74 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा, जोरदार बारिश, बिजली के 50 खंभे टूटे, छाया रहा अंधेरा

दिनभर उमस के बाद गुरुवार दोपहर 3 बजे के बाद जोरदार बारिश हुई, जो देर रात तक जारी है। बारिश 74 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा के साथ हुई। जिसने क्षेत्र में कोहराम मचा दिया। तेज, हवा पानी के कारण क्षेत्र में करीब 500 से अधिक पेड़ गिर उखड़ कर एवं टूट कर गिर जाने के कारण कई रास्ते बंद हो गए। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में 50 से अधिक बिजली खंभे टूट कर धाराशायी हो गए।
हिरणछिपा के पास नगर पालिका का स्वागत गेट टूट कर मार्ग पर गिर गया। जिस कारण पौन घंटे तक सागर मार्ग बंद रहा। मंडी में टीनशेड उड़ जाने के कारण व्यापारियों का करीब 5 लाख से अधिक का अनाज भीग गया। मार्ग पर खंभे गिरने एवं लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण शहर में कई घंटों लाइट गुल रही। जो कहीं शाम को आई तो कुछ इलाके में समाचार लिखे जाने तक बंद थी। झांसी गेट पर बने अंडरब्रिज में पानी भर जाने के कारण नई बस्ती मार्ग बंद हो गया। मार्ग बंद होने के कारण लोग रेलवे ट्रैक पर से बाइक निकाल कर यहां के लोग अपने घर पहुंचे। वहीं शहर के खिरिया वार्ड, खिमलासा रोड सहित शहर के कई स्थानों पर बारिश का पानी भर गया।
500 से अधिक पेड़ गिरने का अनुमान: तेज पानी हवा के कारण शहर सहित क्षेत्र में 500 से अधिक पेड़ गिरने का अनुमान लगाया जा रहा है। शहर में खुरई रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में यूकेलिप्टस का पेड़ गिर जाने जाने के कारण एक बिजली ट्रांसफार्मर सहित लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा मंडी गेट एवं परिसर में डाल टूट कर गिरी, तहसील कार्यालय के सामने पीपल का पेड़ गिरा, वहीं 2 पेड़ कोर्ट परिसर में, रेलवे स्टेशन के पास 3 पेड़ गिरे हैं। झांसी गेट के पास महेश्वरीदेवी मंदिर के ऊपर पीपल का पेड़ गिरने से लोग बाल-बाल बचे, वहीं मंदिर भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा मालखेड़ी के पास एक साथ 7 पेड़ सागौन के गिरे हैं।
50 से अधिक बिजली के खंभे गिरे: डीई नितिन डेहरिया ने बताया कि तेज हवा पानी के कारण शहर में 20 खंभे सहित ग्रामीण क्षेत्र में करीब 50 से अधिक बिजली के खंभे गिरे हैं। सबसे बड़ा नुकसान इंडस्ट्रियल एरिया में हुआ है। यहां पर भारी भरकम यूकेलिप्टस का पेड़ गिरने के कारण बिजली लाइन एवं ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने बताया खंभे गिरने के कारण शहर के अलावा बारधा फीडर, हड़कल फीडर, भानगढ़ फीडर सहित मुंगावली फीडर का भी नुकसान हुआ है।
नपा का स्वागत गेट टूटा: तेज हवा व बारिश के कारण खुरई-सागर मार्ग पर ग्राम हिरण छिपा के पास नगर पालिका का लगा स्वागत गेट दोपहर करीब साढ़े 3 बजे टूट कर मार्ग पर गिर गया। जिससे मार्ग बंद हो गया, बाद में नगर पालिका के द्वारा मशीन की मदद से उसे उठाया गया। यहां मार्ग करीब पौन घंटे तक बंद रहने से जाम जैसे हालात निर्मित हुए। इसके अलावा सागर गेट, झांसी गेट, खिरिया वार्ड में मकान पर पेड़ गिरने से मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा शहर में कई स्थानों पर टीनशेड के गिरने के समाचार मिले हैं। शिव वार्ड में छज्जा गिरने से शैलेंद्र चौहान की बाइक दब कर क्षतिग्रस्त हो गई है।
मंडी का टीनशेड उड़ा, व्यापारियों को 5 लाख का नुकसान: मंडी सचिव ने बताया कि तेज हवा-पानी के कारण कृषि उपज मंडी में लगे शेड से करीब 150 से ज्यादा टीन उड़कर करीब 200 मीटर दूर तक जाकर गिरे। जिस कारण व्यापारियों का गोदाम एवं टीनशेड में भरा करीब 5 लाख से अधिक का अनाज गीला हो गया। साथ ही मंडी में लगे सीसीटीवी कैमरे एवं बिजली लाइन भी टूट कर क्षतिग्रस्त हो गई है।
झांसी गेट अंडरब्रिज में भरा पानी रास्ता बंद
तेज बारिश के कारण झांसी गेट स्थित अंडरब्रिज में पानी भर जाने के कारण रास्ता बंद हो गया। जिस कारण शहर के भगत सिंह वार्ड, इंदिरा गांधी वार्ड, नानक वार्ड सहित रिफाइनरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। यहां के लोग रेलवे लाइनों में से होकर अपने घरों तक पहुंचे। क्योंकि ओवर ब्रिज के पिलर बनाने के लिए रेलवे के द्वारा पूर्व में ही झांसी गेट बंद कर दिया गया है। एक मात्र रास्ता अंडरब्रिज था लेकिन बारिश के पानी के कारण रास्ता बंद हो गया।
तेज हवा के साथ बारिश, छप्पर उड़े, पेड़ गिरने से रास्ते बंद हुए
खुरईमें गुरुवार काे दाेपहर में तेज हवाएं चलीं, उसके बाद झमाझम बारिश शुरू हाे गई। बारिश शाम तक जारी रही। तेज हवाएं चलने से पेड़ उखड़ गए, घराें के छप्पर भी उड़ गए, जिससे नुकसान हुआ है। बिजली के खंभे गिरने से बिजली व्यवस्था ठप रही। शहर में भी दाेपहर तीन बजे से बिजली बंद रही। गांवाें में पेड़ उखड़ने से नुकसान की खबरें मिली हैं।
खुरई-खिमलासा राेड पर धांगर गांव के पास कैथ का पेड़ मुख्य सड़क पर गिर गया, जिससे रास्ता बंद हाे गया। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला माैके पर पहुंचा, पेड़ काे कटवाकर वनवे ट्रैफिक चालू कराया गया। वहीं तलापार तिराहा के पास भी पेड़ गिरने से रास्ता बंद हाे गया। सेमरागनपत गांव में लाेगाें के घराें के टीन के छप्पर उड़ गए, जिससे सामान भी भीग गया। यहां बिजली के खंभे धराशाई हाे गए। लाेगाें ने तहसीलदार काे सूचना देकर सुधार हाेने तक बिजली बंद रखने की मांग की। जिससे करंट फैलने की अाशंका न रहे। सेमरागनपत गांव काे जाने वाले रेलवे पुल के अंडर ब्रिज में भी पानी भर गया, जिससे वहां आवागमन रुक गया।
प्रशासन ने मदद पहुंचाई
करमपुर गांव में तेज हवा से बिजली के खंभे घराें पर गिर गए, वहीं पेड़ भी घराें पर गिरे, जिससे मकानाें काे नुकसान हुआ है। करमपुर के पास लाेहगढ़िया के करीब एक दर्जन परिवाराें ने कच्चे टपरे बनाए थे। तेज हवा में यह टपरे उड़ गए। टपराें में पानी भर गया, जिससे खाद्यान्न भी भीग गया। प्रशासन काे सूचना मिलने पर मदद पहुंचाई गई है। तहसीलदार संजय जैन ने बताया कि टपराें में क्षति हाेने की सूचना मिली थी, उसके बाद खाद्यान्न सामग्री पहुंचाई गई है।
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