अफसरों ने काेराेना का इलाज कर रहे प्राइवेट अस्पतालों काे दी 40% ज्यादा पैसा लेने की छूट

कोरोना संक्रमित लोगों से प्राइवेट अस्पतालों में मनमाने चार्ज वसूले जाने की शिकायतों को देखते हुए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने ग्वालियर में रेट लिस्ट जारी कर दी है। इंदौर की तर्ज पर जारी इस लिस्ट में अफसरों ने खुद की तरफ से अब तक लिए जा रहे चार्ज और सुविधाओं को लेकर कोई होमवर्क नहीं किया।

बस, इंदौर की रेट लिस्ट को ही कॉपी कर दिया गया है। इतना ही नहीं, प्राइवेट अस्पतालों द्वारा अब तक रूम चार्ज व बेड चार्ज के तौर पर ली जाने वाली राशि का भी पता नहीं किया गया। फिर भी इस राशि में 40 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करने के लिए हरी झंडी दे दी है। जिससे मरीजों पर इलाज के दौरान खर्च का लोड पहले की अपेक्षा बढ़ेगा। ये रेट लिस्ट मंगलवार रात से लागू कर दी गई है और इसका उल्लंघन करने वाले अस्पताल प्रबंधन पर धारा 187, 188, 269, 270, 271 व डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत केस दर्ज कराया जाएगा।

ज्यादा फीस या पैसा लें तो कलेक्टर या सीएमएचओ दफ्तर में करें शिकायत
मामले में सीएमएचओ प्रभारी डाॅ. बिंदु सिंघल का कहना है कि अस्पतालों से पुरानी रेट लिस्ट मांगी गई थी जो कि उपलब्ध नहीं कराई गई, लेकिन अब विभाग की रेट लिस्ट से हटकर यदि किसी ने ज्यादा वसूली की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई भी व्यक्ति इसकी शिकायत कलेक्टर कार्यालय या फिर सीएमएचओ कार्यालय में सीधे कर सकता है।

डॉक्टर की पीपीई किट के बदले में मरीज को रोज चुकाने होंगे 1500 रुपए
1. बेड चार्ज:
फरवरी में जो चार्ज लिया जा रहा था, उसमें 40% तक की बढ़ोत्तरी करके चार्ज लिया जा सकेगा। ये व्यवस्था सामान्य वार्ड, स्पेशल वार्ड सभी के बेड पर लागू रहेगी। मतलब साफ है कि जिस कैटेगरी में बेड के पहले 3 हजार रुपए प्रतिदिन लिए जा रहे थे, अब उसके 4200 रुपए लिए जा सकेंगे।
2. पीपीई किट: अस्पताल या होटलों में बने कोविड सेंटरों में गेट से लेकर रुम तक ड्यूटी करने वाले लोगों को पीपीई किट उपयोग के लिए प्रत्येक मरीज से 1500 रुपए रोजाना लिए जाएंगे।
3. फूड और डिस्पोजेबल: फूड और बेडशीट, तकिया कवर, गाउन, डेंटल किट थर्मामीटर व साफ-सफाई के लिए मरीजों से 750 रुपए अधिकतम रोजाना लिए जा सकेंगे।
4. ऑक्सीजन: एक दिन में सामान्य ऑक्सीजन पर 1500 रुपए और हाईफ्लो ऑक्सीजन एनएफएनसी की स्थिति में 2500 रुपए रोजाना अधिकतम लिए जा सकेंगे। यदि मरीज को कुछ ही घंटे ऑक्सीजन दी जाती है तो घंटे के हिसाब से ही चार्ज लिया जाएगा।
5. कंसल्टेंट फीस: कोविड मरीज की बीमारी को लेकर यदि डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श किया जाता है तो 800 रुपए डॉक्टर और 1500 रुपए विशेषज्ञ का चार्ज रोज लिया जा सकेगा।
6. बायोमेडिकल वेस्ट: अस्पताल या कोविड सेंटर से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट के निष्पादन का कोई चार्ज मरीज से नहीं लिया जा सकेगा। ये राशि अस्पताल प्रबंधन खर्च करेगा।
7. दवा/टेस्ट व अन्य: पैथोलॉजी लैब टेस्ट के जो रेट 29 फरवरी 2020 के वक्त थे वही लिए जा सकेंगे। दवाइयों के दाम, जो प्रचलन में हों। साथ ही दूसरे शुल्क भारत आयुष्मान योजना के तहत प्रभावशील रहेंगे। साथ ही प्रत्येक मरीज को डिस्चार्ज के वक्त जांच और दवाइयों के कैशमेमो देना अनिवार्य होगा।



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पीपीई किट की फाइल तस्वीर


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