पटरी किनारे नहीं सुरक्षा के इंतजाम, एक साल में चार तेंदुए की ट्रेन से टकराकर मौत

रातापानी अभयारण्य से निकली रेल लाइन पर वन्य प्राणियाें की लगातार माैत हाे रही है। शुक्रवार-शनिवार की रात करीब 12 बजे भी बरखेड़ा के पास एक ढाई साल के नर तेंदुए की ट्रेन से टकराकर माैत हाे गई।
रेलवे ट्रैक पर बुदनी मिडघाट और बरखेड़ा के बीच एक साल में करीब 4 तेंदुए की माैत ट्रेन से टकराकर हुई, क्याेंकि पटरी किनारे वन्यप्राणियाें के लिए सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। इस बार शावक तेंदुए के कटने की घटना बरखेड़ा में कंपार्टमेंट आरएफ 951 के पास हुई है। रेल कर्मियाें ने जब मृत तेंदुए काे देखा ताे वन विभाग की टीम काे सूचना दी। रातापानी अभ्यारण क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने तेंदुए के पीए के बाद शव का अंतिम संस्कार किया।
रातापानी अभयारण्य के अधीक्षक प्रदीप त्रिपाठी ने बताया नर तेंदुए की मौत ट्रेन से टकराने से हुई है। उसकी उम्र करीब ढाई साल है। पूरे शरीर में कटने के निशान नहीं हैं। रेलवे ट्रैक पर बुदनी मिड घाट और बरखेड़ा के बीच तेंदुए की मौत का यह चौथा मामला है। एक साल में 4 तेंदु ए की मौत ट्रेन हादसे में हुई है। लगातार हो रही घटनाओं को लेकर अब वन विभाग और रेलवे ने सुरक्षा के लिए प्लान तैयार किया है। इसके तहत काम होगा।
चार स्थानाें पर ब्रिज और जाली लगाने का स्थान तय
वन्य प्राणियाें सुरक्षा व ट्रैक से बचाने के लिए वन विभाग ने रेलवे काे चार स्थान चिन्हित कर दिए हैं। जहां पर पहाड़ी क्षेत्र में ब्रिज बनाए जाएंगे और वन्य प्राणी रेलवे ट्रैक पर नहीं आए इसके लिए दाेनाें ओर जाली लगाई जाएगी। ताकि जानवर ट्रैक पर व उसके उपर नहीं आएं। रातापानी अभ्यरण के अधीक्षक प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि वन्य प्राणियाें की सुरक्षा के लिए रेलवे चार स्थानाें पर पहाड़ाें से जानवराें काे निकलने के लिए ब्रिज बनाने और ट्रैक के दाेनाें ओर जाली लगाने का काम करेगी।
वन विभाग ने कहा-रेलवे काे ये शर्त करनी है पूरी
रेलवे लाइन के पास जीवन रक्षा के लिए दाेनाें ओर जाली की दीवार बनाना, वन्य प्राणियाें के जंगल में आवाजाही के मार्ग काे सुचारु रखने के लिए ब्रिज बनाना,जंगल में उन्हें पीने का पानी मिल सके, जिसके लिए प्राकृतिक तरीके बनाएं तलाब बनाने की शर्त पूरी करनी पड़ती है। सीनियर सेक्शन इंजीनिर एके उपाध्याय ने बताया कि 4 ब्रिज, 4 तलाब, 4 से 5 स्थानाें पर आरवीएनएल जाली लगाने का काम करेगी। यह प्लानिंग हाे चुकी है।
मिडघाट सेक्शन में एक साल में ये घटनाएं हुईं
- 6 सितंबर 2020 काे अप ट्रैक पर मिडघाट पर चाैका के पास ढाई साल के तेंदुए की ट्रेन की चपेट में आने से माैत हाे गई।
- 27 नवंबर 2020 काे मिटघाट पर 8 महीने के तेंदुए की माैत ट्रेन की चपेट में आने से हाे गई थी।
- 2 जनवरी 2021 काे बरखेड़ा के पास कंपार्टमेंट आरएफ 951 के पास दाे से ढाई साल के तेंदुए की माैत ट्रेन से टकराने से हुई।
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