पड़ा भारी, पहले अफसराें ने चुप करा दिया, जब मामला खुला ताे उसी आरक्षक काे सस्पेंड कर दिया

सांक रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से चावल की 60-70 बोरियां चोरी होने के मामले में ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ आरक्षक को इसकी सूचना इंस्पेक्टर को देना भारी पड़ गया। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर ने आरक्षक से कहा-चुप रहना, नहीं तो नौकरी चली जाएगी और रोजनामचे में खैरियत डाल दी। लेकिन जब मामला उजागर हुआ तो ड्यूटी पर तैनात उसी आरक्षक पर दोष मढ़ दिया। आरक्षक का कहना है कि मैंने साहब को मौके पर बुलाया, वे आए भी। लेकिन मेरा काम आला अफसरों को सूचना देना है, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया तो मैं क्या करूं।
आरक्षक ने बताया कि 18-19 मार्च की रात मेरी ड्यूटी सांक स्टेशन पर थी। यहां खड़ी मालगाड़ी की मैने चेकिंग की तो उसका एक गेट का लॉक टूटा था और नीचे कुछ बोरी चावल की पड़ी थीं। मैंने तत्काल आरपीएफ इंस्पेक्टर निरंजन सिंह को 12 बजकर 42 मिनट पर सूचना दी। रात 1 बजकर 30 मिनट पर आरपीएफ निरीक्षक स्टाफ के साथ सरकारी वाहन से पहुंचे। मौका मुआयना करने के बाद बोले कि सब ठीक है। इसके बाद मालगाड़ी रवाना हो गई। लेकिन सुबह स्टेशन पर पदस्थ कर्मचारी ने सूचना कि खेतों में चावल की 60-70 बोरियां पड़ी हुई हैं। मामला खुलते ही ड्यूटी पर तैनात आरक्षक वृंदावन सिंह राठौर को निलंबित कर दिया।

टोला प्लाजा से गुजरा-निरीक्षक का वाहन, मोबाइल लोकेशन भी सांक की
इसमें गंभीर बात यह है कि निरीक्षक निरंजन सिंह ने आला अफसरों को दिए बयान में कहा है कि आरोपी आरक्षक वृंदावन सिंह ने कोई सूचना नहीं दी। जबकि निलंबित आरक्षक ने इस मामले में 18-19 मार्च की रात 1 बजकर 36 मिनट के समय टोल प्लाजा से आरपीएफ की सरकारी जीप गुजरने का फुटेज व उसी वक्त की उनकी मोबाइल लोकेशन के साक्ष्य सांक स्टेशन के ईदगिर्द दिखाए हैं। जब उनकी गाड़ी टोल प्लाजा से सांक की तरफ गई और मोबाइल लोकेशन वहीं हे तो फिर वह झूठ क्यों बोल रहे हैं।

हमारे पास वीडियो फुटेज-मोबाइल लोकेशन के साक्ष्य हैं
18-19 मार्च की रात सांक स्टेशन से मालगाड़ी से चावल चोरी होने के बाद मैने इंस्पेक्टर साहब को सूचना दी। वे मौके पर आए लेकिन उन्होंने चोरी की रिपोर्ट न लिखते हुए आला अफसरों से कहा कि वे खुद उस वक्त धोलपुर एंड की ओर थे। जबकि मेरे पास टोल प्लाजा से गुजरी उनकी सरकारी जीप व मोबाइल लोकेशन के साक्ष्य हैं। वे खुद मौके पर थे। चोरी की रिपोर्ट तो उनहें ही दर्ज करनी चाहिए थी।
वृंदावन सिंह, निलंबित आरपीएफ आरक्षक

आरक्षक झूठ बोल रहा है, जांच चल रही है
मालगाड़ी से चावल चोरी मामले में आरक्षक निलंबित है और उसके खिलाफ जांच चल रही है। घटना के वक्त मौके पर पहुंचने के संबंध में उनका कहना था कि आरक्षक जो भी बात कर रहा है, वह मुझे बदनाम करने के लिए बोल रहा है।
निरंजन सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ, मुरैना



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