राशन दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग, बैंक में भीड़; डर ऐसा कि छूट में भी नहीं खुली कई दुकानें

नगरीय सीमा के 29 गांवों में चौथे लॉकडाउन में छूट मिलते ही बैंक और राशन की दुकानों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। कहीं बैंक और दुकानों पर भीड़ दिखी तो कहीं इक्का-दुक्का लोग थे। नियम, शर्तों के आधार पर मिली छूट की जानकारी लेने भास्कर संवाददाता अपने फोटो जर्नलिस्ट साथियों के साथ सोमवार को गांवों में पहुंचे।

निपानिया : पहचान पत्र देखकर ही राशन दिया गया
निपानिया स्थित राशन की दुकान पर उचित दूरी पर कतार बनाकर मास्क लगाए ग्रामीण खड़े थे। यहां राशन दुकान पर घर के हर सदस्य के हिसाब से पांच किलो चावल और एक किलो दाल मिल रही थी। आईडी देखकर राशन दिया जा रहा था। लोग बोले छूट मिलने से वे घरों से बाहर निकल पा रहे हैं।
तलावली चांदा : मोबाइल शॉप पर बिगड़ा सोशल नेटवर्क
तलावली चांदा में एक मोबाइल दुकान पर काफी भीड़ थी। रिपेयरिंग और पार्ट्स खरीदने वाले लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े थे। युवक राजेश यादव ने बताया महीनेभर से मोबाइल खराब था। बहुत परेशानी हुई। इसलिए सुधरवाने सबसे पहले पहुंचा। आगे नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक में भीड़ कम थी, इसलिए व्यवस्था ठीक मिली।
लसूड़िया मोरी : बाहर हाथ सैनिटाइज करवा रहा था गार्ड
लसूड़िया मोरी स्थित बैंक ऑफ इलाहाबाद पहुंचे। वहां लंबी कतार थी। कई लोग बोले- ऑनलाइन फ्रॉड के कारण या अनपढ़ होने के कारण उन्होंने कभी एटीएम नहीं बनवाया। अब दो महीने बाद बैंक खुली तो आए हैं। यहां तैनात गार्ड ने सभी को निशान पर खड़ा किया और अंदर जाने वाले ग्राहक के हाथ सैनिटाइज करवा रहा था।
कनाड़िया : बैंक के बाहर तक लोग चिपककर खड़े थे
पीपल्याकुमार, झलारिया होते हुए कनाड़िया गांव पहुंचे। यहां भी इलाहाबाद बैंक थी। यहां ग्रामीणों की भीड़ ने बैंक को बाहर से घेर रखा था। महिला कमला देवी ने कहा पैसे नहीं थे। निकालना जरूरी था। अंदर गार्ड था, लेकिन बाहर लोग एक-दूसरे के करीब बैठे व खड़े थे। कई ने तो मास्क भी नहीं पहना था।
बरदरी कांकड़ : डरते-डरते खोली किराना की दुकान
बरदरी कांकड़ में सब्जी और किराना दुकान संचालक अनिल सिंह ने बताया दुकान तो खोल रहा हूं, लेकिन डर है कि कहीं पुलिस न आ जाए। भौंरासला गांव के जय सती मां किराना स्टोर संचालक नितिन चौहान ने बताया गांव में किराना तो छोड़ो दूध की दुकान भी नहीं खुल रही है।
बरदरी गांव : सोशल डिस्टेंस के लिए जमाकर रखे ड्रम
बरदरी गांव के बालाजी किराना स्टोर्स संचालक राजेंद्र यादव ने दुकान के सामने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोले बनाए और ग्राहकों का इंतजार करने लगे। रेवती गांव के अर्जुन किराना व दूध दुकान संचालक अम्बाराम मालवीय ने बताया एक बार पुलिस उठक-बैठक लगवा चुकी है, तब से दुकान नहीं खोली।
बड़ा बांगड़दा : इलेक्ट्रॉनिक दुकान, मेडिकल ही खुले
बड़ा बांगड़दा में कुछ बर्तन दुकान और मेडिकल खुले। किराना दुकान संचालक दशरथ सोलंकी ने सुबह से ही दुकान खोल रखी थी। उनसे कलेक्टर के निर्देश के बारे में पूछा तो तत्काल दुकान का शटर गिरा दिया। छोटा बांगड़दा मुख्य रोड के साथ ही गलियों में भी कोई दुकान खुली नहीं दिखी। यहां भी मेडिकल दुकान ही खुली मिली।
टिगरिया राव : साफ-सफाई के लिए खोली बर्तन दुकान
स्नेह बर्तन बाजार के जितेंद्र सावनेर ने बताया दुकान की सफाई करने के लिए खोला तो दो-तीन ग्राहक आ गए। कुम्हेड़ी के संतोष किराना और आटा चक्की संचालक संतोष जैसवाल ने बताया कि किराना दुकान से बेचने के लिए सामान ही नहीं बचा तो दुकान खोलकर क्या करें। सामान लेने पुलिस शहर जाने नहीं दे रही।
भानगढ़ : दुकान तो खुली, पर होम डिलीवरी ही करेंगे
भानगढ़ के किराना दुकान संचालक सुनील जैन ने बताया कि अभी तक हम पूरे क्षेत्र के लाेगों को किराना सामान की होम डिलीवरी कर रहे थे। इसके लिए शासन से अनुमति ली थी। अब दुकान से भी किराना दे सकेंगे, लेकिन लोग घरों से नहीं निकलना चाह रहे हैं तो उन्हें अब भी घरों तक ही राशन पहुंचा रहे हैं। उन्होंने बताया यहां लोग लॉकडाउन का सख्ती से पालन कर रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इंदौर : बिचौली मर्दाना में राशन दुकान के सामने मैदान में गोल निशान थे। इसमें लोगों ने पत्थर से दबाकर बोरियां रख दी थीं। लोग पेड़ों की छांव में बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। जिसका नंबर आता वो राशन लेकर घर निकल जाता।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3cIJDlv

Share this

Artikel Terkait

0 Comment to "राशन दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग, बैंक में भीड़; डर ऐसा कि छूट में भी नहीं खुली कई दुकानें"

Post a Comment