जिले का सबसे कम उम्र का पॉजिटिव 3 साल का बच्चा कोविड केयर सेंटर में भर्ती, निगेटिव मां कर रही देखभाल

कारोना संक्रमण का फैलाव युवा, बुजुर्गों के बाद अब बच्चों तक पहुंचने लगा है। जिले में पहला केस आया है, जिसमें एक 3 साल का बच्चा संक्रमण का शिकार हुआ है। यह खबर चिंतित करने वाली है। इसके साथ ही सावधान भी रहना पड़ेगा। जिले के बीनागंज में रहने वाला एक बच्चा संक्रमण का शिकार हुआ है। पहले उसके पिता की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जब परिवार के अन्य सदस्यों की सैंपलिंग कर जांच कराई तो बच्चा संक्रमित निकला। राहत की बात ये है कि बच्चे की मां की रिपोर्ट निगेटिव है और यही कोविड केयर सेंटर में इसकी देखभाल करेगी। इसके अलावा आरोन में एक युवक और शहर के घोसीपुरा में भी एक व्यक्ति पॉजिटिव निकला है।

मालवा ट्रेडिंग का कर्मचारी पॉजिटिव : शहर के गुरुद्वारे के सामने स्थित मालवा ट्रेडिंग इलेक्ट्रॉनिक्स में कार्यरत एक कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव निकला है। यह युवक घोसीपुरा में रहता है। इस संस्थान में कार्यरत अन्य कर्मचारी और उसके मालिक को भी होम क्वारेंटाइन किया गया है। वहीं युवक के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।

सोमवार को लाॅकडाउन की अफवाह से बढ़ी बाजार में भीड़

दरअसल जुलाई माह में लगातार मामले बढ़ने से जब-तब यह अफवाह फैल जाती है कि कभी भी लंबा लॉकडाउन लग सकता है। गुरुवार को भी इस अफवाह ने जोर पकड़ा कि रक्षाबंधन के दिन टोटल लॉकडाउन रखा जा सकता है। इससे लोगों में हड़बड़ाहट और बढ़ गई।

अनलॉक से लॉकडाउन की पूरे मेहनत पर फिर जाता है पानी

जानकार कहते हैं कि दो दिन लॉकडाउन का कोई खास फायदा नहीं है। इसके चक्कर में लोग और हड़बड़ी में आकर खरीददारी करते हैं। नतीजा यह होता है कि बाकी दिनों में बाजारों पर दबाव बढ़ने लगता है। इससे लॉकडाउन में अगर थोड़ा बहुत कुछ फायदा होता भी है तो वह सामान्य दिनों में माइनस हो जाता है।

पिता मिस्त्री, 4 दिन पहले हुआ था संक्रमित

चांचौड़ा ब्लॉक के बीनागंज के वार्ड 14 में 4 दिन पहले एक व्यक्ति संक्रमित हुआ था। इसकी जानकारी जुटाई तो पता चला कि यह न बाहर गया और न ही आया। वह भवन निर्माण कार्य करता था। जानकारी मिली कि उसने कई जगह यह काम किया था। इसी दौरान वह संक्रमित हुआ। उसे जिला अस्पताल भर्ती किया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने जब परिवार के अन्य सदस्यों की जांच कराई तो बच्चा पॉजिटिव निकला।

बच्चे और मां के लिए अलग से व्यवस्था

जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमितों की देखभाल, उपचार और इलाज को लेकर एक अलग आइसोलशन वार्ड तैयार किया गया है। इसमें मरीजों को रखा जाता है लेकिन बच्चों के लिए कोई इंतजाम नहीं था। पहला मामला सामने आते कि एक अलग से रूम में 3 साल के बच्चे और उसकी मां को रखा गया है। यहां उन्हें खाने-पीने से लेकर अन्य इंतजाम भी किए गए है। मां को ग्ल्ब्स के अलावा सैनिटाइजर, हाथ साफ करने के लिए पानी और मास्क आदि दिए गए हैं।

रिटायर्ड शिक्षक पॉजिटिव पत्नी ब्यूटी पार्लर चलाती हैं

आरोन के गुलाबगंज में रहने वाले एक रिटायर्ड शिक्षक भी कोरोना पॉजिटिव निकले। उनकी पत्नी और बहू ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। बेटे के कपड़े की दुकान है। रिटायर्ड शिक्षक भी दुकान पर जाकर बैठ जाते थे। वह संक्रमित कैसे हुए, अब तक पता नहीं चला है। स्वास्थ्य विभाग जानकारी जुटा रहा है।



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District's youngest positive 3-year-old child admitted to Kovid Care Center, negative mother doing care


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