कॉपी पर लिखा खुली जेल का सबक; मास्क न पहनकर जै गलती मैंने की है, वाे काेऊ न करै

मास्क नहीं पहननकर जै गलती मैने की है, वाे काेऊ न करै..यह सबक है खुली जेल में रखे गए युवक का। जाे उसने प्रशासनिक अफसराें के कहने पर कागज पर अपनी टूटी-फूटी हिंदी में कागज पर लिखा। दरअसल, रविवार काे बिना मास्क घर से निकले 22 लोगों को रविवार काे रॉक्सी, नया बाजार, फूलबाग व बारादरी से पकड़ा गया। इनमें से कोई दवा लेने जा रहा था तो कोई बैंड बजाने और बच्चे को दिखाने अस्पताल। इन सभी को टेंपो और सरकारी वाहन से कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में बनी खुली जेल लाया गया। उधर, रात के समय भी चारों अनुभाग में टीम घूमीं और बिना मास्क जो दिखाई दिया उनसे जुर्माना वसूला।

काेराेना की समीक्षा बैठक में शनिवार काे ग्वालियर के प्रभारी ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुुबे ने प्रशासन काे मास्क नहीं पहनने वालाें काे जुर्माना वसूलने के साथ खुली जेल में रखने के आदेश दिए थे। रविवार काे पहली बार प्रशासन ने इसकी शुरूआत की। मुरार में तहसीलदार नरेश गुप्ता ने रोको टोको अभियान के तहत 25 से ज्यादा लोग बिना मास्क पकड़े। इन्हें मौके पर ही मास्क दिए गए और जुर्माना भी वसूला गया। इसके बाद यहीं से 11 लोगों को दो टेंपो में बैठाकर स्टेडियम खुली जेल भेजा गया।

ऐसे ही रॉक्सी पुल, नया बाजार व बाड़ा क्षेत्र से कुल 13 लोग पकड़कर खुली जेल में भेजे गए। एसडीएम विनोद भार्गव ने कहा कि कुछ लोगों से मौके पर जुर्माना भी वसूला गया। खुली जेल का प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय राजीव सिंह को बनाया गया। उन्होंने अपर कलेक्टर किशोर कन्याल के साथ मास्क न लगाने वाले युवाओं को समझाइश भी दी।

बुजुर्ग और महिलाओं को खुली जेल से छूट
इस दौरान सिर्फ युवाओं को ही खुली जेल भेजा गया। बुजुर्ग व महिलाएं भी बड़ी संख्या में बिना मास्क मिले। इन्हें समझाइश दी गई और कुछ से जुर्माना वसूला गया।
यमराज ने समझाया जीवन का महत्व: सामाजिक न्याय के कलापथक दल के सदस्यों ने यमराज का रूप धारण कर खुली जेल पहुंचे लोगों को जीवन का महत्व। यहीं पर उन्हें बिना मास्क घर से बाहर न निकलने की शपथ भी दिलाई गई।

सबको पता है खतरा फिर भी लापरवाही
मास्क न लगाकर लापरवाही करने वाले सभी 22 लोगों से खुली जेल में कोरोना पर निबंध लिखवाया गया। इसमें सभी ने मास्क-सोशल डिस्टेंस जरूरी,साबुन से हाथ धोने की बात लिखी।

बाद में पैदल-पैदल आए वाहन लेने: रॉक्सी, नया बाजार व बाड़ा से जिन लोगों को बिना मास्क पकड़ा उन्हें दो घंटे से ज्यादा खुली जेल में रहने के बाद पैदल वापस आना पड़ा। ये वाहन पुलिस चौकी में रखवाए थे।



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खुली जेल में लोगों को निबंध लिखवाते अफसर।


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