हम्माल का दावा- समिति प्रबंधक के कहने पर 200 क्विंटल गेहूं में मिलाई चार क्विंटल मिट्टी

काेराेना संक्रमण के कारण इस बार जिले में गेहूं खरीदी केंद्रों पर हम्मालों का टाेटा है। समय पर उनकी हम्माली का भुगतान भी नहीं हुआ। इससे खरीदी व परिवहन की गति धीमी है। तापमान 40 डिग्री हाे गया है। ऐसे में केंद्रों पर पड़े गेहूं में घटत की आशंका के चलते समितियों द्वारा गेहूं में कचरा मिट्टी, पानी मिलाने की शिकायतें आ रहीं हैं। बुधवार काे राेलगांव खरीदी केंद्र पर गेहूं की बाेरी भरे ट्रक में पाइप से पानी डालने व मिट्टी मिलाने के ऐसे ही मामले की जांच करने कलेक्टर अनुराग वर्मा ने 5 अधिकारियों की टीम बनाई। फिलहाल अधिकारी जांच के बारे में कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
राेलगांव खरीदी केंद्र पर गेहूं की बाेरियाें में मिट्टी मिलाने व परिवहन के लिए लदे ट्रक में पाइप से पानी डालकर उसका वजन बढ़ाने का एक वीडियाे वायरल कर भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश यादव ने कलेक्टर, कृषि मंत्री से शिकायत की थी। गुरुवार काे कलेक्टर ने एआर अखिलेश चाैहान, डीडीए एमपीएस चंद्रावत, नाॅन प्रबंधक अारके पाेरवाल, वेयर हाउस प्रबंधक शैलेष पाटिल, सिराली टीअाई मनाेज उइके, केंद्र के नाेडल ओपी बघेल की जांच टीम बनाई। जिसने विभिन्न बिंदुओं पर जांच की।
गोदाम या वेयर हाउस पर पहले भरे फिर खाली ट्रक का होता है वजन
साेसाइटी खरीदी केंद्रों पर किसान से गेहूं का ढेर लगवाती है। इसे 50-50 किलाे की बाेरियाें में भरा जाता है। ताैल हाेता है। फिर गिनती हाेती है, जिससे कुल वजन व मात्रा पता चलती है। हम्माल इन बाेरियाें काे परिवहन के लिए ट्रक में जमा देते हैं। खरीदी केंद्र व गोदाम या वेयर हाउस के बीच काेई स्वतंत्र ताैल कांटा पड़ता है ताे समिति का एक व्यक्ति वहां भरे ट्रक का ताैल कराकर वजन नाेट करता है। गोदाम या वेयर हाउस पहुंचने पर पहले भरे उसके बाद खाली ट्रक का वजन किया जाता है। जांचकर्ता ट्रक में जमी बाेरियाें की थप्पियों की रेंडमली जांच करता है। गेहूं अमानक का कचरा मिट्टी वाला हाेने पर उनकी बाेरियां अलग रख देते हैं और समिति काे सूचना देते हैं। उतना गेहूं बाद में साफ करके या दूसरा देना हाेता है। नहीं देने पर उतनी मात्रा कुल वजन से कम कर दी जाती है। खराब गेहूं निकलने पर समिति की जिम्मेदारी मानी जाती है।
महिलाओंका स्व सहायता समूह कर रहा है खरीदी
राेलगांव में गेहूं खरीदी स्व सहायता समूह की महिलाओं के नाम से हाे रही है। तत्कालीन कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने दाे समूहों काे 4 केंद्रों पर गेहूं खरीदी के लिए अधिकृत करने की नई पहल की थी। यह पहला माैका है। हालांकि हम्मालों से विभिन्न समितियों से पूर्व में जुड़े रहे लाेग काम कर रहे हैं।
जांच टीम का दावा, जहां पानी डाला वहां पानी का स्त्रोत है ही नहीं
ट्रक में जहां पानी डालते हुए दिखाया जा रहा है, उसका नंबर स्पष्ट नहीं है। वहां ऐसी काेई लोकेशन भी नहीं दिख रही है। न ही हमें केंद्र एरिया में काेई जल स्राेत मिला। कुछ बंद व खुली बाेरियाें का गेहूं फैलाकर चेक किया। 10 बाेरी में 30 प्रतिशत मिट्टी निकली, जाे जमीन पर खरीदी हाेने से गिरने वाले गेहूं के साथ बिना साफ किए हम्मालों द्वारा डालना माना।
हम्माल आराेप पर कायम : बाेला समिति प्रबंधक के कहने पर मिलाई मिट्टी
वायरल वीडियाे में अस्थाई हम्माल राजेंद्र खंडेल ने समिति प्रबंधक आरिफ खान के कहने पर 200 क्विंटल गेहूं के ढेर में 4 क्विंटल मिट्टी मिलाने की बात कही थी। गेहूं के ट्रक में पाइप से पानी डालने की बातें जांच टीम के सामने भी उसने दाेहराई है।
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