सड़कों के किनारे पंगत, जायके में अपनेपन की मिठास, जमीन पर टाट-पट्टी पर कतारबद्ध होकर बैठे लोग

जमीन पर टाट-पट्टी पर कतारबद्ध होकर बैठे लोग, सामने रखी पत्तल में भोजन परोसते नौजवान और गपशप के बीच जायके का दौर...। ऐसे दृश्य पहले गांवों में बारातों व जेवनार यानी पंगत में ही देखने को मिलते थे। कोरोना की त्रासदी के बीच अब फिर इस तरह के नजारे देखने को मिल रहे हैं। फर्क इतना है कि ये दृश्य पीडि़त मानवता की सेवा से जुड़े हुए हैं। कुछ सेवाभावी जन हाइवे के किनारे पंडाल लगाकर राहगीरों व मजदूरों को वैसे ही बैठालकर भोजन करा रहे हैं, जैसे कभी सामाजिक पंगतों में कराया जाता था। ये नजारे लोगों को न केवल द्रवित कर रहे हैं, इसमें समाया अपनापन थके-मांदे श्रमिकों के दर्द को भी काफूर कर रहा है।
घूम-घूमकर पिला रहे चाय
श्री असाटी ने बताया कि हाइवे से आने-जाने वालों को भोजन कराने का क्रम पिछले करीब 35 दिन से चल रहा था। अब मदद के लिए काफी लोग आगे आ गए हैं, इसलिए चाय व टोस्ट के लिए चलित सेवा प्रारंभ कर रहे हैं। इसके तहत हाईवे से गुजरने वालों को घूम-घूमकर चाय व टोस्ट, बिस्किट आदि वितरित किए जा रहे हैं। रामकुमार ने बताया कि धनगवां निवासी अब तक करीब 28 हजार मॉस्क व अन्य सामग्री के साथ सिहोरा, मझौली, पाटन व कटंगी में पीपीई किट भी बांट चुके हैं।
धनगवां: हॉल में बैठाकर परोस रहे खाना
सिहोरा के आगे धनगवां के समीप एक ढाबे पर तने पंडाल में बाहर से आए ट्रकों व अन्य वाहनों का जमघट लग रहा है। समाजसेवी विनय असाटी व उनके साथी युवाओं की टीम इन ट्रकों और वाहनो को पूरे सम्मान और अपने पन के साथ रोक रही है। मजदूरों के अलावा अन्य वाहनों पर सवार होकर आ रहे सामान्य लोगों को भी बकायदा उनके हाथ-पैर धुलवाकर पंगत में बैठाला जा रहा है। यह ढाबा तो बंद है, लेकिन उसके हाल और पंडाल के नीचे सैकड़ों लोग नि:शुल्क भोजन कर रहे हैं। आशा रसोई के नाम से श्री असाटी के साथ सेवाएं दे रहे रामकुमार कुमार पटेल, मुकेश बर्मन, मोंटी सेन आदिने बताया कि लोगों को हर दिन अलग डिश परोसी जाती है। तेल वाली चीजों से हटकर उन्हें दाल, चावल व रोटी-सब्जी के साथ सलाद आदि भी परोसा जा रहा है। खाना तैयार करने में श्री असाटी के परिवार के साथ पूरी एक टीम लगी हुई है।
भेड़ाघाट: आने-जाने वालों को बैठाकर खिला रहे खाना
भेड़ाघाट बायपास पर समाजसेवी और जनप्रतिनिधि मिलकर पिछले 54 दिनों से राहगीरों और श्रमिकों को भोजन करा रहे हैं। भाजपा ग्रामीण के पूर्व अध्यक्ष शिव पटेल ने बताया कि पाटन विधायक अजय विश्नोई और प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गोंटिया के निर्देश में यह सेवा कार्य चल रहा है। बायपास से गुजरने वाले सभी मजदूरों को पंगत में बैठाकर भरपेट भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्हें गर्मी में राहत मिले इसलिए खाने के साथ छाछ की व्यवस्था भी की गई है। अभी तक 12 हजार से अधिक स्थानीय और बाहर से आए मजदूरों को भोजन कराया गया है। इस सेवा कार्य में भरत, रविशंकर, पार्षद राजकुमार पटेल, अरविंद पटेल, राकेश पटेल, खरगराम पटेल, प्रमोद पटेल, प्रवीण पटेल, भूरा पटेल, आशीष तिवारी, अनिल बडकुल आदि अपना सहयोग दे रहे हैं।
पनागर: भोजन देने के साथ करा रहे स्वास्थ्य परीक्षण
भड़पुरा मंदिर पनागर के पास हाईवे पर समाजसेवी न केवल वहां से गुजरने वाले श्रमिकों को भोजन करा रहे हैं, बल्कि नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। अभी तक 1912 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। वहीं निर्धन लोगों को दवाई भी मुफ्त मुहैया कराई जा रही है। गर्मी को ध्यान में रखते हुए सोमवार को फल का वितरण भी भोजन के साथ किया गया। वहीं छोटे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था भी की गई है। भारत सिंह यादव, रामनिवास गौतम, मेम्बर पटेल, चंद्रिका दुबे, पप्पू राय, संतोष सैनी, अजित जैन, शालिमराम बिलौहा आदि इसमें अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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