नावघाटखेड़ी में 1973 से स्थापित है दादाजी की चरण पादुका, 1930 में दादाजी ने रमाई थी धुनी

दादाजी धूनीवाले का मुख्य समाधि स्थल खंडवा में हैं लेकिन ऐसे भी कुछ स्थान है। जहां दादाजी ने कुछ दिनों तक निवास किया था। बाद में भक्तों ने उसी स्थान को पवित्रता के साथ सजाए रखा। ऐसे स्थानों में एक स्थान नगर से तीन किमी दूर नर्मदा किनारे नावघाटखेड़ी में भी स्थापित है। 1973 में यहां स्थापित इस स्थान को पादुका स्थली भी कहते हैं। 1930 में इंदौर से खंडवा आते समय दादाजी इसी स्थान पर चातुर्मास के लिए ठहरे थे। तभी से यहां दादाजी की चरण पादुकाएं स्थापित है। यहां पादुकाओं का संगमरमर से निर्मित मंदिर स्थापित है।
दादाजी इसी परिसर में मार्बल का भैरव मंदिर, आकर्षक द्वार, केकटस पार्क, दर्शनार्थियों के ठहरने के लिए कमरे भी हैं। वर्तमान में इसका संचालन छोटे सरकार करते हैं। यहां की विशेषताएं यह हैं कि पूरी मर्यादा के साथ दादाजी के सेवा विधानों का पालन किया जाता है। उत्सव पर भक्त एकत्र होते हैं। दरबार के बाहरी हिस्से में 100 बिस्तरों का अस्पताल भी निर्मित है। दादाजी भक्त महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, गुजरात सहित अन्य राज्यों से दादाजी जन्मोत्सव में शामिल होते हैं।

चरण पादुकाओं का अभिषेक व 101 दीपों से आरती होगी

27 को मनेगा जन्मोत्सव
श्रीश्री 1008 बड़े दादाजी सरकार का 27 दिसंबर को जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाया जाएगा। एक दिन पूर्व 26 को दोपहर 12 बजे से दादाजी नाम जाप शुरू होगा। 27 को सुबह ब्राह्मणों के मंत्रोच्चार से दादाजी महाराज की चरण पादुकाओं का अभिषेक व 101 दीपों से महाआरती की जाएगी। इसके बाद प्रसादी का वितरण होगा।

आश्रम के संग्रहालय 90 साल पुरानी कारें रहती हैं आकर्षण का केंद्र
दादा दरबार आश्रम के संग्रहालय में करीब 90 वर्ष पुरानी कारें भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इन कारों में बड़े व छोटे दादाजी विराजित होते थे। कारों की देखभाल करने वालों के अनुसार दादाजी दरबार में 1926 से 1985 तक की सभी विंटेज कारें मौजूद है। जिनमें बेबी अस्टीन, बीयू 8, फोर्ड मर्सीडिज, बेंज व शेवरले शामिल हैं। कारें बहुत पुरानी है। इनके स्पेयर पार्ट्स मिलना बहुत मुश्किल होता है। कुछ पुर्जे विदेशों से बुलाना पड़ते हैं। गाड़ियों के साथ सेल्फी लेने और फोटो खिंचवाने की होड़ सी लगी रहती है।

विष्णु पुराण कथा आज से, सुबह 9.30 से दाेपहर 1.30 बजे तक प्रवचन होंगे
दादाजी धाम में श्रीश्री बड़े दादाजी सरकार का जन्मोत्सव के 7 दिनी उत्सव की शुरुआत सोमवार से होगी। सुबह नर्मदा जी का पूजन-अर्चन के बाद विष्णु पुराण कथा की शुरुआत होगी। श्रीश्री छोटे दादाजी सरकार के सान्निध्य में यह आयोजन होगा। कथावाचक राजेंद्रदास जी महाराज द्वारा सुबह 9.30 से 1.30 बजे तक प्रसंग सुनाएंगे। इस पर पूरा पांडाल दादाजी के नाम से गूंज उठेगा। दादाजी धाम को गेंदे, गुलाब, मोगरा सहित कई प्रकार के फूलों से सजाया गया है। जन्मोत्सव में हजारों की संख्या में हर साल भक्त पहुंचते हैं।



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Dadaji's Charan Paduka is established since 1973 in Nawaghatkhedi, in 1930, Dadaji Ramani Dhuni


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