आबादी मुसीबत में; एक तरफ कोरोना का भय तो दूसरी ओर गंदे पानी से बीमारी फैलने का डर
मनमोहन नगर पानी की टंकी से पिछले कई दिनों से बेहद गंदे और बदबूदार पानी की सप्लाई की जा रही है। इससे हजारों की आबादी वाले त्रिमूर्ति नगर, अम्बेडकर नगर, शास्त्री नगर, चंडालभाटा और कृष्णा काॅलोनी सहित दर्जनों रहवासी क्षेत्रों के लोग परेशान हैं। लोगों का साफ कहना है कि वे नियमित तौर पर निगम काे जल शुल्क देते हैं और उसके बदले में उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
एक तरफ लोगों में वैसे ही कोरोना का भय बैठा हुआ और यदि ऐसे में उन्हें पेट सम्बंधित दूसरी बीमारियाँ हुईं तो उन्हें अस्पतालों के चक्कर काटने होंगे। एक शिकायत में त्रिमूर्ति नगर निवासियों ने बताया कि उनके क्षेत्र में करीब 15 दिनों से बेहद बदबूदार और गंदे पानी की सप्लाई की जा रही है। यह पानी पीने का मन नहीं करता है।
5 लाख गैलन की है टंकी
मनमोहन नगर पानी की टंकी की कुल क्षमता 5 लाख गैलन है और इससे बड़े क्षेत्र को सप्लाई की जाती है। हजारों लोगों काे यदि गंदा पानी मिल रहा है तो इसका मतलब है कि मामला गंभीर है और जो लोग पानी को सीधे उपयोग कर रहे होंगे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ना तय है। हालाँकि निगम पर भरोसा करके अधिकांश लोग बिना छाने या उबाले ही पानी पीते हैं।
सीमेंट की पाइप से चल रहा काम
मनमोहन नगर टंकी से जिन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जाती है, उनमें से कई क्षेत्रों में सीमेंट की पाइप लाइन के जरिए पानी भेजा जाता है और उसके जरिए गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंचता है। यह पाइप लाइन जब तक नहीं बदली जाती है तब तक लोगों को मुसीबत उठानी ही होगी।
इंजीनियर के जरिए उन क्षेत्रों की जाँच कराई जाएगी जहाँ ऐसा हो रहा है। यह पाइप लाइन के लीकेज से हो रहा है क्याेंकि टंकी में बिल्कुल साफ पानी पहुंच रहा है। मंगलवार को टीम जाँच करेगी।
- कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री नगर निगम
पेयजल को लेकर जनता न हो परेशान
नगर संवाददाता, जबलपुर। घरों तक शुद्ध पेयजल पहुँचे और किसी तरह की परेशानी जनता को न हो इस बात का ध्यान रखा जाये। यह निर्देश कमिश्नर कार्यालय में हुई बैठक में संभागायुक्त बी चंद्रशेखर ने दिये। नगरीय निकायों में जल प्रदाय सेवा और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के उपभोक्ता प्रभार दरों के निर्धारण के संबंध में भी उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिये।संभागायुक्त ने नगरीय निकायों में पेयजल, सीवरेज, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के सेवा शुल्क के निर्धारण के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि सभी ट्यूबवेल के संचालन व संधारण बेहतर हों।
यजल को लेकर जनता न हो परेशान
घरों तक शुद्ध पेयजल पहुँचे और किसी तरह की परेशानी जनता को न हो इस बात का ध्यान रखा जाये। यह निर्देश कमिश्नर कार्यालय में हुई बैठक में संभागायुक्त बी चंद्रशेखर ने दिये। नगरीय निकायों में जल प्रदाय सेवा और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के उपभोक्ता प्रभार दरों के निर्धारण के संबंध में भी उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिये।संभागायुक्त ने नगरीय निकायों में पेयजल, सीवरेज, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के सेवा शुल्क के निर्धारण के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि सभी ट्यूबवेल के संचालन व संधारण बेहतर हों।
16 टंकियों से जल्द होगी जलापूर्ति
अमृत योजना के अंतर्गत शहर में नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 16 उच्चस्तरीय पानी की नई पानी की टंकियों का निर्माण कराया गया है, जो बनकर तैयार हैं। टंकियों से सप्लाई वाले क्षेत्रों में लाइन भी बिछा दी गई है। नगर निगम आयुक्त अनूप कुमार ने शहर के नागरिकों से अपील की है कि नई टंकियों से कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन करें ताकि शीघ्र ही जलापूर्ति की जा सके। अमृत योजनान्तर्गत नगर निगम द्वारा 16 उच्चस्तरीय पानी की टंकियों का निर्माण किया गया है। नई टंकियों से पानी की आपूर्ति दिसम्बर माह में ही प्रारंभ हो जाएगी।
उक्त क्षेत्र में रह रहे नागरिकों से अनुरोध है कि वे नया कनेक्शन प्राप्त करने हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिन लोगों के पास पूर्व से कनेक्शन है, वे संभाग में जल के उपयंत्री से सम्पर्क कर कनेक्शन शिफ्टिंग का कार्य करा लें। जिससे पुरानी लाइन बंद होने पर असुविधा का सामना न करना पड़े।
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