कोरोना में गरबों पर रोक का असर, फूलों का कारोबार 50 % घटा
कोरोना के कारण गरबे नहीं हो रहे हैं। सबसे ज्यादा असर फूलों के कारोबार पर हुआ है और 50 फीसदी ही कारोबार हो रहा है। फूलों की खपत 10 से 15 टन के आसपास रह गई है। दीपावली से उम्मीद है ताकि कारोबार चल सके।
पिछले साल नवरात्रि में 15 टन से ज्यादा माल रोज गुजरात के शहर राजकोट, दाहोद, सूरत सहित अन्य शहरों में जा रहा था। पिछले साल भेजे जाने वाले फूल में से आधे से ज्यादा फूलों की खपत गरबा पंडालों में थी लेकिन इस बार गरबे नहीं हो रहे हैं। गरबे नहीं होने से डिमांड ही नहीं आ रही है। इससे कारोबार पर असर हो रहा है। व्यापारी दीपावली से उम्मीद लगाए बैठे हैं ।
फूलों की आवक 15 टन, बाहर भेज रहे हैं 10 टन माल
- हरमाला रोड स्थित महात्मा ज्योति बा फूले फूल मंडी में रोजाना 15 टन फूलों की आवक है। शहर के आसपास के गांवों से फूल बिकने आ रहे हैं।
- 15 टन में से 10 टन माल बाहर जा रहा है। शेष फूलों की खपत रतलाम शहर एवं आसपास हो रही है।
- पिछले साल नवरात्रि में डिमांड अच्छी होने से 30 टन फूलों की आवक थी। वहीं 15 टन माल बाहर जा रहा था लेकिन इस बार आधी ही डिमांड है।
इस भाव बिक रहे हैं फूल
- पीला गेंदा 30 रुपए
- लाल कलकत्ती 35 रुपए
- पीला कलकत्ती40 रुपए
- गुलाब80 से 100 रुपए
(नोट- भाव फूल कारोबारियों के मुताबिक हैं और प्रतिकिलो में है)
मांग नहीं होने से भाव कम
फूल मंडी के व्यापारी तेजपाल रेड़ा, गोविंद माली, विजय चौहान, हिमांशु मेहता सहित अन्य फूल कारोबारियों ने बताया मंडी में फूल की आवक कम है। मंदिर में श्रद्धालु कम आने और गरबे नहीं होने से गुजरात से फूलों की डिमांड आधे से भी कम आ रही है। इससे पिछले साल की तुलना में इस बार आधा ही कारोबार हो रहा है। पहली बार ऐसा हुआ है जब नवरात्रि जैसा बड़ा त्योहार होने के बाद भी डिमांड नहीं है। अब दीपावली से उम्मीद है।
3500 हेक्टेयर में फूलों की खेती : जिले में 3,500 हेक्टेयर में फूलों की खेती हो रही है। इसमें से आधे से ज्यादा गेंदे के फूलों का उत्पादन हो रहा है। पिछले साल 4 हजार हेक्टेयर में फूलों की खेती हुई थी। सबसे ज्यादा खेती सिमलावदा, रूपाखेड़ा सहित अन्य गांवों में हो रही है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/35mzmt2
0 Comment to "कोरोना में गरबों पर रोक का असर, फूलों का कारोबार 50 % घटा"
Post a Comment