सोना वापस लेने आए ग्राहकों को एक माह तक टालता रहा बैंक प्रबंधन, दबाव बनाया तो साेना गायब हाेने का केस दर्ज कराया

शहर की स्टेशन रोड स्थित एसबीआई की शाखा से ग्राहकों का गिरवी रखा 15 किलो सोना गायब होने के मामले में नए तथ्य सामने आए हैं। बैंक से सोना 26 मार्च से 10 जून के बीच गायब हुआ है।
बैंक सूत्राें के मुताबिक जिन ग्राहकाें ने गाेल्ड लाेन लेकर बैंक में अपना साेना गिरवी रखा था, उनमें से कुछ का समय पूरा हाे गया था और उनके घर में शादी भी थी इसलिए वे बैंक से अपना साेना वापस लेने आए थे। लेकिन बैंक प्रबंधन लाेगाें काे एक माह तक टालता रहा। ग्राहकाें ने जब बैंक प्रबंधन पर दबाव बनाया तब यह मामला खुला कि बैंक में गिरवी रखा ग्राहकाें का साेना गायब हाे चुका है। इसके बाद बैंक प्रबंधन ने आनन फानन में केस दर्ज कराया। इधर, अब तक संदिग्ध माने जा रहे दाेनाें निलंबित कर्मचारियों पर न तो बैंक प्रबंधन ने ध्यान दिया और न ही पुलिस ने। दाे दिन तक पुलिस ने इनसे पूछताछ तक नहीं की। अब इस बीच यह दोनों ही कर्मचारी फरार हाे गए। हालांकि देर रात पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
11 जून को एसबीआई शाखा के मैनेजर विनोद लखनपाल ने सोने के 101 पैकेट बैंक लॉकर से गायब होने की शिकायत थाने में की थी। इन पैकेट में 15 किलो सोना था। बावजूद इसके पुलिस इस मामले में संदिग्ध कर्मचारियों तक भी नही पहुंच पाई। दो चाबियों से खुलने वाले लॉकर की एक चाबी कर्मचारी ने मार्च में खो दी थी तो दूसरे कर्मचारी के पास मौजूद चाबी तिजोरी खोलने के लिए नाकाफी थी। बावजूद लॉकर से सोना गायब हो गया।

बैंक के जिन दाे कर्मचारियों पर सोना गायब करने का शक है,वे दोनों निलंबित कर्मचारी हो गए थे फरार, पुलिस ने देर रात दोनों को गिरफ्तार किया

बैंक में सोना चोरी होने के मामले में सीसीटीवी पर टिकी पूरी जांच, यहां सिर्फ मैनेजर के बयान लिए
बैंक में सोना चोरी होने के बाद पुलिस की पूरी जांच यहां सिर्फ सीसीटीवी फुटेज पर ही अटकी है लेकिन यह फुटेज भी अब तक पुलिस को नहीं मिले हैं। इसके साथ ही यहां बैंक के अन्य कर्मचारियों से पूछताछ करने के बजाए पुलिस ने सिर्फ मैनेजर के बयान दर्ज किए हैं। जबकि बैंक के अन्य कर्मचारियों व गार्ड तक से मामले में पूछताछ नहीं की है। ऐसे मामलों में क्लू तलाशने में जुटी पुलिस सीसीटीवी से ही पूरे मामले के खुलासे के प्रयास कर रही है।

बैंक प्रबंधन का दावा- बैंक में जमा ग्राहकों की संपूर्ण निधि सुरक्षित
एसबीआई के डीजीएम कार्यालय ने बताया कि श्योपुर की स्टेशन रोड शाखा में हुई घटना के संदर्भ में स्टेट बैंक के सभी सम्मानीय ग्राहकों की संपूर्ण निधि सुरक्षित हैं। इस प्रकरण में जो भी दोषी पाए जाएंगे और जिनकी लापरवाही है, उनके विरुद्ध कठाेर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। प्रकरण में एक एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

दोनों कर्मचारियों को पकड़ लिया है

हां दोनों कर्मचारियों को हमने पूछताछ के लिए पकड़ा है। इनमें से एक ग्वालियर चला गया था, जहां उसने बताया कि उसे हार्ट की दिक्कत है। वहीं दूसरा रात में अपने घर की ओर जा रहा था। दोनों से पूछताछ जारी है। फिलहाल बैंक की ओर से हमें अभी सीसीटीवी फुटेज नहीं मिले हैं।

-संपत उपाध्याय, एसपी, श्योपुर

बैंक का एक और कर्मचारी शक के घेरे में

पर कौन... सीसीटीवी फुटेज से होगा क्लियर
यहां पुलिस को शक है कि 15 किलो ज्वैलरी बैंक के लॉकर से निकलने में रोकड़ इंजार्च राजीव पालीवाल और कैशियर रामनाथ ठाकुर की मिलीभगत की आशंका तो है ही, बैंक का ही कोई तीसरा कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकता है। यह बात सीसीटीवी मिलने के बाद ही क्लियर हो सकेगी। ऐसे में पुलिस की निगाहें अब बैंक के ज्यादातर कर्मचारियों पर है।



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