टेंडर होने के सालभर बाद भी नहीं बनी सड़कें पार्किंग भी रोड पर, नतीजा: रोज ट्रैफिक जाम

शहर की सड़कों पर लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात नहीं मिल पा रही है। इसके पीछे मुख्य वजह शहर की प्रमुख सड़कों पर अस्थायी व स्थायी अतिक्रमण है। वहींं पार्किंग की व्यवस्था न होना भी बड़ा कारण है। नगरपालिका, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग एक साथ एकजुट होकर कार्य करे तो लोगों को इस बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है। शहर की लाइफ लाइन रोड मानी जाने वाली जय स्तंभ से लेकर तिल्ली चौक तक की सड़क पर दिन के समय चार पहिया वाहन लेकर गुजरना मुश्किल होता है। शहर के बम-बम आश्रम से जेल चौराहे तक रोजाना जाम रहता है। इसी तरह अकल चबूतरा से बड़ चौक तक चार पहिया वाहन निकलना मुश्किल है। यहीं हालात बैंक आॅफ इंडिया से कोतवाली रोड तक जाम लगा रहता है। इन सड़कों पर लोगों को पग-पग पर ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। जबकि जिम्मेदार नगरपालिका, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
शहर की खराब सड़कों को सुधारने के लिए नपा ने सालभर पहले दो भाग में टेंडर निकाले थे। एक खिलचीपुर नाके से जय स्तंभ चौराहे तक सड़क बनाना था। वहीं दूसरी सड़क जय स्तंभ से मुख्य बाजार में बनाई जानी थी, इसके लिए अलग-अलग भाग में दो करोड़ से अधिक रुपए की लागत से सड़कें बननी थी, लेकिन सालभर बीत जाने के बाद भी इन सड़कों का काम पूरा नहीं हो सका। इसको लेकर पिछले सप्ताह शहर की पूर्व परिषद ने कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से शिकायत भी की थी।

तीन बड़ेे कारण जिनसे बिगड़ रही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था

सड़कों पर अतिक्रमण: मुख्य बाजार, सब्जी बाजार, जेल रोड, कोतवाली रोड आदि में दुकानदारों द्वारा सड़क पर सामान रख लिया जाता है, जिससे सड़कें सिकुड़ जाती है। वहीं ठेले वालों के कारण भी समस्या है। वहीं लोग सड़क किनारे दुकानें लगाकर भी बैठ जाते है। इसके चलते ज्यादा समस्या बनी हुई है।

खुदी सड़कें: शहर की अधिकांश सड़कें खुदी पड़ी है। जहां आए दिन जाम से लोग परेशान होते रहे, क्योंकि जर्जर सड़कों से लोग वाहन बचकर चलाते है। ऐसे में सामने से वाहन आने से जाम लग जाता है और फिर लोग परेशान होते हंै। इसके साथ ही जर्जर सड़क पर आए दिन हादसे भी हो रहे है। नपा ने मुख्य सड़क की रिपेयरिंग का सालभर पहले टेंटर भी निकाला था, आज तक बनाया नहीं जा सका।

ऑटो बने मुसीबत: शहर में 350 से ज्यादा ऑटो और रिक्शा हैं। जो जहां तहां खड़े हो जाते हैं। इसके साथ ही टैक्सी वाहन भी बस स्टैड व गैस कार्यालय के आसपास खड़े रहते है। इसके चलते यहां निकलना मुश्किल रहता है।

हमने मुनादी कराई है
^सड़कों पर दुकानदारों द्वारा किए जाने वाले अस्थायी अतिक्रमण पर लगातार कार्रवाई की जाती है। ठेला वालों को भी मुनादी कराकर समझाया है। ताकि अतिक्रमण की कार्रवाई की जा सके।
– पवन अवस्थी, सीएमओ, नगर पालिका राजगढ़।
नपा सीएमओ से कहा है खराब सड़कें सुधारेंं
^शहर की व्यवस्था सुधारना मेरी प्राथमिकता में है। मैंंने सीएमओ से कहा है खराब सड़कें सुधारेंं और जल्दी ही सड़क निर्माण कार्य शुरू करे, इसके लिए शासन स्तर पर भी बात की जाएगी।
–नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर राजगढ़।
^शहर की सड़कें खुदी होने से वाहन तेज गति में नहीं चल पाते हैं। दूसरा बैंकों में पार्किंग नहीं है, इस कारण भी ट्रैफिक जाम हो रहा है। दुकानों के बाहर सामान हटवाने के लिए नगर पालिका की टीम को साथ लेते हैं।
– योगेंद्र मरावी, यातायात प्रभारी।

दुकानदार सड़कों पर रखते हैं सामान
^दिन मेेंं सड़कों पर दुकानदारों द्वारा सामान रख लिए जाने और हाथठेला वालों के खड़े होने के कारण सड़कें सिकुड़ जाती है, जिससे लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। –ज्योतिप्रकाश वाजपेयी, शिक्षक।

नपा और पुलिस करे कार्रवाई
^शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए नगरपालिका, ट्रैफिक पुलिस को संयुक्त रूप से कार्रवाई करना होगी। तब सड़कें अतिक्रमण मुक्त होंगी। – गोविंद सरावत, छात्र।​​​​​​​






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Roads not built even after year of tendering, parking too on road, result: daily traffic jam


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