छारबाग की छतरियों को संवारने 8 माह पहले बनी योजना पर कुछ किया नहीं

शहर की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल नेवज नदी के किनारे स्थित छारबाग की छतरियों की दशा अब तक नहीं सुधर पायी है, जबकि इन्हें संवारने के लिए आठ माह पहले एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था, उस दौरान लगभग आठ लाख रुपए स्वीकृत भी हुए थे, बावजूद इनकी दशा अभी भी जस की तस है। स्थिति यह है कि न तो छतरियों के आसपास साफ सफाई और दीवारों में दरारें पड़ रही हैं।
लगभग आठ माह पहले तत्कालीन कलेक्टर निधि निवेदिता द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत शहर में व्यापक स्तर पर अतिक्रमण
हटाने एवं ऐतिहासिक धरोहरों को संवारने का अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान विभिन्न विभाग प्रमुखों के साथ कलेक्टर निवेदिता ने खुद मौके पर पहुंच पहुंचकर इमारतों को संवारने की योजना बनाई थी। इसके तत्काल बाद एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। बताया जा रहा है कि उसके बाद राशि तो स्वीकृत हुई थी, लेकिन विधिवत काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
रियासतकालीन है छतरियां, अब कुछ की दीवारें दरकीं तो कुछ पर उग रहे पीपल
यह छतरियां लगभग रियासतकाली में बनाई गई थीं और वर्तमान में स्थिति यह है कि इनकी दीवारों में दरारें आ गयी हैं। कुछ छतरियों के ऊपर पीपल के पौधे उग रहे हैं। अब पुरातत्व विभाग प्रमुख का कहना है कि जल्द ही इनके आसपास सफाई करवाई जाएगी।
प्रस्ताव के तहत यह होना था यहां
तय हुआ था कि इन छतरियों को संवारा जाएगा, इसने आसपास एवं परिसर में पेड़ पौधे एवं घास लगाई जाएगी, फेंसिंग करवाई जाएगी, ताकि शहर के लोग और बच्चे यहां सुबह शाम घूमने के लिए आ सकें और यह शहर का पर्यटन स्थल बन सके, लेकिन जिस प्रकार यह योजना बनी थी उस लिहाज ये यहां अब तक काम नहीं हुआ है।
सफाई के लिए हमें अलग से बजट नहीं मिलता
^उस समय काम हुआ था, काम भोपाल से होता है, करीब आठ दस लाख रुपए बजट रहा होगा, कंजर्वेशन वर्क की पूरी टीम भोपाल में रहती है। उन्हीं की मानिटरिंग में पूरा काम होता है। हाल ही में चार दिन पहले सफाई करवाई थी, सफाई के लिए अलग से कोई बजट तो नहीं आता है। हम अपने स्तर से मेंटेनेंस करवाते रहते हैं। फिर से साफ-सफाई करवा देंगे।
- जेपी सिंह चौहान, प्रभारी, जिला पुरातत्व विभाग
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3iYVkrA
0 Comment to "छारबाग की छतरियों को संवारने 8 माह पहले बनी योजना पर कुछ किया नहीं"
Post a Comment