तहसील न्यायालय में जाति प्रमाण-पत्र बनाने के लिए हस्ताक्षर करने पटवारी ले रहा था शिक्षक से 5 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा

नायब तहसीलदार के न्यायालय में ही बैठकर पटवारी सरकारी शिक्षक से जाति प्रमाण-पत्र बनाने के लिए हस्ताक्षर करने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था। जिसे लोकायुक्त पुलिस की टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।

सोमवार की दोपहर 2 बजे कराहल तहसील के नायब तहसीलदार के न्यायालय में कुराचोर के हल्का पटवारी सुशील सिंह तोमर के द्वारा कुराचोर में ही पदस्थ शासकीय शिक्षक शिशुपाल पुत्र बाबूलाल आदिवासी से उसकी बेटी के जाति प्रमाण-पत्र के वेरीफिकेशन को लेकर हस्ताक्षर करने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत ली गई। रिश्वत लेते ही लोकायुक्त पुलिस टीम ने पटवारी को मौके पर पकड़ लिया। टीम की अगुवाई कर रहे लोकायुक्त पुलिस टीआई राघवेंद्र ऋषेश्वर ने बताया कि उन्हें शिशुपाल आदिवासी ने ग्वालियर पहुंचकर शिकायत की थी कि उससे पटवारी सुशील सिंह तोमर जाति प्रमाण-पत्र के एवज में 7 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे, तब दो हजार रुपए उसे दे दिए गए थे। शेष रकम देने के लिए उनके द्वारा 12 अक्टूबर का दिन तय किया गया और तहसील में शिक्षक से रिश्वत लेते हुए पटवारी को उन्होंने रंगे हाथों पकड़ लिया। अब मामले में लोकायुक्त पुलिस के द्वारा प्रकरण दर्ज करते हुए कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।

पटवारी बोला- मैं तो उधारी की रकम ले रहा था, मुझे झूठा फंसाया
लोकायुक्त के द्वारा रंगे हाथों रिश्वत के मामले में पकड़े गए पटवारी सुशील सिंह तोमर ने अपनी सफाई में कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने शिशुपाल को 5 हजार रुपए उधार दिए थे। यही रुपए लौटाने के लिए वह तहसील में आया था और उधारी के रुपए ही मैं वापस ले रहा था। मुझे साजिश के तहत रिश्वत के मामले में झूठा फंसाया गया है।

शिकायत में बताया: शिक्षक से 7 हजार रुपए की थी मांग
शिक्षक ने अपनी शिकायत में बताया कि वह अपनी बेटी को डीएड कराना चाह रहा था। इसमें उससे जाति प्रमाण-पत्र मांगा गया था। जिसके लिए वह जाति प्रमाण-पत्र बनवा रहा था। इस पर हल्का पटवारी सुशील सिंह के हस्ताक्षर होने थे। लेकिन वह हस्ताक्षर करने को लेकर 7 हजार रुपए की मांग कर रहा था। इसमें से उसे दो हजार रुपए पहले ही उनके द्वारा दिए जा चुके थे। बाकी के रुपए लोकायुक्त में शिकायत करने के बाद दिए, जिस पर उसे पकड़ लिया गया।

तीन दिन में लोकायुक्त पुलिस की दूसरी कार्रवाई
जिले में लोकायुक्त पुलिस की तीन दिन में यह दूसरी कार्रवाई है। इसके पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के यहां लोकायुक्त पुलिस ने छापेमारी की थी। इसमें पुलिस को 50 लाख की संपत्ति मिलने पर प्रकरण दर्ज किया था।

मैंने शिक्षक को उधार दिए थे रुपए
उक्त शिक्षक के द्वारा मुझसे 20 दिन पूर्व 5 हजार रुपए उधार लिए थे। उसने मुझे आज पैसे लौटाने का वादा किया था। फिर अचानक लोकायुक्त की टीम आ गई। रिश्वत लेने की बात गलत है। मुझे फंसाया जा रहा है।
सुशील सिंह तोमर, पटवारी, कुराचोर

पटवारी ने मुझसे सात हजार की रिश्वत मांगी
बेटी के जाति प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर के पटवारी ने मुझसे सात हजार की रिश्वत मांगी। जिसकी शिकायत मैंने ग्वालियर जाकर लोकायुक्त से की और टीम को साथ लेकर पटवारी को रंगे हाथों पकड़वा दिया।
शिशुपाल आदिवासी, फरियादी

रिश्वत के मामले में प्रकरण दर्ज किया है
हमें शिकायत मिली थी कि उक्त पटवारी रिश्वत मांग रहा है, इस पर हमारी टीम ने उसे रंगे हाथ 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया है। मामले में प्रकरण दर्ज करते जांच में ले लिया गया है।
राघवेंद्र ऋषेश्वर, टीआई, लोकायुक्त ग्वालियर



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कराहल तहसील कार्यालय में पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करती टीम।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3jWESs8

Share this

0 Comment to "तहसील न्यायालय में जाति प्रमाण-पत्र बनाने के लिए हस्ताक्षर करने पटवारी ले रहा था शिक्षक से 5 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा"

Post a Comment