चार साल बाद शहर के हृदय घंटाघर की धड़कन ‘घड़ियां’ शुरू

शहर के हृदय स्थल घंटाघर की धड़कन “घड़ियां” चार साल बाद मंगवार फिर से शुरू हुई। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में शहर को सुंदर बनाने के लिए घंटाघर का रंगरोगन कर निगम ने इसमें घड़ियां लगवाई हैं। इंदौर के कलाकार भोजराज राठौर ने ग्लास फाइबर से 6 बाय साढ़े छह फीट की आकर्षक फ्रेम बनाकर इसमें तीन फीट व्यास वाली चार घड़ियां लगाई। सुंदरता बढ़ाने के लिए घड़ियों के अंदर और बाहर चारों ओर आकर्षक लाइट लगाए जा रहे हैं। ताकि रात के समय भी यहां से निकल रहे लोगों को घंटाघर से सही समय की जानकारी मिल सकें। इन घड़ियों के चालू होने के साथ ही शहर का वास्तु भी सुधर गया।
वर्ष 2013 में जैन संत प्रणाम सागर महाराज ने यहां से निकलते समय बंद घड़ियों को देखकर तत्कालीन महापौर भावना शाह से कहा था कि जिस तरह हृदय पूरे शरीर को संचालित करता है, उसे पुष्ट व तंदरुस्त रखता है, उसी तरह शहर के बीच घंटाघर की बंद घड़ी, हृदय को बंद करने के समान है। इसलिए इन्हें चालू किया जाए। इसके बाद तत्कालीन महापौर ने प्राथमिकता से घंटाघर में 84 हजार रुपए लागत से चार घड़ियां लगवा दी थी लेकिन आंधी-बारिश में वर्ष 2017 में ये घड़ियां बंद हो गई थी। फरवरी 2020 में प्रणाम सागर महाराज के मंगल आगमन से पहले समाज सेवी सुनील जैन कऔर साेमनाथ काले ने फिर से घड़ियों को चालू कराए जाने की मांग की थी। मंगलवार यहां घड़ियां लगाई जाने के साथ ही शहर का वास्तु भी सुधर गया। अब शहर में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए घंटाघर आकर्षण का केंद्र रहेगा।
^चारों घड़ियां एक लाख रुपए लागत से पांच साल के मेंटनेंस सहित लगवाई हैं।
-हिमांशु भट्ट, आयुक्त नगर निगम
मौके पर पहुंचे आयुक्त, बोले- पेड़-पौधों की भी करें सजावट
मंगलवार दोपहर निगमायुक्त हिमांशु भट्ट ने घंटाघर पहुंचकर लगाई जा रही घड़ियों को देखा। इस दौरान उन्होंने उपयंत्री राधेश्याम उपाध्याय से कहा कि रात्रि में घंटाघर जगमगाए इसके लिए लाइट लगवाने का काम भी जल्दी कराए। यहां उद्यान में लगे पेड़-पौधों की भी व्यवस्थित ढंग से सजावट कराई जाए। इस अवसर पर सहायक यंत्री एचआर पांडे, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी शाहीन खान सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
यह हुआ अब तक
मुनि श्री प्रणाम सागर महाराज के सुझाव के बाद निगम ने पहली घड़ी 19 मई 2013 को परीक्षण के उद्देश्य से लगाई थीं। इसके बाद 9 अक्टूबर 2014 को तीन घड़ियां लगाई थीं। 2017 में तेज बारिश और आंधी से ये घड़ियां फिर बंद हो गई थी। 20 फरवरी 2020 को प्रणाम सागर महाराज का फिर से शहर में मंगल आगमन हुआ।तो एक बार फिर से शहर का वास्तु सुधारने के लिए घंटाघर पर घड़ियां लगाए जाने के प्रयास निगम ने शुरू किए।
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