टीकमगढ़ में बनाया जा रहा था नकली इंजन ऑयल, पुलिस ने फैक्ट्री और गोदाम पर मारा छापा, 2 करोड़ 66 लाख की सामग्री जब्त

शहर में केस्ट्रॉल कंपनी के नाम का नकली इंजन ऑयल बनाकर जिले में लंबे समय से सप्लाई किया जा रहा है। आईजी के निर्देशन में कंपनी की शिकायत पर शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की गई। नकली केस्ट्रॉल ऑयल बनाने वाली फैक्ट्री सहित गोदामों पर पुलिस टीम ने छापा मारा। जहां से भारी मात्रा में ऑयल के पैक डिब्बे मिले।

फैक्ट्री के मालिक सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। इस कार्रवाई में पुलिस ने इंजन ऑयल के 200 पैक कार्टून सहित अन्य सामान जब्त किया है। जिसकी कीमत 2 करोड़ 66 लाख रुपए आंकी गई है। कार्रवाई के दौरान भोपाल से आए ऑयल कंपनी की तीन सदस्यीय टीम भी पुलिस अधिकारियों के साथ मौजूद रही।

एसपी प्रशांत खरे ने बताया कि कंपनी के कर्मचारियों द्वारा शिकायत की गई थी। जिस पर जतारा एसडीओपी योगेंद्र सिंह भदौरिया ने पुलिस टीम के साथ सबसे पहले चकरा स्थित राजेश नामदेव के घर छापा मारा। जहां से बड़ी मात्रा में ड्रम और कैस्ट्रॉल कंपनी का नकली इंजन ऑयल जब्त किया। इस जब्त सामान को कोतवाली भिजवाया गया। इसके बाद झिरकी बगिया रोड स्थित संतोषी माता मंदिर के पास स्थित पॉश कॉलोनी में छापामार कार्रवाई की गई।

जहां ओम अग्रवाल घर में इंजन ऑयल का गोदाम बनाए रखे हुए थे। तुरंत ही एएसपी एमएल चौरसिया, कोतवाली टीआई आरपी चौधरी और देहात थाना प्रभारी नसीर फारूकी पुलिस बल के साथ फैक्ट्री मालिक ओम अग्रवाल के घर पहुंचे। जहां से पुलिस ने 124 कार्टून जब्त किए। इसके साथ ही शहर में और भी इंजन ऑयल के गोदाम बने होने की जानकारी पुलिस को लगी। अलग-अलग स्थानों से दिन भर माल जब्त होने की कार्रवाई चलती रही।

भारी मात्रा में माल जब्त

दिल्ली आगरा और ग्वालियर से जले ऑयल का मंगवाते थे ड्रम, तैयार करके सात जिलों में करते थे सप्लाई
पूछताछ में कारोबारियों ने बताया कि दिल्ली, आगरा और ग्वालियर से जला ऑयल मंगवाया जाता था। इसके बाद गोदामों पर कैमिकल मिलाकर तैयार करते थे। फिर पैकिग कर टीकमगढ़ सहित दमोह, जबलपुर, सागर, छतरपुर, ललितपुर और रीवा में सप्लाई करते थे। यह काम पिछले 10 वर्षों से करते आ रहे हैं।

कंपनी के अमित जग्गी की शिकायत पर ट्रेड मार्क एक्ट सहित अन्य धाराओं में राजेश नामदेव निवासी चकरा रोड डुमरऊ, ओम अग्रवाल, रानू उर्फ रूपेश अग्रवाल निवासी संतोषी माता मंदिर के पास पर मामला दर्ज किया गया। इसके पास से पेपर भी जब्त किए गए। आगे भी और जांच की जाएगी। -प्रशांत खरे, एसपी

एक आरोपी बनाए हुए था पांच गोदाम
एसपी प्रशांत खरे ने बताया कि ओम अग्रवाल पांच गोदाम बनाए हुए था। वहीं राजेश नामदेव अपने घर पर गोदाम बनाकर काम करता था। जिनके कब्जे से ऑयल से भरे 26 ड्रम, 71 खाली ड्रम, नकली ऑयल से तैयार डिब्बे 26 सौ, खाली डिब्बे 15 हजार 502, बड़े स्टीकर 19 हजार 5 सौ, छोटे स्टीकर 15 हजार, कैप 6600, कटिंग मशीन तीन, खाली बाल्टी 25 लीटर की 100, 20 लीटर की 140, 10 लीटर की 250, पांच लीटर की 326, कुप्पी 735, आयरन प्रेस, पंपिंग मशीन, काफी मात्रा में मिलाने वाला कैमिकल भी जब्त किया गया।

ऐसे बनाते थे इंजन ऑयल
जब वाहन मालिक सर्विसिंग कराने जाते तो, वाहन से निकलने वाले जले ऑयल को दुकानदार या एजेंसी संचालक खुद रख लेते। फिर वहीं ऑयल बड़ी मात्रा में एकत्रित करके नकली ऑयल बनाने वाले फैक्ट्री संचालक को बेच देते हैं। इसके अलावा महानगरों से भी ऑयल मंगवाते थे।

फैक्ट्री के कर्मचारी जले ऑयल को रिफाइन कर लेते थे। जिसमें वे कैमिकल मिलाकर उसे नए डिब्बे में भरकर कैप लगाकर पैक कर देते हैं और मार्केट में सप्लाई करते हैं।
रिफाइन ऑयल को केस्ट्रॉल के अलावा हीरो और रेसर कंपनी के इंजन ऑयल के डिब्बे में भी भरा जाता था। इन डिब्बों पर नकली रैपर भी चिपकाते हैं, जो पूरे जिले सहित अन्य जगहों में भी सप्लाई होता था।

नारगुड़ा दरवाजा स्थित पांच गोदामों से जब्त किया माल
नारगुड़ा दरवाजा स्थित अलग-अलग स्थानों पर इंजन ऑयल के गोदाम बने हुए थे। यहां पर पुलिस टीम फिर से कार्रवाई करने पहुंची। दुकान और घर में ताला डला हुआ था। चाबी नहीं मिलने पर पुलिस ने दुकानों के ताले तोड़े। जिसके अंदर डिब्बे पैकिंग करने का सामान मिला। इसके अलावा दो घरों और तीन दुकानों में भी गोदाम बनाकर डिब्बे पैक करने की जानकारी लगी, तो पुलिस ने तत्काल ही उन मकानों के ताले तोड़कर अंदर तलाशी ली।

जहां से बड़ी मात्रा में सामान जब्त किया। कार्रवाई के दौरान एसपी प्रशांत खरे ने नारगुड़ा दरवाजा पहुंचकर गोदामों का निरीक्षण किया। जहां पर बड़ी मात्रा में पैक करने का सामान मिला। गोदाम में खाली ऑयल के डिब्बे, कंपनी के नाम के रैपर, कटर, छन्नी आैर डिब्बे पैक करने वाले कैप को भी जब्त किया। इन स्थानों से करीब 80 कार्टून जब्त किए।

कंपनी के जांच अधिकारी ने की थी शिकायत, रात में आईजी ने बैठक कर कार्रवाई के लिए किया था तलब
गुरुवार को देर रात सागर आईजी अनिल शर्मा टीकमगढ़ जिले के दौरे पर थे। रात में उन्होंने बैठक लेकर नकली इंजन ऑयल पर कार्रवाई करने आदेशित किया। अल सुबह से ही भोपाल से कंपनी के ऑयल जांच अधिकारी अमित जग्गी अपने साथियों के साथ टीकमगढ़ पहुंचे। जिस पर टीम गठित कर शुक्रवार सुबह से पुलिस अधिकारियों ने इंजन ऑयल के गोरखधंधे पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करनी शुरू कर दी। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने राजेश नामदेव, आेम अग्रवाल और रानू अग्रवाल को उनके कर्मचारियों के साथ गिरफ्तार किया है।



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आईजी के निर्देशन में कंपनी की शिकायत पर शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की गई।


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