दिल्ली-मुंबई छोड़िए दतिया-भिंड की मंजूरी भी नहीं

परिजन को लाने या ले जाने के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे रेड जोन तो छोड़िए भिंड-दतिया के लिए भी ई-पास नहीं बन पा रहे हैं। शुक्रवार को ई-पास के लिए कलेक्टोरेट में बड़ी संख्या में आवेदक पहुंचे पर मैप आईटी का सर्वर डाउन होने से सभी निराश होकर लोट आए। इनमें से कुछ ने अपर कलेक्टर किशोर कन्याल से भी मुलाकात की और अपनी परेशानी बताई। दूसरी तरफ शहर में ट्रेवल एजेंसी चलाने वाले कुछ लोग अब टैक्सी और ई-पास का ठेका ले रहे हैं। इससे साफ है कि इनकी घुसपैठ प्रशासन में हो चुकी है। कलेक्टोरेट में कुछ ऐसी शिकायतें भी पहुंची हैं कि ठेका ले रहे लोग नकली ई-पास जारी कर रहे हैं। चूंकि सभी 9 चेक पोस्ट पर बार कोड स्केन करने की व्यवस्था नहीं है। इसी कारण नकली पास पकड़ में नहीं आ पा रहे हैं।
शुक्रवार शाम को सर्वर पर जिले के आवेदकों की संख्या जीरो थी। इससे साफ है कि पहले आवेदन कर चुके आवेदकों को अब फिर से ई-पास के लिए आवेदन करने होंगे। नोडल अधिकारी विनोद भार्गव ने कहा कि सरकार की नई गाइड लाइन पर ई-पास जारी हो रहे हैं। दो दिन से सर्वर बहुत धीमा चल रहा है। श्री गुरुवार को 189 पास जारी हुए थे जबकि शुक्रवार को सबसे कम 10 पास। उन्होंने नकली पास की शिकायतों की जांच की बात कही।
ऑडियाे.. ट्रैवल एजेंट ने मुंबई से लाेगाें काे लाने और ई-पास के बदले मांगे 50 हजार
प्रशासन के पास एक ट्रेवल एजेंसी संचालक का ऑडियो पहुंचा है। इसमें वह मुंबई से 3 लोगों को लाने के लिए कार भेजने, ई-पास जारी कराने के बदले 50 हजार रुपए मांग रहा है। संचालक ने फोन पर समाधिया कॉलोनी में रहने वाले व्यक्ति से कहा कि वे ई-पास नहीं ले पाएंगे, प्रशासन उन्हें वेटिंग में रखेगा। यदि वे पास बनवाकर देंगे तो 40 हजार खर्च आएगा। प्रशासन ऑडियो की जांच कर रहा है।
आवेदकों की पीड़ा
- गुलशन माथुर ने कहा मालनपुर में नौकरी करता था, अब जयपुर में अच्छा जॉब मिल गया है पर पास नहीं मिल पा रहा है, इसलिए रुका हूं।
- सुदामा भौंसले ने कहा, दिल्ली जाना है, पिछले काफी दिन से ई-पास का आवेदन करने के बाद इंतजार कर रहे हैं। पूरा परिवार यहीं फंसा है।
- संगीता पटेल साइंस कॉलेज की छात्रा हैं, 28 अप्रैल को पन्ना (घर) जाने आवेदन किया पर मंजूरी नहीं मिली। दो अन्य छात्र भी साथ हैं।
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