भोपाल से आए अफसर का चपरासी कोरोना पॉजिटिव मिला तो बैठक में शामिल हुए बिना बैठक किए ही लाैटे
भोपाल संभाग आयुक्त कविंद्र कियावत शनिवार बैठक लेने राजगढ़ अाए। उनके साथ विभिन्न विभागाें के प्रमुखाें के साथ महिला बाल विकास भोपाल के अफसर भी आए थे, जिनके भाेपाल स्थित आफिस का एक चपरासी शनिवार को ही कोरोना पाॅजिटिव निकला। इसकी जानकारी मिलते ही वे अफसर यहां बैठक में शामिल होने से पहले ही वापस भोपाल रवाना हो गए। इधर, महिला बाल विकास अधिकारी चंद्रसेना भिड़े को जब यह जानकारी लगी तो वे तनाव में आ गईं और उन्होंने रविवार को खुद की स्क्रीनिंग करवाने की बात कही है। वहीं, भोपाल रेड जोन हाेने के कारण वहां से अफसरों के अाने कारण जिले के कई अधिकारी-कर्मचारी भी तनाव में भी रहे। सहायक संचालक राघवेंद्र भी बैठक में शामिल होने आए थे। बताया जा रहा है कि महिला बाल विकास विभाग की ज्वाइंट डायरेक्टर ने उन्हें भेजा था। अफसर राघवेंद्र जब यहां आए और बरामदे में घूम रहे थे। इसी बीच भोपाल स्थित उनके आफिस से प्यून का फोन आया। प्यून ने बताया कि वह कोरोना पाजिटिव निकला है। उससे हिस्ट्री पूछी जा रही है। प्यून ने बताया कि वह आप लोगों के नाम दे रहा है। इसकी जानकारी जब महिला बाल विकास अधिकारी चंद्रसेना भिड़े को लगी तो उन्होंेने संबंधित अधिकारी से कहा कि अब आप वापस भोपाल चले जाइए और वे बैठक में शामिल हुए बिना ही वापस लौट गए।
कलेक्टोरेट परिसर और आफिस में भी घूमे: जानकारी के मुताबिक उक्त अधिकारी कलेक्टोरेट परिसर में भी घूमे और श्रीमती भिड़े के आफिस मंे भी गये। श्रीमती भिड़े ने भास्कर को बताया कि वे इसके बाद से तनाव में है, और रविवार को खुद की स्क्रीनिंग भी करवाएंगी, जरूरत पड़ी तो खुद को होम क्वारेंटाइन भी कर सकती हैं। आयुक्त भोपाल संभाग ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि जिले में खरीफ फसल के लिए आवश्यक खाद तथा उन्नत किस्म के बीजों की व्यवस्था की जाए।
आयुक्त बोले- राजस्व अधिकारी अब अपने मूल काम पर विशेष ध्यान दें
राजस्व अधिकारियों की बैठक में आयुक्त भोपाल संभाग ने निर्देश दिए कि राजस्व अधिकारियों ने कोरोना काल में जो काम किया है वह सराहनीय है। इसके साथ-साथ अब समय है कि वह अपने मूल काम पर विशेष ध्यान दें। नामांतरण सीमांकन बटवारों के लिए अभियान चलाएं। जब भी ग्रामीण स्तर पर जाएं ना केवल राजस्व बल्कि सभी विभागों की योजनाओं का निरीक्षण करें। उन्होंने कार्यालयों की साफ-सफाई रिकॉर्ड व्यवस्थित करने राज्य की प्रथम इकाई ग्राम कोटवार को सशक्त बनाने के भी निर्देश दिए।
कमिश्नर बोले- जिले में सबसे ज्यादा पशु संख्या, दुग्ध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है
आयुक्त द्वारा पशुपालन तथा डेयरी की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि राजगढ़ जिले में सबसे ज्यादा पशु संख्या है। पशुओं की नस्ल सुधार कर दुग्ध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है और सहकारी समितियों के माध्यम से दूध का एकत्रीकरण कर दुग्ध संघ को अधिक मात्रा में दूध प्रदाय कर किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत की जा सकती है। दुग्ध संघ के सी.ई.ओ. भोपाल द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राजगढ़ जिले में वर्तमान में उन्हें 661 संस्थाओं के माध्यम से 44,000 लीटर दूध उपलब्ध हो रहा है समितियों को तत्काल भुगतान किया जा रहा है। अभी 10 मई 2020 तक का पूरा भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसान सहकारी समितियों को पर्याप्त मात्रा में दूध प्रदान करें तो वह 80 से 90,000 लीटर दूध प्रतिदिन उठा सकते हैं जिसका तत्काल भुगतान किया जाएगा। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला शिक्षा विभाग, प्रबंधक लोक सेवा, ई-गर्वनेंस,सूचना एवं प्रकाशन की भी समीक्षा की।
कमिश्नर क्षेत्र का भ्रमण कर देखेंगे कि लोगों को खाद्यान्न मिल रहा है कि नहीं
आयुक्त द्वारा खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि सभी गरीबों को समय पर खाद्यान्न उपलब्ध हो उन्होंने अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह क्षेत्र भ्रमण के दौरान देखेंगे सभी को नियमित खाद्यान्न मिल रहा है कि नहीं जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले मैं 11,500 ऐसे हितग्राहियों को भी खाद्यान्न वितरित किया गया है जिनकी पात्रता पर्ची नहीं निकल पाई थी जिले में बेघर-बेसहारा परिवारों को 600 कुंटल खाद्यान्न वितरित किया गया है।
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