100 मेहमानों की अनुमति इसलिए मैरिज गार्डन की बजाय ढूंढ रहे हॉल व धर्मशाला

कोरोना से शादियों की रंगत फीकी हो गई है। अप्रैल से जुलाई तक 450 से 500 शादियां होना थी। धर्मशाला, मैरिज गार्डन, बैंड बाजा, टेंट व्यवसायी, बग्गी घोड़ी, कैटरर्स, हलवाई सभी को बुकिंग से अच्छे कारोबार की आस थी लेकिन अचानक लागू हुए लाॅकडाउन से सभी की उम्मीदों पर पानी फिर गया। सभी सेक्टर में करीब एक से तीन कराेड़ का नुकसान हुआ। नवंबर-दिसंबर में शादी के 5 मुहूर्त हैं। लगभग 300 शादियां होना है। हर साल अगस्त- सितंबर में बुकिंग हो जाती थी। इस बार 5 प्रतिशत भी नहीं हुई है। शासन से शादी समारोह में 100 लोगों को ही बुलाने की अनुमति है। इस कारण मैरिज गार्डन, बैंड-बाजा, टेंट व्यवसायी, बग्घी घोड़ी वालाें के यहां लोग बुकिंग में सिर्फ तारीख ही लिखा रहे हैं। साथ ही हाल और धर्मशाला ढूंढ रहे हैं। ताकि 500 से 1500 की क्षमता वाले मैरिज का खर्चा ना करना पड़े। लोग मैरिज गार्डन की बुकिंग के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन पूछताछ कर लौट जाते हैं।

इस बार मैरिज गार्डन, शादी हाॅल, टेंट, घाेड़ी, बैंडबाजा की बुकिंग ही नहीं हुई

बैंड बाजा : मात्र 14 बुकिंग आई, इसमें भी एडवांस नहीं मिला

बैंड बाजा संचालक वाजिद भाई ने बताया कि शहर में 13 बैंड हैं। 100 से अधिक शादियाें हम कर लेते थे, लेकिन इस बार मात्र 14 बुकिंग ही हाे पाई है। इसमें भी लाेगाें ने एडवांस नहीं दिया है। यानी अभी काेई निश्चित नहीं है।

बग्गी घोड़ी : सभी बुकिंग निरस्त हो गई

बग्घी और घाेड़ी वाले कमल प्रजापत ने बताया कारोबार से 5 लाेग जुड़े हुए हैं। अप्रैल से जून तक लाॅकडाउन ने सभी बुकिंग निरस्त हो गई। घोड़े और घोड़ी की खुराक पर एक साल में करीब डेढ़ लाख रुपए तक खर्च आता है। अब नवंबर-दिसंबर काे लेकर अभी तक मात्र चार बुकिंग हैं। वाे भी पक्की नहीं है। एडवांस कोई नहीं दे रहा है। कमल घाेड़ी वाले ने बताया कि बीते साल अप्रैल से जुलाई तक 50 से अधिक बुकिंग हाे जाती थी। इस बार ताे कर्ज लेकर घर चलाना पड़ रहा है।

टेंट : शहर में 30 टेंट, बुकिंग एक भी नहीं हुई

टेंट व्यवसायी कैलाश खंडेलवाल ने बताया कि शहर में छाेटे बड़े मिलाकर करीब 25 से 30 टेंट हैं। इस साल अभी तक एक भी बुकिंग नहीं हुई। सरकार ने अब संख्या सीमित कर दी है और लोग बुकिंग कराने में डर रहे हैं। इस व्यवसाय से जुड़े करीब 1000 लोगों की आर्थिक स्थिति खराब है। लाेग आ रहे हैं, लेकिन यह पूछने के लिए आ रहे हैं कि शादी में लाेगाें की संख्या की अनुमति लेंगे ताे ही बुकिंग करेंगे। इस साल न ताे गणेश चतुर्थी न अनंत चतुर्थी पर टेंट लग पाए।

केटरिंग : एडवांस रुपए भी लाैटाना पड़ रहे

केटरिंग का काम करने वाले लक्षमीनारायण जाट ने बताया लाेग तय नहीं कर पा रहे हैं कि बुकिंग करना है या नहीं। क्याेंकि अनुमति मात्र 100 से 150 लाेगाें की है। शादी में करीब 500 से 1500 तक लाेग आते थे। अभी तक हमारे पास एक भी बुकिंग नवंबर-दिसंबर के लिए नहीं आई है। लाेग सिर्फ बात कर रहे हैं। अप्रैल से जुलाई की 10 से अधिक बुकिंग कैंसिल हाे गई। एडवांस भी लाैटाना पड़ा। गत वर्ष सालभर में 30 से अधिक बुकिंग हाे गई थी।

हर साल 45 से 50 शादियां करते हैं, इस बार मात्र 6 बुकिंग : मैरिज गार्डन संचालक पुलकित अग्रवाल का कहना शहर में छाेटे-बड़े मिलाकर करीब 25 मैरिज गार्डन हैं। दाे बाताें ने प्रभावित किया है एक ताे सीमित लाेगाें की अनुमति और दूसरा मुहूर्त भी कम। इससे लाेग नहीं आ रहे हैं। हर साल हम 45 से 50 शादियाें के लिए बुकिंग करते हैं। इस बार मात्र 6 लाेग आए हैं। लाेग इस बात से भी नहीं आ रहे हैं कि 100 से 150 लाेगाें काे ही बुलाना है ताे वे अन्यत्र छाेटी जगह में ही काम कर लेंगे। अगले साल अप्रैल तक भी काेई उम्मीद नहीं है।

नवंबर-दिसंबर में इन दिनाें में है शादी के मुहूर्त

ज्याेतिषाचार्य पं. अशाेक शास्त्री के अनुसार नवंबर में 25 और 30 नवंबर काे और दिसंबर में 7, 9 और 11 दिसंबर काे शादियाें के मुहूर्त हैं। इसके बाद 15 दिसंबर से मल मास प्रारंभ हाे जाएगा। 16 जनवरी 21 से 13 फरवरी तक गुरु और 22 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र का तारा अस्त रहेगा। इस अवधि में काेई मांगलिक कार्य नहीं हाेंगे।



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100 guests are allowed, so instead of marriage garden, hall and Dharamshala are looking for


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