क्वारेंटाइन सेंटर से निकलकर लाेग मांग रहे रुपए और शराब, गांव में आकर कर रहे हंगामा

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दूसरे राज्य और नगर से गांव में पहुंचे लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में रोका जा रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर में रुके लोगों के लिए उनके ही घरों से भोजन पहुंच रहा है। इसके बाद भी क्वारेंटाइन सेंटर में रुके लोग शराब, रुपयों सहित अन्य सुविधाओं की डिमांड कर रहे हैं। डिमांड पूरी नहीं होने पर रात के समय गांव में पहुंचकर उपद्रव मचा रहे हैं। जिससे ग्रामीण परेशान हो गए हैं।
गुरुवार रात ग्राम बुआलखापा के क्वारेंटाइन सेंटर में रुके कुछ लोगों ने गांव में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाया। कोरोना वायरस के डर से ग्रामीण इनके पास पहुंचने से भी डर रहे थे। ग्रामीण नान्हू गोहिते, गणेश शिवहरे, नरेंद्र शिवहरे, पन्नूलाल कुमरे, आनंदराव ढोले आदि ने बताया बाहर से आने वाले लोगों के लिए गांव के स्कूल को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया है। जिसमें 16 लोगों को रोका है। इनमें से कुछ लोग रोजाना रात में क्वारेंटाइन सेंटर से निकलकर गांव में हंगामा मचा रहे हैं। गुरुवार रात को भी हंगामा मचा रहे थे। ग्रामीणों ने समझाइश दी, लेकिन इसका असर नहीं हुआ। जिसके बाद डायल 100 को सूचना देकर बुलाया। डायल 100 के पहुंचने के बाद सभी क्वारेंटाइन सेंटर पहुंच गए।
शराब सहित अन्य सामान के लिए मांगे रुपए
हंगामा मचाने वालों का कहना है सरकार ने उनकी व्यवस्था के लिए 30 हजार रुपए की राशि पंचायत को भेजी है। इस राशि से उन्हें शराब, राशन सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इसी प्रकार ग्राम डिवटिया में भी क्वारेंटाइन सेंटर में रुके लोगों ने पंखा (सीलिंग फेन) सहित अन्य सामग्री के लिए हंगामा मचाया। ग्राम पंचायत के सचिव को खरीखोटी सुनाई। क्वारेंटाइन सेंटर से निकलकर गांव में पहुंच गए। ऐसे में ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। सूचना पर मलेरिया निरीक्षक दिवाकर किनकर सहित अन्य कर्मचारी गांव पहुंचे। सभी की स्क्रीनिंग कर समझाइश दी।
स्क्रीनिंग करने के साथ संदिग्धों के भेज रहे सैंपल
गांव में बाहर से आए लोगों पर स्वास्थ्य विभाग नजर रख रहा है। गांव में बाहर से आए लोगों की सूचना मिलते ही उनकी स्क्रीनिंग करने टीम पहुंच रही है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने साईंखेड़ा, उमनपेठ सहित अन्य गांवों में बाहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग की। मलेरिया निरीक्षक दिवाकर किनकर ने बताया स्क्रीनिंग के बाद सभी को क्वारेंटाइन सेंटर में रोका। बीएमओ डॉ. उदय तोमर ने बताया बाहर से आए लोगों को सर्दी-खांसी, बुखार आने पर सैंपल लेकर जांच के लिए भेज रहे हैं। अब तक 28 लोगों के सैंपल भेजे हैं। जिसमें से 27 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। एक की रिपोर्ट आना शेष है। प्रभातपट्टन के प्रभारी बीएमओ डॉ. पल्लव अमृतफले ने बताया प्रभातपट्टन ब्लॉक से अब तक 9 लोगों के सैंपल भेजे थे। जिसमें से 5 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 2 सैंपल बुधवार काे और 2 सैंपल शुक्रवार को भेजे हैं। कुल 4 की रिपोर्ट आना शेष है।
गांव में घूमने वालों को समझाइश देने पहुंचे एसडीएम
रोजगार करने दूसरे राज्य और शहरों में गए लोग वापस अपने गांव आ गए हैं। इनमें से कुछ लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर पर और कुछ काे होम क्वारेंटाइन किया है। इसके बाद भी ये लोग क्वारेंटाइन में रहने की बजाय गांव में घूमने लगे हैं। जिससे ग्रामीणों में कोरोना वायरस के संक्रमण का डर समा गया है। ग्राम पारड़सिंगा में इंदौर और भोपाल से आए लोगों के गांव में घूमने की शिकायत एसडीएम सीएल चनाप को मिली। शिकायत पर एसडीएम चनाप, जनपद पंचायत सीईओ मनीष शेंडे सहित अन्य कर्मचारी गांव में पहुंचे। एसडीएम चनाप ने सभी को घरों से बाहर नहीं निकलने और होम क्वारेंटाइन का पालन करने की समझाइश दी। एसडीएम ने ग्राम पंचायत काे निर्देश दिए कि इसके बाद भी ये लाेग गांव में घूमते दिखाई दें ताे इन्हें स्कूल में बनाए क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दें।
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