तीन माह पहले जहां से हटाए कब्जे फिर वहीं खड़े हो रहे ठेले, जबकि 20 लाख के शेड पड़े हैं खाली

3-5 माह पहले नपा और प्रशासन ने इंडियन चौराहे से उद्योग विभाग तक जिस तेजी से कार्रवाई कर सब्जियों के हाथ ठेले व स्थाई अतिक्रमण हटाए थे। उससे उम्मीद बंधी थी की अब शहर की सड़कों पर खड़े होने वाले हाथ ठेलों को नई सब्जी मंडी में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इससे सड़कें पूरी तरह से ट्रैफिक के लिए खाली हो जाएंगी और सब्जी बाजार भी व्यवस्थित हो जाएगा , लेकिन साढे 3 महीने बाद भी ऐसा नहीं हो पाया है । यहां तक की जहां से अतिक्रमण हटाया गया था, वहां अब फिर से सब्जी और फलों के हाथ ठेले खड़े किए जाने लगे हैं । जबकि दशहरा मैदान के पास नई सब्जी मंडी में 120 की क्षमता वाले पक्के चबूतरों पर 20 लाख रुपए की लागत से टीन शेड भी लगा दिया गया है। इससे वहां सब्जी और फल विक्रेताओं को कोई परेशानी न हो।
चबूतरे बने हुए हो गए 10 साल : दशहरा मैदान के पास बने हाकर जोन में सब्जी बाजार शिफ्ट करने का प्लान काफी पुराना है । एक परिषद ने चबूतरों का निर्माण कराया उसके बाद दो परिषदों के माध्यम से थोड़-थोड़ा काम हुआ। लेकिन वहां शहर हाथ ठेलों को शिफ्ट नहीं किया जा सका है।
20 चबूतरे और टीनशेड तैयार, ढीली पड़ी सब्जी विक्रेताओं को शिफ्ट करने की मुहिम
1. तीन सदस्यों की बनाई गई है समिति
नई सब्जी मंडी में चबूतरों पर टीनशेड और दीवार बनाकर दुकानें ही तैयार कर दी गईं हैं । इन दुकानों को अब बाजार मूल्य पर सब्जी विक्रेताओं को स्थाई तौर पर देने के प्लान पर काम चल रहा है । इसके लिए तीन सदस्यों की एक समिति बनाई गई । जो इन दुकानों का मूल्य तय करेगी। इस समिति में पीडब्ल्यूडी , आरईएस और नगरपालिका के इंजीनियर शामिल हैं । इस समिति की एक बैठक भी हो चुकी है। हालांकि अभी दुकानों के मूल्य तय नहीं हो पाए हैं।
2. सब्जी विक्रेताओं को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन
नगर पालिका प्रशासक और जिले के कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने सब्जी विक्रेताओं को नई सब्जी मंडी में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था । इससे पहले सुविधाओं की कमी बताकर सब्जी विक्रेता वहां जाने से मना कर देते थे । इसके बाद वहां टीनशेड वाली दुकानें बनाने, पानी और शौचालय की व्यवस्था कराने के लिए कलेक्टर भार्गव ने नपा सीएमओ को निर्देश दिए । फिर 20 लाख से बने टीनशेड वाली दुकानें तैयार की गई हैं ।
3. नई मंडी में हाथ ठेले वालों की शिफ्टिंग हो तो सुधरे ट्रैफिक
शहर की सड़कों पर करीब 300 से अधिक हाथ ठेलों खड़े कर सब्जी,फल, और चाट-पकौड़ी बेचने का काम किया जाता है । इससे सड़क का बड़ा हिस्सा जिसका उपयोग ट्रैफिक के लिए उपयोग होना चाहिए, वह अतिक्रमण के कारण जाम बना रहता है । इससे 80 फीट की सड़क पर महज 20 फीट की सड़क ही ट्रैफिक के लिए मिल पाती है । इससे शहर में बार ट्रैफिक जाम लगाने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।
हाथ ठेले शिफ्ट करने 22 मई को हटाया था अतिक्रमण
इंडियन चौराहा, संयम सागर मार्ग, उद्योग विभाग, सर्राफा बाजार रोड़ पर 22 मई को नपा और प्रशासन की टीम ने जेसीबी से अतिक्रमण हटवाया । एक दिन चली प्रभावी कार्रवाई से चौराहा चौड़ा हो गया और संयम सागर मार्ग से चार पहिया वाहन निकलना शुरु हो गए। लेकिन उसके बाद हाथ ठेलों की शिफ्टिंग के कार्रवाई की गति धीमी पड़ गई ।
सुविधाएं जुटाने के बाद करेंगे शिफ्ट
^शहर के अंदर फोर लाइन सड़क का निर्माण किया जाना है। इसके लिए अधिक जगह की जरुरत होगी। इसका निर्माण भी जरुरी है । इसलिए नई सब्जी मंडी में सुविधाएं जुटाने के बाद सब्जी विक्रेताओं को शिफ्ट किया जाना है।
-उमाशंकर भार्गव, कलेक्टर रायसेन
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