15 अगस्त की घोषणाओं पर कमलनाथ का पलटवार; बोले- जल्द उपचुनावों के बाद पराधीनता की बेड़ियों से मुक्त होगा प्रदेश
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की पर गईं घोषणाओं का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि शिवराज जी, बड़बोले और झूठे भाषणों से मध्य प्रदेश आत्मनिर्भर नहीं होगा। उन्होंने कहा, "मुझे पूरी उम्मीद है कि जिस तरह जनमत को नकार कर हथियाई हुई सरकार की पराधीनता की बेड़ियों में मध्यप्रदेश जकड़ा हुआ है, जल्द उपचुनावों के बाद स्वाधीन होगा और पुनः 'अवरुद्ध विकास की विपन्नता' से 'प्रगति के प्रशस्त मार्ग' पर लौट आएगा।"
आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जी का स्वाधीनता दिवस के अवसर पर उद्बोधन सुना। हमेशा की तरह उनका भाषण झूठ की बुनियाद पर आधारित था तथा जमीनी सच्चाई से कोसों दूर था। नेतृत्व हमेशा प्रतिकूल परिस्थिति में परखा जाता है। ये हमेशा याद रखा जाएगा कि जब मध्यप्रदेश महामारी की विभीषिका से जूझ रहा था तब भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश के नागरिकों की मदद करने की अपेक्षा राजनैतिक रैलियों और प्रचार में व्यस्त थी और प्रदेश को महामारी की आग में झोंक दिया था।
कांग्रेस का ट्वीट-
विडंबना देखिए, शिवराज जी वर्षों से अपने भाषणों में 'स्वर्णिम मध्यप्रदेश', 'समृद्ध मध्यप्रदेश' की बात करते हैं और ख़ुद को 'बेटियों का मामा', 'आदिवासियों का भाई' कहते हैं, मगर जिस बात और वर्ग के लिए जितनी ज़ोर से भाषण दिया वो वर्ग उतना ही गर्त में चला गया।
क्या है यही है शिवराज का 'समृद्ध और स्वर्णिम' मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश में भाजपा के 15 वर्षों के शासन की उपलब्धियां यह थीं कि 80 लाख परिवार अर्थात् लगभग आधी आबादी के पास गरीबी रेखा के कार्ड थे। 68.25 लाख लोग मनरेगा की मज़दूरी के लिए पंजीकृत थे । प्रतिव्यक्ति आय में मध्यप्रदेश 27 वें स्थान पर था । ख़ुद को मामा प्रचारित करने वाले मुख्यमंत्री जी के समय में 48 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार थे। नवजात शिशु की मृत्यु सबसे ज़्यादा मध्यप्रदेश में होती थी। 72 प्रतिशत स्कूलों में बिजली के कनेक्शन तक नहीं थे।
बेटियों के साथ बलात्कार सबसे ज़्यादा मध्यप्रदेश में हुए थे। आदिवासी भाइयों के हाल ये थे कि वन अधिकार के पट्टे सबसे ज़्यादा शिवराज सरकार में निरस्त हुए और आज मध्यप्रदेश के आत्ममुग्ध मुख्यमंत्री झूठ की भरमार से भरा 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' का नया स्वप्न परोस रहे हैं।
कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों को अपनी बता दिया: कमलनाथ
15 अगस्त के मौके पर मुख्यमंत्री जी ने जो उपलब्धियां बताई हैं, उन्हें सैद्धांतिक रूप से कांग्रेस की 15 माह की सरकार में क्रियान्वित या स्वीकृत किया गया है। जैसे आदिवासी भाइयों की साहूकारों से ऋण मुक्ति, 200 महाविद्यालयों में विश्व बैंक की सहायता से स्मार्ट क्लास, ओंकारेश्वर में विश्व का सबसे बड़ा 600 मेगावाट का 3000 करोड़ रु की लागत से बनने वाला सोलर पॉवर प्लांट इत्यादि।
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