धार्मिक स्थल व गांव में जाने के मार्ग पर कीचड़, वाहन निकालना भी मुश्किल
ग्राम से बारहद्वारी मंदिर व महेश्वर ढापला मार्ग ड़ेढ किमी की दूरी पर है। मां अहिल्या बाई होलकर ने राममंदिर व पूर्वमुखी संकटमोचन हनुमान मंदिर का निर्माण कराया था। यहीं पर एक तालाब भी बना है। इसमें पूरे वर्ष पानी रहता है। इन पवित्र स्थानों पर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है लेकिन इस धार्मिक व प्राकृतिक सौंदर्य के स्थान का पहुंच मार्ग खराब स्थिति में हैं। रास्ते में कीचड़ व पानी भरा रहता है। इसी रास्ते पर बस्ती भी है।
रहवासी रामचंद्र कुशवाह, गोविंद चौहान व गोपाल कुशवाह ने बताया रास्ते पर जल निकासी नहीं होने व बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण जलभराव हो जाता है। इससे कीचड़ हो जाता है। उसमें मच्छर पनपते हैं। इस कारण बीमारी फैलने का डर रहता है। इसी रास्ते से करीब 200 से अधिक किसान अपने खेत खलियान में जाते हैं। खेतों से अपनी उपज लेकर आते हैं। मार्ग की स्थिति इतनी ज्यादा खराब है। बाइक सवारों व पैदल चलने वाले लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। सरपंच सीमा नरेंद्र सोलंकी व सचिव त्रिलोकचंद पाटीदार ने बताया 1 किमी की पक्की सड़क के लिए प्रस्ताव जनपद पंचायत महेश्वर को भेजा गया है। जल्द ही संपर्क कर समस्या का समाधन करने का प्रयास किया जाएगा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/30mCfZc
0 Comment to "धार्मिक स्थल व गांव में जाने के मार्ग पर कीचड़, वाहन निकालना भी मुश्किल"
Post a Comment