इंदौर का किराया 160 रुपए, बस वाले 200 ले रहे, जबकि सरकार ने किराया बढ़ाया ही नहीं

सरकार ने बसें चलाने की अनुमति दी, बस संचालकों को राहत
देते हुए साढ़े 5 महीने का परमिट टैक्स माफ किया, बाकी टैक्स जमा करने की छूट बढ़ाई। इसके बाद जिले में कुछ बसों का संचालन शुरू हुआ। बस वालों की
मांग थी कि किराया बढ़ाया जाए। सरकार ने औपचारिक तौर पर अभी किराया बढ़ाने का निर्णय नहीं लिया, लेकिन जो बसें चल रही हैं, उनमें बढ़ा हुआ किराया वसूला जा रहा है। वो भी तय किराए से 25 से 35 प्रतिशत तक।
इंदौर का किराया 160 रुपए लॉकडाउन के पहले लगता था। अब 200 रुपए लिए जा रहे हैं। यात्रियों को न टिकट दिया जा रहा है, न बसों में सैनिटाइजर है न यात्रियों को मास्क लगाने को कहा जा रहा है।

जांच कर कार्रवाई करेंगे
जिला परिवहन अधिकारी राजेश गुप्ता के अनुसार परमिट शर्तों के अनुसार बस वाले तय किराए से न कम वसूल सकते हैं, न ज्यादा। उन्हें यात्रियों को टिकट भी देना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर वो नियम तोड़ेंगे और परमिट निरस्त किया जा सकता है। रूट पर कौन सी बस चलेगी, उसका समय क्या होगा, ये भी परमिट में लिखा जाता है। इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे।

ये कर सकते हैं यात्री
सबसे पहले बस में किराया सूची देखें। ये लगाना जरूरी है। इस हिसाब से ही किराया दें। यात्रा का टिकिट जरूर मांगें। ये आपका अधिकार है। दुर्घटना की स्थिति में बीमा आदि के लिए भी ये काम आता है। अगर बस वाले ज्यादा किराए के लिए बाध्य करे तो इसकी शिकायत परिवहन विभाग से टोल फ्री नंबर 0751-2971008, 2970363, 2970963 पर शिकायत करें।

इतना ज्यादा ले रहे किराया
रूट- दूरी तय किराया अभी ले रहे

झाबुआ से राणापुर 19 किमी 20.30 रु.- 30 रु.
झाबुआ से मेघनगर 16 किमी 17 रु.- 30 रु.
झाबुआ से पारा 16 किमी 17 रु.- 30 रु.
झाबुआ से पिटोल 16 किमी 17 रु.- 30 रु.
थांदला से राणापुर 50 किमी 49.75 रु.- 80 रु.
मेघनगर से राणापुर 35 किमी 35.50 रु.- 60 रु.
झाबुआ से थांदला 32 किमी 33 रु.- 50 रु.

लेकिन यहां नियम टूट रहा है
{राणापुर निवासी रिटायर कर्मचारी परिवार के 2 सदस्यों के साथ राणापुर से मेघनगर जाने के लिए बस में बैठे। लॉकडाउन के पहले 50 रुपए हर टिकट का किराया था, अब उनसे 80 रुपए लिए गए। कुल 240 रुपए किराया लगा।
{ इंदौर से एक कंपनी के कर्मचारी झाबुआ दौरे पर आए। इंदौर से राजगढ़ तक की बस मिली। किराया उनसे 150 रु. लिया, जबकि 100 रु. लिया जाना था।
जबकि 2018 में बढ़ा था किराया
बस किराया साल 2018 में 8 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ा था। तय किया गया कि शुरुआती 5 किलोमीटर के 7 रुपए और इसके बाद प्रति किलोमीटर 95 पैसे किराया लिया जाएगा। बस संचालकों का कहना है कि लगातार डीजल के दाम बढ़ गए। ऐसे में नुकसान हो रहा है। किराया निर्धारण के पहले ज्यादा वसूली जायज नहीं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
The fare of Indore is Rs 160, the bus is taking 200, while the government has not increased the fare


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3kcAHby

Share this

Artikel Terkait

0 Comment to "इंदौर का किराया 160 रुपए, बस वाले 200 ले रहे, जबकि सरकार ने किराया बढ़ाया ही नहीं"

Post a Comment