17 हजार मजदूर बिना जांच भेजे घर, उन्हीं में संक्रमित मिले तो अब कर रहे स्क्रीनिंग
जिले में कोरोना संक्रमण सिर्फ शहर में ही नहीं बल्कि गांवों में भी फैल गया है। दूसरे राज्यों से लौटे मजदूर कोरोना संक्रमित निकले हैं। प्रशासन ने पहले तो दूसरे राज्यों से लौटे 17 हजार से ज्यादा मजदूरों को बिना जांच के ही घरों में भेज दिया। उन्हीं मजदूराें में संक्रमित मिले तब प्रशासन सचेत हुआ। अब लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को सरकारी छात्रावास में न सिर्फ क्वारेंटाइन किया जा रहा है बल्कि गांव में स्वास्थ्य टीमें भेजकर बाहर से आए मजदूरों की घर-घर जाकर जांच व थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। जिले में 17 हजार 313 मजदूर दूसरे राज्याें से लाैटकर आ चुके हैं। जब यह मजदूर दूसरे राज्यों से लौटे, तब इनकी जांच नही की गई और इन्हें घर भेज दिया गया।
ऐसे में वीरपुर व विजयपुर तहसील क्षेत्रों में मजदूरों को कोरोना संक्रमण के एक साथ 6 मामले सामने आ गए। इसके अलावा मजदूर माता-पिता के साथ लौटे दो बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद प्रशासन जागा। अब प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के जरिए बिन जांच के घर भेजे गए दूसरे राज्यों से लौटकर आए मजदूरों की जांच शुरू करा दी है।
शनिवार को 38 एक्टिव केस, 29 के लिए गए सैंपल
जिले में शनिवार को 29 लोगों के सैंपल लिए गए हैं जिन्हें जांच के लिए डीआरडीई भेजा गया है। इनमें अब तक संक्रमण में आए मरीज की संपर्क हिस्ट्री में शामिल लोग शामिल हैं। जिले में 57 काेरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 38 एक्टिव केस हैं। वहीं 17 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
अब मजदूरों को सात दिन के लिए कर रहे क्वारेंटाइन
अब जो मजदूर दूसरे राज्यों से लौटकर आ रहे हैं, उन्हें पहले की तरह घर नहीं भेजा रहा है। लौटने वाले इन प्रवासी मजदूरों की जांच व सैंपल कराए जा रहे हैं। इन मजदूराें काे 7 दिनों के लिए सरकारी छात्रावासों में क्वारेंटाइन किया जा रहा है ताकि अगर किसी में कोरोना के लक्षण हो तो वह मरीज घर पहुंचने से पहले ही सामने आ जाए।
संक्रमित तहसीलदार के संपर्क में रहे पटवारियों के हुए सैंपल, एसडीएम, तहसील दफ्तर बंद
तहसीलदार रजनी बघेल के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कुछ पटवारियों के सैंपल लिए गए हैं। यह पटवारी व आरआई तहसीलदार की रिपोर्ट आने के बाद शुक्रवार से ही होम क्वारेंटाइन हैं। तहसीलदार के पॉजिटिव आने के बाद तहसील दफ्तर को भी सील कर दिया गया है। उनके संपर्क में आए एसडीएम रूपेश उपाध्याय भी क्वारेंटाइन हो चुके हैं। इसके चलते एसडीएम दफ्तर में भी कामकाज ठप हो गया है। ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गई है क्योंकि बोर खनन, निर्माण एनओसी, नामांतरण, बंटाकन, विभागीय जांच सहित अन्य कामकाज बंद हो चुके हैं।
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