अब सड़ गया गरीबों का गेहूं

शाजापुर की सुजालपुर समिति का 300 क्विंटल गेहूं बारिश में भीगकर अंकुरित हो गया, परिवहनकर्ता गीले गेहूं को ही भंडारण के लिए खंडवा भी ले आया। यहां गोदाम मालिक ने आपत्ति ली और अधिकारियों को बुलाया। अफसरों ने बारिश में खराब हो चुके गेहूं का पंचनामा बनाया और उसके भंडारण से इंकार कर वापस लौटा दिया। यह गेहूं सोमवार को पंधाना रोड पर ग्राम बावड़िया काजी के पास शिवम वेयर हाउस में शाजापुर जिले के ग्राम सुजालपुर की अकोदिया सेवा सहकारी समिति का दो वाहनों में भंडारण के लिए लाया गया था। इसमें से बदबू आ रही थी।

चमकविहिन लौटा देते हैं, गेहूं भंडारण के लिए कैसे आ गया
भाकिसं के जिला संयोजक सुभाष पटेल ने बताया कि खरीदी के दौरान तो किसानों का चमक विहिन गेहूं बताकर लौटा दिया गया। अब 300 क्विंटल गेहूं जो बारिश में भीगकर अंकुरित हो गया वह भंडारण के लिए कैसे आ गया। इसके लिए जिम्मेदार कौन है। जो भी जिम्मेदार है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

जिले में भंडारित हो रहा 4 जिलों का एक लाख मीट्रिक टन गेहूं
जिले में इंदौर, धार, उज्जैन व शाजापुर जिले का करीब एक लाख मीट्रिक टन गेहूं भंडारित हो रहा है। जिसमें 35 हजार मीट्रिक टन शाजापुर, 34 हजार मीट्रिक टन इंदौर व धार व उज्जैन जिले का 30 हजार मीट्रिक टन शामिल है। जिले में अभी तक धार व शाजापुर का 20 हजार मीट्रिक टन का भंडारण हो चुका है।

पंचनामा बनाकर ‌वापस लौटाया अंकुरित गेहूं

खंडवा स्थित वेयर हाउस में शाजापुर का गेहूं भंडारित हो रहा था, उसमें कुछ गेहूं नान एफएक्यू था। मप्र वेयर हाउस कार्पोरेशन द्वारा पंचनामा बनाकर उसे वापस लौटाया गया है।
-अमित तिवारी, जिला विपणन अधिकारी



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Now the wheat of the poor rot


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