मैसेज आनेके बाद किसान लाइन में लगे, नंबर आने से पहले ही पाेर्टल बंद, 65 किसान कर रहे नए आदेश का इंतजार

अपनी उपज का उचित मूल्य पाने के लिए किसान उपार्जन केंद्राें पर 3 से 5 दिन तक लाइन में खड़ा है, लेकिन उसकी सुनवाई ही नहीं हाे पा रही है। प्रदेश शासन ने उपार्जन केंद्रों से खरीदी की, लेकिन अभी भी कई किसान बाकी है। उसके बाद भी धरातल की समस्या काे जाने बिना ही उच्च अधिकारियाें ने पाेर्टल बंद करा दिए हैं। एेसा ही उदाहरण रूपेटा उपार्जन केंद्र हैं, जहां मैसेज के बाद किसान लाइन में लगे ताे नंबर अाने से ही पहले ही पाेर्टल बंद हाे गया। लगभग 65 किसान अब नए आदेश का इंतजार कर रहे हैं औरलाइन में लगे हुए हैं। वहीं सिर पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है ताे उपज काे बचाने की जुगाड़ किसान कर रहा है।
बड़े किसान हाेने से एक बार में नहीं तुल पा रही उपज
बड़े किसानोंके पास लगभग 1 हजार से 1500 क्विंटल तक उपज है। इन किसानाें काे मैसेज अाने के बाद यह एक बार की उपज ताैल गए, लेकिन अभी शेष उपज तुलना बाकी है। वहीं कुछ किसानांे काे सुबह 10 बजे मैसेज जारी किया अाैर शाम 5 बजे ही पाेर्टल बंद कर दिया गया। इससे भी किसान उपज तुलाने से रह गए। अब यह किसान लाइन में लगे हैं, ताकि किसी तरह इनकी उपज तुल सके। वहीं बारदान के अभाव से रूपेटा, नागदा केंद्र पर गुरुवार दाेपहर तक खरीदी भी बंद रही।
27 हजार क्विंटल खुले में
रूपेटा केंद्र पर 27 हजार क्विंटल उपज खुले में रखी हुई है। यहां मात्र 5 हजार क्विंटल उपज रखने की ही जगह शेष है। अगर बारिश हाेती है ताे सड़क की ऊंचाई अधिक हाेने से पानी उपार्जन केंद्र की अाेर ही जाएगा। एेसे मंे बरसाती ढंकने के बाद भी उपज भीगकर खराब हाे जाएगी।
टूटियाखेड़ी हुआथा बंद
टूटियाखेड़ी गेहूं उपार्जन केंद्र पर बनवाड़ा गांव के किसानों काे मैसेज आना बाकी था। फिर भी 31 मई काे ही उपार्जन केंद्र काे लॉक कर दिया गया। बनवाड़ा बूथ समिति अध्यक्ष मोहनलाल अटोलिया, अरुण शर्मा ने मंडल अध्यक्ष नागदा ग्रामीण दिनेश जाट को जानकारी दी। इस पर जाट ने सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व विधायक दिलीप शेखावत, कलेक्टर अादि से चर्चा कर शेष किसानांे के उपज की तुलाई कराने की बात कही। इस पर उपार्जन केंद्र का लाॅक खाेलकर किसानों को मैसेज भेजे गए।
अाॅफलाइन भी करेंगे खरीदी
एसडीएम अारपी वर्मा ने बताया कि जिन किसानाें के पास मैसेज पहुंचे अाैर जाे लाइन में लगे हुए हैं। उन किसानांे से ऑफलाइन खरीदी की जाएगी, ताकि काेई किसान परेशान न हाे। गुरुवार काे 108 गठानें पहुंची है, जिन्हें उपार्जन केंद्रों पर भेजा गया है। परिवहन के लिए स्थानीय व्यवस्था भी की गई है।

बिछड़ौद : खुले आसमान में गेहूं, कुछ हिस्सों में ही ढंकी बरसाती

मालीखेड़ी उपार्जन केंद्र पर किसानों द्वारा खरीदा गया गेहूं खुले आसमान के नीचे ही रखा है। यहां बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त साधन नहीं है। बुधवार से मौसम बारिश जैसा हो रहा है। हल्की बारिश हो रही है, अगर तेज बारिश होती है तो हजारों क्विंटल गेहूं खराब हो जाएगा। केंद्र द्वारा अब तक परिवहन का कोई साधन नहीं जुटा पाई है। वहीं केंद्र द्वारा कुछ गेहूं के बारदान पर बारिश से बचने के लिए बरसाती ढंकी गई है, जो मात्र औपचारिकता है।
गुरुवार को भी दिनभर छाए बादल : गुरुवार को भी सुबह से बादल छाए रहे। कुछ समय हल्की बारिश व ठंडी हवा चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली तो उपार्जन केंद्र पर रखे हजारों क्विंटल गेहूं खराब होने की आशंका बनी हुई है।

बारिश होने पर बिछड़ौद-तराना मार्ग के बीच कंटेनमेंट से निकले वाहन
बिछड़ौद | बिछड़ौद-तराना मुख्य सड़क मार्ग के मध्य गांव गांवड़ी में कोरोना पाॅजिटिव मरीज निकले थे तो गांव को सील कर कंटेनमेंट एरिया बनाया था। इस कारण यहां से आवागमन प्रतिबंधित है। बिछड़ौद से तराना की ओर जाने वाले वाहनों को गांव के समीप से कच्चे मार्ग व अन्य मार्ग से होकर गुजरना पड़ रहा है, परंतु बुधवार को हुई बारिश के कारण कच्चा मार्ग कुछ घंटों के लिए कीचड़ के कारण बंद हो गया। इस पर कंटेनमेंट क्षेत्र से होकर वाहन निकलने लगे। चाैकीदार संतोष मालवीय ने बताया बारिश के कारण खेतों में से वाहन नहीं निकल रहे थे। इस लिए कुछ घंटे के लिए वाहन निकाले, फिर मार्ग बंद कर दिया गया।



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After getting the message, the farmers started in the line, the portals were closed before the number came, 65 farmers were waiting for the new order.


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