प्रतिमा हटाएं, पिलर न बनाएं तो बंगाली चौराहे पर मिलेगी 100 फीट चौड़ी राह, ट्रैफिक आसान होगा
बंगाली कॉलोनी चौराहे पर जिस माधवराव सिंधिया प्रतिमा को हटवाने के लिए पीडब्ल्यूडी कई दिनों से मशक्कत कर रहा है, वहां उसे एक नया पिलर खड़ा करना है। इस आखिरी पिलर के बाद फ्लायओवर का काम गति पकड़ेगा, लेकिन एक तकनीकी पेंच इस पिलर को भी लेकर आ रहा है।
पिलर बनने से चौराहे पर दोनों तरफ का ट्रैफिक चलाने के लिए अधिकतम 55-55 फीट जगह ही बचेगी, जिससे आशंका है कि जिस समाधान के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, वह उस तरह हासिल भी नहीं हो सकेगा। यदि पिलर न बनाएं तो चौराहे पर एक तरफ 100 फीट की सड़क मिल सकेगी।
ट्रैफिक एक्सपर्ट का कहना है कि बंगाली चौराहे पर चारों तरफ की सर्विस रोड पर भी उतना ही ट्रैफिक है, जितना मुख्य कैरेज वे पर होता है। यहां सिग्नल सिस्टम फेल होने की वजह भी यही रही और अंतत: फ्लायओवर निर्माण पर जाना पड़ा। अब जब यहां फ्लायओवर बन जाएगा, तब भी लोगों को सिग्नल को फॉलो तो करना ही पड़ेगा, क्योंकि ऊपर से सिर्फ रिंग रोड का लंबी दूरी तक चलने वाला ट्रैफिक निकलेगा, बाकी वाहनों की आवाजाही, जिसमें भोपाल, देवास की तरफ जाने वाली बसें भी शामिल हैं, नीचे चौराहे से जाएंगी।
इससे फ्लायओवर बनने के बाद भी चौराहे से गुजरने वाले इन वाहनों को पिलर क्रॉस कर आगे बढ़ना अभी जैसा मुश्किल ही रहेगा। 10 पहियों की चार्टर्ड बसें, देर रात चौराहे से बायपास की तरफ जाने वाले बड़े ट्रक और ट्रॉले यहां पिलर के कारण उलझ सकते हैं।
90 डिग्री पर नहीं मिलती सड़क, इसलिए तिरछापन
पीडब्ल्यूडी अफसर प्रतिमा हटाने के लिए कह रहे हैं ताकि ब्रिज पूरा हो जाए और आवाजाही का रास्ता बने, लेकिन जिस जगह अभी सिंधिया प्रतिमा है ठीक वहीं पर ब्रिज के सेंटर वाले पिलर खड़े होंगे। इससे ब्रिज के नीचे बोगदों में सड़क की चौड़ाई कम हो जाएगी।
बंगाली चौराहे पर रिंग रोड और कनाड़िया रोड 90 डिग्री के बजाय 25 डिग्री पर मिलती है। इस तिरछेपन के कारण बीच में पिलर ट्रैफिक में व्यवधान बनेगा। ये भविष्य में बायपास के बोगदों जैसा चौराहा बन जाएगा।
इससे साकेत की तरफ से आकर पीपल्याहाना वाली सर्विस रोड पर जाने वाले वाहन और खजराना की तरफ से आने वाले वाहन उलझेंगे।
पीडब्ल्यूडी की डिजाइन के हिसाब से पिलर के दोनों तरफ 60-60 फीट जगह है। सुरक्षा दीवार इत्यादि बनने के बाद दोनों तरफ बमुश्किल 55-55 फीट की रोड मिलेगी।
अगर पिलर को हटा दिया जाता है तो एक साइड ही कम से कम 80 और अधिकतम 100 फीट की जगह मिलेगी, यानी फ्लायओवर के नीचे बड़ा चौराहा बन सकेगा।
पीडब्ल्यूडी चाहे तो डिजाइन में से पिलर हटा सकती है: आर्किटेक्ट
आर्किटेक्ट अतुल सेठ के मुताबिक, इस पिलर को पीडब्ल्यूडी चाहे तो डिजाइन में से हटा सकती है। इसके बदले चौराहे के मध्य करीब 80 फीट से अधिक का गर्डर डालना होगा, इससे बीच में ट्रैफिक के मूवमेंट के लिए पर्याप्त जगह मिल जाएगी। इसे लेकर सांसद शंकर लालवानी और पीडब्ल्यूडी मंत्री से बात भी की है।
भोपाल से मंजूर है डिजाइन, बदलेंगे तो लागत बढ़ेगी : पीडब्ल्यूडी इंजीनियर
^पीडब्ल्यूडी की ब्रिज सेल के कार्यपालन यंत्री गिरिजेश शर्मा के मुताबिक, फ्लायओवर की ड्राइंग-डिजाइन भोपाल से मंजूर है। अब इसमें संशोधन मुश्किल है। वैसे भी बीच का पिलर हटाते हैं तो लागत एक-एक करोड़ रुपए बढ़ जाएगी। हम जिस डिजाइन से इसे तैयार कर रहे हैं, उसमें ट्रैफिक चलाने में परेशानी नहीं आएगी। इसे लेकर सुझाव जरूर आए हैं, पर ये फैसले भोपाल से ही होते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3oEhOAw
0 Comment to "प्रतिमा हटाएं, पिलर न बनाएं तो बंगाली चौराहे पर मिलेगी 100 फीट चौड़ी राह, ट्रैफिक आसान होगा"
Post a Comment