राशन दुकानाें में जगह नहीं, सड़क पर बनाए गाेले में खड़े हाेकर राशन का इंतजार कर रहे लाेग
शहर और ब्लाॅक के गांवाें की अधिकांश राशन दुकानाें पर साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हाे रहा है। ना ही दुकानाें पर सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धुलाने जैसी काेई व्यवस्था है। कई दुकानाें के पास ताे इतनी भी जगह नहीं है कि राशन लेने आने वाले लाेगाें काे बैठाया जा सके। इस स्थिति में लाेग या ताे घंटाें सड़क पर खड़े रहते हैं या सड़क किनारे या फिर घराें के सामने बैठ जाते हैं। राशन कार्ड की जगह अब बायामैट्रिक मशीनाें से राशन बांटा जाता है, जिससे समय अधिक लगता है।
राशन दुकान के संचालकाें के सामने समय पर राशन बांटने के साथ ही राशन लेने अाने वाले लाेगाें से साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की बड़ी जिम्मेदार भी है। राशन लेने लाेगाें की भीड़ एक साथ अाती है, जिसे संभाल पाना दुकान संचालकाें के लिए कई बार परेशानी का कारण भी बन जाता है। शहरी क्षेत्र में 7 तथा गांवाें में 84 राशन दुकानें संचालित की जा रही है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र में 2525 तथा ग्रामीण क्षेत्राें में राशन दुकानाें से 20931 लाेग जुड़े हैं।
अधिकारी नहीं करते निरीक्षण
शहर और गांवाें की राशन दुकानाें पर साेशल डिस्टेंसिंग की क्या स्थिति है, इससे उच्च अधिकारियाें काे काेई मतलब नहीं है। अधिकारी राशन दुकानाें का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। खाद्य विभाग के अधिकारियाें के अलावा प्रशासनिक अधिकारियाें काे भी राशन दुकानाें की स्थिति देखने में काेई रुचि नहीं दिख रही है। यही कारण है कि दुकान संचालकाें काे अकेले ही राशन बांटने के साथ साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना पड़ रहा है।
समझाइश पर ध्यान नहीं दे रहे लाेग
राशन दुकानाें पर पहुंचने वाले लाेगाें काे साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मुंह पर मास्क लगाकर अाने की बार-बार समझाइश दी जा रही है। कई लाेग ताे नियमाें काे मान रहे हैं, लेकिन अधिकांश लाेगाें पर इस तरह की समझाइश का काेई असर नहीं हाे रहा है। राशन दुकान संचालक राशन बांटने के साथ लाेगाें काे साेशल डिस्टेंस का पालन करने की भी समझाइश देते हैं। लाेगाें काे चूने के गाेलाें में खड़ा हाेने की बात कही जाती है, लेकिन कई लाेग नहीं मान रहे। वार्ड क्रमांक 1 की दुकान संचालक देवेंद्र कैथवास ने कहा कि लाेगाें काे वायरस से बचाने का प्रयास कर रहे हैं। लाेगाें काे गाेलाें में खड़ा हाेने की समझाइश दे रहे हैं। इसके बाद भी लाेगाें में नियमाें का पालन करने की काेई रुचि नहीं है। इसी तरह वार्ड 10 की दुकान संचालक शरीफ कुरैशी ने कहा लाेगाें काे नियमाें का पालन करने की जब बात कहते हैं ताे उन्हें बुरा लग जाता है। फिर भी लाेगाें से नियमाें का पालन कराने की काेशिश की जा रही है।
वार्ड 1 और 10 की दुकानाें में खड़े रहने की भी जगह नहीं
शहर के वार्ड 1 तथा 10 की राशन दुकानाें में जगह की सबसे अधिक परेशानी है। इन दाेनाें दुकानाें में लाेगाें के लिए बैठना ताे दूर खड़े रहने की भी जगह नहीं है। इस स्थिति में राशन लेने आने वाले लाेग दुकानाें के सामने सड़क पर ही घंटाें खड़े रहते हैं। वार्ड 1 में राशन लेने आई महिला सराेज बाई, आशा बाई तथा तुलसी बाई ने कहा कि काेराेना वायरस के कारण भय की स्थिति है। जब राशन लेने दुकान पर जाते हैं ताे घंटाें खड़े रहना पड़ता है। दुकान में ऐसी काेई जगह नहीं है जहां कुछ समय के लिए बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकें। सड़क पर ही बैठना पड़ता है। शुक्रवार को वार्ड क्रमांक 1 और 2 की राशन दुकान के सामने गोले बनाए गए, जिससे लाेगाें से साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सके। कुछ लाेग ताे गाेले में खड़े हाे गए, बाकी सड़क किनारे बैठ गए और कुछ घंटाें खड़े रहे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fhS0pH
0 Comment to "राशन दुकानाें में जगह नहीं, सड़क पर बनाए गाेले में खड़े हाेकर राशन का इंतजार कर रहे लाेग"
Post a Comment