क्षमता से पांच गुना एसएमएस भेजे, 48 घंटे कतार में लगे, तब बिका गेहूं

समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को 48 से 72 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। शनिवार को पंचक्रोशी मार्ग पर खरीदी केंद्र के बाहर कतार में लगे किसानों की माने तो वे दो दिन से कतार में लगे हैं। गांव पास में है इसलिए वहां से भोजन मंगवा लेते हैं। इसी तरह 14 सोसायटियों के खरीदी केंद्र मानपुर सायलो की कतार एक तरफ नागझिरी तो दूसरी ओर शंकरपुरा तक पहुंच गई है।
किसानों का कहना है कि गेहूं बेचने के लिए तपती धूप में ट्रैक्टर-ट्रॉली के पास खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। न जाने कब आगे की ट्राॅली चल पड़े और अपनी ट्रॉली को आगे करना पड़े। उन्हें जिस दिन गेहूं बेचने के एसएमएस भेजे गए हैं वे उसी दिन केंद्र पर पहुंच रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें दो से तीन दिन इंतजार करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण मंडियां बंद हैं। किसानों की मांग पर सरकार ने 22 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू तो करवा दी लेकिन केंद्र तक पहुंचने वाले किसानों को अब भी कोई राहत नहीं है। भास्कर टीम ने किसानों से चर्चा तो उन्होंने बताया-वे 48 से 72 घंटे तक कतार में लगे हैं। नंबर कब आएगा, उन्हें पता नहीं है।

किसान बोले- जितनी क्षमता उतने एसएमएस भेजने थे
गांव से भाई को बुलाना पड़ा
शुक्रवार सुबह 10 बजे से कतार में लगे हैं। उन्हें पता था कि आज नंबर नहीं आएगा। रात को कितनी बजे नंबर आए, इसका भी कोई अंदाजा नहीं है। रास्ते में पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है। बड़े भाई ट्रैक्टर लेकर आए थे। शनिवार सुबह तक वे खड़े रहे। फिर मोबाइल कर मुझे बुलाया। अब मुझे भी पता नहीं की आज रात तक गेहूं की तुलाई हो जाएगी या नहीं।
-गोविंद सिंह, साहिब खेड़ी
अफसरों ने आकर देखा तक नहीं
एसएमएस से खरीदी का सिस्टम एकदम सही है लेकिन इसका संचालन भोपाल एनआईसी से होता है। वहां बैठे कंप्यूटर ऑपरेटरर्स को पता ही नहीं कि यहां जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है। वे आंखें मूंदकर एसएमएस भेज रहे हैं। पहले एक केंद्र पर छह किसानों से तुलाई का नियम था। अब उसे बढाकर 40 कर दिया है। उन्हें यह पता नहीं कि यहां क्या व्यवस्था है।
- कमलसिंह चौहान, सेमल्या

एसएमएस भोपाल से भेजे जा रहे हैं : जिला आपूर्ति अिधकारी एमएल मारू ने बताया एनआईसी भोपाल से एसएमएस भेजे जा रहे हैं। इसमें स्थानीय स्तर पर कंट्रोल नहीं किया जा सकता। खरीदी केंद्रों पर ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है।
गेहूं तुलवाने पहुंच रहे किसानों को लगवा रहे चक्कर

किसानों को गेहूं तुलवाने में परेशानी आ रही है। खरीदी केंद्रों पर कम मात्रा के एसएमएस भेजे जा रहे हैं जिससे किसानों को ज्यादा वाहन लेकर पहुंचना पड़ रहै। पूर्व मंडी उपाध्यक्ष शेरू पटेल ने कलेक्टर आशीष सिंह को इस संबंध में अवगत कराया। उन्होंने बताया किसानों को गेहूं तुलवाने के लिए सोसायटियों से केवल 10 से 20 क्विंटल के मैसेज आ रहे हैं जो बहुत कम हैं, इन्हें बढ़ाया जाए क्योंकि हर किसान के पास ट्रैक्टर-ट्राली नहीं है। नागझरी स्थित साइलो केंद्र पर किसानों को पीने का शुद्ध पानी, बैठने की उचित व्यवस्था, 5 दिन में पेमेंट करने आिद सुविधा करने का एक ज्ञापन भी सौंपा।



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Send SMS five times the capacity, queue 48 hours, then wheat sold


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