बसें न चलने से सवारियाँ परेशान, ऑपरेटर्स टैक्स माफी की जिद पर अड़े, यात्री लगा रहे आईएसबीटी के चक्कर

रोजाना सैकड़ों सवारियाँ आईएसबीटी के चक्कर लगा रही हैं और बसें न चलने से मायूस होकर वापस लौट रही हैं। शासन के आदेश के बावजूद बस ऑपरेटर्स बसें चलाने राजी नहीं हैं। ऑपरेटर्स ने लॉकडाउन अवधि का टैक्स माफ करने सहित अपनी 9 सूत्रीय माँगें शासन के समक्ष रखी हैं जब तक वे माँगें पूरी नहीं होंगी, तब तक ऑपरेटरर्स बसें नहीं चलाएँगे।
इस संबंध में बस ऑपरेटर्स ऐसोसिएशन के अध्यक्ष पिंटू तिवारी का कहना है कि शासन ने 50 प्रतिशत सवारियों के साथ बसें चलाने का आदेश जारी किया है। ऐसा करने पर बसों का खर्च निकालना भी मुश्किल होगा। इधर शासन बसों का टैक्स भी माफ नहीं कर रही है। जबकि दूसरे राज्यों की सरकारों ने लॉकडाउन पीरियड में बसों का टैक्स माफ कर दिया है। बसों का संचालन 21 मार्च से बंद है। बस ऑपरेटर्स को वैसे भी बहुत नुकसान हो रहा है।
8 से 10 हजार जेब से खर्च करने होंगे| बस ऑपरेटर्स की मानें तो 50 प्रतिशत सवारियों के साथ बसें चलाकर वे और अधिक नुकसान नहीं उठाना चाहते, इससे तो अच्छा है कि गाड़ियाँ खड़ी रहें। क्योंकि शासन के आदेशानुसार बसें चलाने से उन्हें रोज 8 से 10 हजार रुपए अपनी जेबों से खर्च करने पड़ेंगे। इधर शासन बस ऑपरेटर्स पर लॉकडाउन पीरियड का टैक्स जमा करने भी दबाव बना रही है। यह ज्यादती ऑपरेटर्स सहने तैयार नहीं हैं।
ये हैं बस ऑपरेटर्स की मुख्य माँगें
} लॉकडाउन अवधि का टैक्स माफ किया जाए, स्थिति सामान्य न हो जाए टैक्स न लिया जाए।
} शेष 50 प्रतिशत सवारियों का अनुदान दे सरकार, ड्राइवर-कंडक्टर को 5 हजार रुपए प्रतिमाह की सहायता दी जाए।
} केन्द्र सरकार के आर्थिक पैकेज का लाभ बस ऑपरेटर्स को भी मिले।
} फाइनेंस बसों को ब्याज मुक्त किया जाए, प्रत्येक मार्ग पर परमिट संख्या निर्धारित हो।
} परमिट नवीनीकरण की शर्तों को स्थिति सामान्य होने तक शून्य किया जाए, लॉकडाउन में बसों की बीमा अवधि को बढ़ाया जाए।पी-2
मेट्रो बसों को कम मिलीं सवारियाँ | शासन की गाइडलाइन के मुताबिक 20 मेट्रो बसों का संचालन सोमवार से शुरू हुआ। लॉकडाउन में छूट की अवधि में पहले दिन चलीं मेट्रो बसों को कम सवारियाँ मिलीं। जेसीटीएसएल को उम्मीद है कि लोगों को मेट्रो बसों के संचालन की जानकारी मिलते ही पर्याप्त सवारियाँ मिलने लगेंगी। मेट्रो बसों को चलाने से पहले पूरी तरह सेनिटाइज किया गया। ड्राइवर-कंडक्टर्स को बार-बार हैण्ड सेनिटाइज करने सहित ग्लव्ज, फेस मास्क लगाने की हिदायतें दी गई हैं। बसों का संचालन 50 प्रतिशत सवारियों के साथ ही करने के निर्देश दिए गए हैं। पहले दिन बसें मदर टेरेसा से रांझी, रेलवे स्टेशन से पनागर, दमोहनाका, मेडिकल व रादुविवि मार्गों पर चलीं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3h9xWXS
0 Comment to "बसें न चलने से सवारियाँ परेशान, ऑपरेटर्स टैक्स माफी की जिद पर अड़े, यात्री लगा रहे आईएसबीटी के चक्कर"
Post a Comment