गांवों में लोगों ने खुद ही बंद किए रास्ते बाहर से आने वालों पर बढ़ाई चौकसी

जिले में लगातार कोरोना के मामले मिलने से लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है। सोमवार को जहां शहर की पॉश कॉलोनियों को बंद कर दिया गया वहीं ग्रामीण इलाकों में भी लोगों ने आवागमन के सभी रास्ते बंद कर लिए हैं। सगरा गांव के युवाओं ने मुख्य रास्तों को झांकर, बांस-बल्ली लगाकर बंद कर दिया हैं। बाहर प्रदेशों से आ रहे लोगों को पहले 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन सेंटरों में रहना पड़ेगा तब गांव में प्रवेश दिया जाएगा।
गांव के प्रवेश द्वार पर लोगों ने होर्डिंग लगाकर लिखा है कि कृपया बाहर से चोरी छिपे प्रवेश न करें। नयागांव थाना क्षेत्र के सगरा गांव की आबादी 5 हजार है। कोरोना योद्धा के रूप में गांव वासियों ने पंचायत में सहमति बनाकर सभी रास्तों पर पहरेदारी बिठा दी है। एक नाके पर दो लोग ड्यूटी पर तैनात रहेंगे जो बाहर से आने वाले व्यक्ति से जांच रिपोर्ट और आने की अनुमति देखेंगे। गांव के भानुप्रताप ने बताया कि हर गांव के लोगों को कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए जागरूक रहना चाहिए। यह ऐसी महामारी है जिससे बचने के लिए हमें खुद सतर्क रहना पड़ेगा, तभी हम इस पर विजय पा सकेंगे।
शिकायत पर 6 लोगों को किया क्वारेंटाइन
गुजरात के अहमदाबाद से सोमवार को फूप में 25 से 30 लोग पहुंचे जो बिना जांच के चोरी छिपे घर चले गए। इनमें वार्ड 11 में पूरा परिवार अहमदाबाद से आया था। रहवासियों ने इसकी सूचना बीएमओ डॉ डीके शर्मा को दी। डॉ शर्मा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कर होम क्वारेंटाइन कराया । साथ ही घर के बाहर सूचना चस्पा की है जिससे लोगों को ज्ञात रहे कि इन्हें क्वारेंटाइन किया गया है। इसी तरह वार्ड 13 में भी गुजरात से कुछ लोगों को क्वारेंटाइन कराया गया। जबकि सांकरी गांव में सुबह 6 लोग गुजरात से आए, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को दी। बीएमओ डॉ शर्मा ने इन सभी की जांच कर गांव के सरकारी माध्यमिक विद्यालय में क्वारेंटाइन कराए गए। टीम के साथ डॉ निखिल अग्रवाल, डॉ अजीत शर्मा, डॉ संतोष चौहान, धीरसिंह कुशवाह मौजूद थे।
5 दिन में 70 हजार लोग बाहर से जिले में आए
जिले में एक मई से अभी तक 70 हजार लोग बाहर से आए हैं। मालनपुर नाके पर दर्ज एंटी के अनुसार पिछले 10 दिनों में 347 बसें हाई हैं जिनमें 12 हजार 770 लोग गुजरात, महाराष्ट्र, इंदौर और मुंबई से आए। दूसरे प्रदेशों से बसों के अलावा 240 ऑटो, 250 चार पहिया (कार, बोलेरो, स्कार्पियो) वाहन, 600 बाइकें और 70 लोडिंग वाहनों में बैठकर लोगों ने जिले में प्रवेश किया है। सोमवार को भी गुजरात से चली स्पेशल ट्रेन से 300 लोग जिले में आए हैं। इतना ही नहीं प्रशासन ने बाहर फसे एक लाख लोगों को लाने की अनुमति दी है जिन्हें ट्रेन से ग्वालियर तक लाया जाएगा। जिसके बाद वह बसों में भरकर जिले में प्रवेश करेंगे।
बाहरियों के आते ही पुलिस पर पहुंच जाती है सूचना
लोग अब खुद सतर्क होकर चौकसी कर रहे हैं। गोहद में माता का पुरा, गोरमी में वार्ड 14, अड़ोखर सहित कई मोहल्लों और गांवों का रास्ता लोगों ने स्वतः बंद कर लिया है। कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो लोग पुलिस को फोन कर देते हैं। लोगों को भय है कि जिस तरह बाहर से आए लोग कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं कहीं उनके वार्ड या गली में वायरस न फैला दें।
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