होम क्वारेंटाइन होने से बचती रहीं इंदौर से आई दो सुपरवाइजर, बीएमओ बोले- दोनों सुपरवाइजर का ये रवैया अच्छा नहीं

महिला एवं बाल विकास विभाग की 2 सुपरवाइजर द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सहयोग नहीं करने की जानकारी सामने आई है। ये दोनों सुपरवाइजर इंदौर से मंगलवार को लौटी थीं। बीएमओ ने इन्हें क्वारेंटाइन करने की बात कही तो दोनों बिना सूचना दिए यहां से चली गईं।

मिली जानकारी अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग की सेक्टर सुपरवाइजर अलका तिवारी व कांता चौहान 22 मार्च से शुरू हुए लाॅकडाउन के पहले से इंदौर अपने घर गई हुई थीं। तब से वे वापस नहीं लौटी थीं। मंगलवार को अचानक वे आईं। उनकेपरियोजना कार्यालय भी जाने की खबर मिली है। सुपरवाइजर ने अपने आने की सूचना बीएमओ डॉ. जीएस चौहान को फोन पर दी। चूंकि दोनों रेड जोन इंदौर से आई थीं ऐसे में डॉ. चौहान ने उन्हें स्वास्थ्य परीक्षण करके होम क्वारेंटाइन किए जाने की बात कही। बुधवार को डॉ. चौहान तिवारी के कुंदनपुर रोड स्थित आवास पर पहुंचे तो वे नहीं मिलीं। फोन स्विच ऑफ आया।

बाद में पता चला कि होम क्वारेंटाइन से बचने के लिए तिवारी झाबुआ व चौहान पिटोल चली गई हैं। इस पर डॉ. चौहान ने पिटोल स्वास्थ्य विभाग को कांता चौहान के वहां होने कीजानकारी दी। तिवारी से संपर्क नहीं हो सका। डॉ. चौहान ने बताया कि जिम्मेदार शासकीय पद पर होने के बावजूद दोनों सुपरवाइजर का ये रवैया अच्छा नहीं कहा जा सकता। दोनों के खिलाफ पुलिस में प्रकरण भी दर्ज करवाया जा सकता है।



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