एक साल में खराब हुए 20 हजार मीटर, बिजली कंपनी ने 5 हजार बदले, 15 हजार उपभाेक्ताओं काे मिल रहे आकलित खपत के बिल

बिजली कंपनी के मीटर लगातार खराब हाे रहे हैं लेकिन उन्हें बदलने का काम सुस्त है। पिछले एक साल में 20 हजार मीटर खराब हो गए, लेकिन इनमें से अब तक सिर्फ 5 हजार मीटर ही बदले गए हैं। शेष 15 हजार उपभोक्ताओं काे बिजली कंपनी आकलित खपत और औसत के आधार पर अनाप-शनाप बिल थमा रही है।

इसे लेकर बीते दिनों ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजली कंपनी के अधिकारियों की बैठक लेकर अल्टीमेटम दिया है कि खराब मीटर जल्द से जल्द बदले जाए। इसके लिए एक डेडलाइन बनाई जाए।
गाैरतलब है कि ग्वालियर रीजन में मीटराइजेशन का काम बुरी तरह से ठप है।

ग्वालियर रीजन के 8 जिलों की बात करें तो यहां पर करीब 11 लाख मीटरों को लगाने का काम पिछले 3 साल से लंबित है। अभी 10 प्रतिशत भी यह काम नहीं हो पाया है। ग्वालियर शहर में ही सेंट्रल डिवीजन को छोड़कर उपनगर ग्वालियर, उपनगर मुरार और ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के क्षेत्रों में हजारों उपभोक्ताओं के मीटर लंबे समय से खराब पड़े हैं। इन मीटरों को बदलने के आवेदन जोन कार्यालयों में पड़े हुए हैं। करीब एक से तीन महीने की वेटिंग मीटरों को बदलने को लेकर चल रही है।

यहां भेजे जा रहे आकलित खपत के बिल

सिटी सेंटर, थाटीपुर, मुरार, बारादरी, डीडी नगर, कंपू, सिकंदर कंपू, गोल पहाड़िया,तानसेन नगर, बिरला नगर, लधेड़ी, ट्रांसपोर्ट नगर के हजारों उपभोक्ताओं को आज भी आंकलित खपत के बिल भेजे जा रहे हैं।

इनके पहुंचने की बड़ी वजह कहीं पर मीटर का खराब होना तो कहीं पर स्पॉट बिलिंग का न होना सामने आ रहा है। बिजली कंपनी के ग्वालियर सिटी के महाप्रबंधक विनोद कटारे का कहना है कि आंकलित खपत के मामले पहले से कम हुए हैं। जहां हैं वहां भी स्पॉट बिलिंग से और खराब मीटरों को बदलकर आंकलित खपत के बिल भेजना बंद कर दिया जाएगा।

मीटर नहीं बदले गए तो स्पॉट बिलिंग कैसे?

जब शहर में 15 हजार मीटर खराब पड़े हैं और उनको समय रहते बदला ही नहीं जा रहा है, तो ऐसे में स्पॉट बिलिंग कैसे हो रही है, इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शहर में ऐसे करीब 10 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं, जिनकी शिकायत है कि उनके यहां पर स्पॉट बिलिंग होने के बाद भी मीटर में दर्ज रीडिंग बिल पर दर्ज होकर नहीं आती है। यह उससे कभी कम या ज्यादा आ जाती है। इससे उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है।

जल्द ही खराब मीटर बदल दिए जाएंगे

मीटर बदलने का काम सिलसिलेवार तरीके से किया जा रहा है। जो पेंडेंसी हैं, उसे कम कर रहे हैं। जल्द ही सभी खराब मीटर बदल दिए जाएंगे।
- पीके हजेला, उप महाप्रबंधक, नॉर्थ डिवीजन, बिजली कंपनी



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प्रतीकात्मक फोटो


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