रायशुमारी की बैठक में भाषण देने के लिए उलझते रहे कांग्रेस नेता, राष्ट्रीय सचिव बोले- इससे कांग्रेस का भला होने वाला नहीं

भांडेर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन के लिए रायशुमारी करने आए अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सीपी मित्तल के सामने हंगामा हाे गया। मित्तल रायशुमारी के लिए हुई बैठक में तीन घंटे तक रहे लेकिन हैरानी कि इन तीन घंटों में प्रत्याशी को लेकर चर्चा ही नहीं हो पाई। नेता और कार्यकर्ता आपस में उलझते रहे। नोंकझोंक की स्थिति भी बनी।
यहां कांग्रेस के नेता एकजुट होने के बजाए एक-दूसरे पर तंज कसते रहे। यह हाल देख आखिर में राष्ट्रीय सचिव मित्तल ने खुद माइक संभाललते हुए कहा कि प्रत्याशी कोई भी बने, लेकिन इस माहौल से कांग्रेस का तो भला नहीं होने वाला। इसके बाद भी हंगामा शांत नहीं हुआ और बगैर किसी नतीजे के बैठक समाप्त करनी पड़ी।
यहां के बारे में दतिया-सेंवढ़ा के नेता क्या जानें, भांडेर के लाेगाें काे बाेलने का माैका क्याें नहीं...
बैठक शुरू होते ही कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने कहा कि बैठक को सिर्फ राष्ट्रीय सचिव मित्तल, सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह और पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती संबोधित करेंगे। यादव के इतना कहते ही पूर्व गृहमंत्री महेन्द्र बौद्ध बिफर पड़े। उन्होंने कहा कि भांडेर के लोगों को बोलने का मौका क्यों नहीं मिलेगा। दतिया और सेंवढ़ा के लोग भांडेर को लेकर क्या जानते हैं। इतने पर ही बौद्ध के समर्थक नारेबाजी करने लगे। इस पर तय हुआ कि बैठक को बौद्ध भी संबोधित करेंगे। इसके बाद भांडेर क्षेत्र के अन्य कांग्रेस पदाधिकारी भी बोलने को लेकर हंगामा करने लगे। जिलाध्यक्ष यादव ने तीन बार लोगों को शांत रहने के लिए कहा, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। अंत में राष्ट्रीय सचिव मित्तल को ही खड़े होकर माइक अपने हाथ में लेना पड़ा।
जाे व्यक्तिगत नारे लगा रहे हैं, वाे कांग्रेस के हितैषी नहीं
राष्ट्रीय सचिव मित्तल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सर्वे हो रहा है। इसके बारे में जनता बताएगी, वही प्रत्याशी होगा। जिस प्रकार से आपके साथ विश्वास घात हुआ है, हमें उसका मुंहतोड़ जवाब देना है। जो जीतने की स्थिति में होंगे, वही प्रत्याशी बनेगा। आप व्यक्तिगत नारे लगाएंगे और कोई कांग्रेस की बात ही नहीं करेगा तो प्रत्याशी कोई भी बन जाए उससे कांग्रेस का भला होने वाला नहीं है। जो भी व्यक्तिगत नारे लगा रहा है, वो कांग्रेस का हितैषी नहीं है। इसलिए सब यहां पर कांग्रेस की बात करें।
बिना हंगामा के नहीं होती बैठक
बैठक में हंगामा कांग्रेस की पहचान बनती जा रही है। नपा चुनाव हो या फिर विधानसभा चुनाव। प्रत्याशी चयन हो या फिर सामान्य बैठक। जब भी कांग्रेस की बैठक में बाहर से पर्यवेक्षक बन कर कोई प्रदेश या केन्द्रीय संगठन का नेता आता है तो उसमें हंगामे की स्थिति बन जाती है। यह हाल विपक्ष में रहते ही नहीं बनता। जब कांग्रेस सत्ता में थी तब कांग्रेस नेताओं ने प्रभारी मंत्री डॉ गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर दिया था। हाल ही में हुई एक बैठक में जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती पर पार्टी के पैसे हड़पने का आरोप लगा दिया था।
आज जाे नाेंकझाेंक देखी है वाे पहले नहीं थी, हम कराे या मराे की स्थिति में हैं...
सेंवढ़ा के विधायक घनश्याम सिंह ने कहा कि हमारा कार्यकर्ता इस बात को जनता के दिमाग में पहुंचाए कि कांग्रेस पार्टी के साथ गद्दारी, विश्वास घात हुआ है। कांग्रेस सरकार की सवा साल की जो उपलब्धियां रहीं उन्हें जनता के बीच लेकर जाना है। जो सौदेबाजी हुई वह भी बताना है। मप्र में भाजपा की सरकार 15 साल रही लेकिन इस बार जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया था। लेकिन लेन देन करके सरकार गिरा दी। हमें काम का मौका ही नहीं दिया गया। आज आपने नोंक झोंक तनातनी देखी होगी लेकिन पहले कमलेश जी आए थे तब कार्यकर्ताओं ने कहा था कि हम एकजुट हैं। हमें करो या मरो की स्थिति में चुनाव लड़ना है।
जिपं अध्यक्ष बनने के समय भाजपा वाले हमारे यहां पड़े रहे लेकिन हम भाजपा में नहीं गए...
पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध ने कहा कि कांग्रेस में आज उनका स्वागत है जो भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहता है। चाहे वो बहुजन का हो, बरैया पार्टी का हो, या सपा का हो। आज इन विषम परिस्थितियों में चुनाव होने वाले हैं कि अगर किसी पार्टी का भी व्यक्ति कांग्रेस ज्वाइन करता है तो हम उसका स्वागत करते हैं। अगर गलत निर्णय ले लिया तो अबकी कांग्रेस गई तो बहुत लंबी जाएगी।
इसलिए ग्वालियर चंबल संभाग की सीटों पर बहुत ही सोच समझकर प्रत्याशी उतारने की जरूरत है। सर्वे होना अच्छी बात है। होना भी चाहिए और हर चुनाव में सर्वे होता भी है। लेकिन अकेले सर्वे के माध्यम से ही नहीं, हम लोग कहां तक अपने मुंह से अपनी बात करें। हमारी पत्नी, बिटिया जिला पंचायत की सदस्य है, अभी भी मेंबर हैं और जब जिला पंचायत के अध्यक्ष बनने की बात आई ताे सबको पता है, बीजेपी के लोग हमारे घर पर पड़े रहे थे, लेकिन हमने भाजपा ज्वाइन नहीं की। अगर सोनिया गांधी बीजेपी वाले को टिकट देंगी तो हम उसके लिए भी तैयार हैं, सारी ताकत उसे जिताने के लिए लगा देंगे।
रायशुमारी बैठक में मप्र कांग्रेस महासचिव मुरारीलाल गुप्ता, ब्लॉक अध्यक्ष भांडेर संदीप सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह यादव, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष समीर माफीदार, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विष्णु गुर्जर, भानू ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य रामकिंकर गुर्जर, नासिर वक्स मंसूरी, ठाकुर दास खेमरिया, संटे पटेल, गुड्डू यादव, राकेश सिंह सेंगर, लोकेंद्र सिंह दांगी, डॉ. टीके धर, रमेश मोलया, राधा मोहन बुधौलिया, बीके नामदेव, फूल सिंह अहिरवार, प्रभुराम जौहरे, भगवान दास पटवा, प्रभा अहिरवार, आशीष सूत्रकार, अजय यादव, महेंद्र प्रजापति, अरुण कुमार, बीके जाटव, किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष सहदेव शर्मा सहित तमाम कांग्रेस नेता शामिल रहे।
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