साइकिल पर सामान और बच्चों को बैठाकर 200 किमी पैदल आए धनोरा के लोग
महाराष्ट्र से मजदूरों का आना जारी है। कई मजदूर पैदल तो कई साइकिल और वाहनों से लौट रहे है। उप्र के मजदूरो को भी मंगलवार को कुछ देर रोकने के बाद जाने दिया गया। वही प्रदेश के कई मजदूर पैदल आने को मजबूर है। कुछ मजदूर बच्चों को साइकिल पर बिठाकर पैदल जाते हुए दिखे। धनोरा निवासी गुजरीलाल पिता पांडु ने बताया गांव से 4 परिवार के 22 सदस्य महाराष्ट्र के मनमाड में मजदूरी करने गए थे। जिसमे 14 बच्चे भी शामिल है। वहां आर्थिक संकट होने और खाने की फजीहत होने पर पैदल निकले थे। सोमवार को वह बच्चों को साईकिल पर बिठाकर इस तरह 200 किमी का पैदल चलकर बिनासन घाट तक पहुंचे है। आगे और 45 किमी का सफर पैदल चलकर पूरा करना है। छोटे बच्चों को साइकिल पर बिठाया गया है। वही बड़ी लड़कियां भी पैदल चल रही है। गुजरीलाल ने बताया लॉक डाउन के बाद अन्य राज्य में मजदूरी करने नहीं जाएगा। गांव में रहकर ही गुजारा कर लेंगे। वही उप्र के अधिकांश मजदूर छोटे वाहनो में सवार होकर अपने प्रदेश की ओर जाते दिखे।
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