‘सीवर लाइन में कहाँ खर्च हो गए 210 करोड़ रुपए पाई-पाई का हिसाब देने की यह आखिरी मोहलत’

शहर में चल रहे सीवर लाइन के काम पर हाईकोर्ट ने एक बार फिर से सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस काम में 210 करोड़ रुपए कहाँ-कहाँ खर्च हुए, उसका पाई-पाई का हिसाब पेश किया जाए। पूर्व में दिए निर्देश के बाद भी ब्यौरा पेश न किए जाने को गंभीरता से लेते हुए चीफ जस्टिस अजय कुमार मित्तल और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ ने अनावेदकों को आखिरी मौका दिया है। साथ ही इस मामले की सुनवाई सीवर लाइन के मुद््दे पर संज्ञान लेकर वर्ष 2017 में दर्ज की गई एक अन्य जनहित याचिका को भी लिंक करने के निर्देश देकर युगलपीठ ने अगली सुनवाई 20 जुलाई को निर्धारित की है।

रसल चौक निवासी सौरभ शर्मा की ओर से वर्ष 2018 में दायर इस याचिका में आरोप है कि जबलपुर शहर में नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ नगर निगम प्रशासन द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है। निगम की लापरवाही के कारण ही शहर में स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस आदि का कहर है। आवेदक का आरोप है कि जगह-जगह शहर में गंदगी व्याप्त है, जिससे बीमारियाँ फैल रहीं हैं और दूसरी ओर स्वच्छ शहर का सिर्फ प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। हाईकोर्ट ने 7 दिसंबर 2018 और 24 अप्रैल 2019 को हुई सुनवाई के बाद जबलपुर कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को कहा था कि इन बीमारियों से निपटने उठाए गए कदमों का ब्यौरा वे पेश करें। विगत 30 जून को हुई सुनवाई के बाद अदालत ने कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को कहा था कि वे दो सप्ताह में बताएँ कि इन बीमारियों से निपटने उन्होंने क्या-क्या कदम उठाए हैं? ऐसा न होने पर दोनों अधिकारी अवमानना की कार्रवाई का सामना करने तैयार रहें।
बुधवार को आगे हुई सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता आदित्य संघी, राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्पेन्द्र यादव व नगर निगम की ओर से अधिवक्ता अर्पण जे पवार हाजिर हुए। सुनवाई के बाद युगलपीठ ने अनावेदकों को खर्च की गई राशि का ब्यौरा पेश करने के निर्देश दिए।

जलप्लावन के मामले पर सुनवाई 13 को
बारिश के मौसम में शहर में होने वाले जलप्लावन को लेकर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय छात्र परिषद की ओर से दायर जनहित याचिका पर अब 13 जुलाई को सुनवाई होगी। बुधवार को सीजे की अध्यक्षता वाली बैंच के सामने हुई सुनवाई के दौरान नगर निगम की ओर से अधिवक्ता सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि मामले पर स्टेटस रिपोर्ट पेश कर दी गई है। युगलपीठ ने उसे रिकाॅर्ड पर लेने के निर्देश देकर सुनवाई मुल्तवी कर दी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/38CX31r

Share this

0 Comment to "‘सीवर लाइन में कहाँ खर्च हो गए 210 करोड़ रुपए पाई-पाई का हिसाब देने की यह आखिरी मोहलत’"

Post a Comment