मां कंवलका के 275 फीट ऊंचे दरबार को हरा-भरा करने 2 हजार गड्‌ढे खुदवाए, लगाएंगे पौधे

अपने खानदान की कुलदेवी मां कंवलका के 275 फीट ऊंचे दरबार का कटाव रोकने के लिए एक युवा आगे आया है। उसने अपने खर्च से टेकरी पर दो हजार गड्‌ढे करवाए हैं ताकि उसमें पौधे लगाए जा सकें। सातरूंडा पहाड़ी पर मां कंवलका का प्राचीन मंदिर है।

यह पहल विशाल जायसवाल ने की है। सिमलावदा के पॉली हाउस के व्यवसायी इंजीनियर विशाल (30) बताते हैं कि पहाड़ी का कटाव रोकने के लिए हर साल 2 हजार पौधे लगाने का अभियान पांच साल तक चलाएंगे। अभियान की शुरुआत विशाल के पिता समाजसेवी बद्रीलाल जायसवाल ने गड्‌ढा कर की है।

ऐसे अंजाम तक पहुंचेगा अभियान

  • खर्च : डेढ़ फीट गहरे और डेढ़ फीट चौड़े गड्‌ढे खुदवाने में विशाल ने 48 हजार रुपए का खर्च किए हैं।
  • पानी : पौधों को पानी देने के लिए आधा बीघा में प्लास्टिक बिछानेवाला तालाब भी बनाएंगे।
  • पौधरोपण: गांव के लोगों, विद्यार्थियों व कण्व वन सेवा का सहयोग लेंगे।
  • प्रयास : विशाल का कहना है कि वे वन विभाग के सहयोग से कुंडाल से पाइप लाइन डलवाएंगे।

42 गांवों के लोग पहले ही लगे हैं संवारने में
धार जिले के पर्यावरणविद् नंदकिशोर प्रजापति के नेतृत्व में धार, रतलाम व उज्जैन जिले के 42 गांवों के 450 लोग पहले ही टेकरी को संवारने में लगे हैं। टीम ने पिछले साल 1600 पौधे लगाए।

आरसी गेहलोत, एसडीओ वन विभाग मे कहा-आम लोगों को भी ऐसे प्रयास से जोड़ना चाहिए
टेकरी पर पौधा लगाने की अच्छी योजना है। आम लोगों को ऐसे प्रयास से जुड़ना चाहिए।

अप्रैल में एक भी दिन रेड जोन में नहीं था एक्यूआई
लॉकडाउन में वाहनों की आवाजाही 20 प्रतिशत थी, इससे एक्यूआई का लेवल सुधर गया था। क्यूआई 100 के अंदर ही रहा था। अंतर स्पष्ट है क्योंकि ऐसा फरवरी के महीने में सिर्फ तीन दिन ही रहा था। वहीं, अब 27, 29, 31 मई व 1 जून को एक्यूआई 150 से ज्यादा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है। इधर, 2019 जून के शुरुआती चार दिनों में एक्यूआई 50 से 75 के बीच रहा था।



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275 फीट ऊंची मां कंवलका (सातरूंडा) पहाड़ी पर पौधे लगाने के लिए ट्रैक्टर से इस तरह करवाए गड्‌ढे।


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