85 प्रतिशत भर्ती के बाद विषय पर आपत्ति, सैकड़ों उत्तीर्ण युवाओं पर रोक

प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की 2018 में हुई उच्च माध्यमिक शिक्षक (वर्ग 1) भर्ती में परीक्षा उत्तीर्ण सैकड़ों विद्यार्थियों के विषय को लेकर रोक लगा दी है। इसके विरोध में सोमवार को युवाओं ने कलेक्टर गोपालचंद्र डाड व डीईओ केके डोंगरे को शिकायत की है। अभ्यर्थी संदीप भावसार, विजय पाटीदार ने बताया कि जीव विज्ञान विषय(बायोटेक, माइक्रो बॉयोलॉजी व बायो केमिस्ट्री) में परीक्षा में शामिल होकर इसी विषय में मेरिट में स्थान प्राप्त किया है।
सरकार ने भर्ती नहीं करने के बहाना ढूंढा
श्वेता गुर्जर, उर्वशी वोरे ने ने आरोप लगाया कि जुलाजी(प्राणीशास्त्र) से स्नातकोत्तर छात्र प्राणीशास्त्र के विषय को नहीं पढ़ता है और प्राणीशास्त्र का छात्र बॉटनी (वनस्पतीशास्त्र) को नहीं पढ़ाता है। एनसीआरटी के कोर्स में कक्षा 11वीं व 12वीं में 60% कोर्स सह विषयों के पाठ्यक्रम से मिलता है। कक्षा 12वीं के पाठ्यक्रम में वनस्पति शास्त्र से संबंधित पाठ्यक्रम केवल 10 से 15% है। इसके बावजूद वनस्पति शास्त्र से स्नोतकोत्तर विद्यार्थी कक्षा 12वीं को पढ़ाने योग्य है। सह विषयों से स्नातकोत्तर विद्यार्थी कक्षा 11वीं व 12वीं को पढ़ाने में अयोग्य कैसे हो सकते हैं।

85 प्रतिशत भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के बाद हमें दस्तावेज सत्यापन के दौरान अफसरों ने होल्ड पर रख दिया। यहां अफसरों ने बताया कि पीजी डिग्री सह विषय में बॉटनी व जूलाजी जरूरी है। जबकि पीईबी के नियम अनुसार हम सही थे। राजपत्र में विषय पात्रता मानदंड में पीजी डिग्री का उल्लेख था। भर्ती अस्वीकृत का कारण 10 जनवरी 2020 को नवीन पोर्टल बनाकर बताया। यह हमारी योग्यता का प्रमाण है। पीईबी को जानकारी भेजेंगे। भोपाल स्तर से निर्णय हुआ है। अफसरों को जानकारी देंगे।-केके डोंगरे, डीईओ



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