आरोपी सूरज गिरफ्तार; बैंक मैनेजर ने गबन के लिए ही फील्ड अफसर से बनवाया था कैशियर

आईसीआईसीआई बैंक की तीखड़ ब्रांच के प्रबंधक कुलदीप यदुवंशी के साथ किसानों के खातों से करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी कैशियर सूरजसिंह राजपूत (27) इटारसी रेल माल गाेदाम राेड से गिरफ्तार किया गया। सूरज ने गिरफ्त में आने के बाद कई खुलासे किए। वह खुद को पाक साफ बताता रहा और दोष मैनेजर पर मढ़ा। कैशियर का दावा है कि अप्रैल में ही मुख्य अाराेपी मैनेजर ने फील्ड ऑफिसर से कैशियर बनाया था। वह बीकॉम फाइनल है। बैंक मैनेजर ने ही उसकी अाईडी का दुरुपयाेग कर किसानाें के साथ ठगी की। बैंक में गबन की एफआईआर होने के बाद वह रिश्तेदारी में इधर-उधर छिपकर रह रहा था। एएसआई भोजराज बरबड़े ने बताया गिरफ्तारी के तुरंत बाद आरोपी को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। कोरोना का संक्रमण काल चलने से मेडिकल जांच में आधा दिन निकल गया। बैंक का रिकॉर्ड, डायरी जब्त करने उसे गांव ले गए।
सूरज काे गांव ढाबा कला लेकर पहुंची पुलिस
मंगलवार शाम छह बजे आरोपी बैंक कैशियर सूरज सिंह का कोर्ट से पीआर मिलने पर पुलिस उसके गांव ढाबा कला लेकर गई। पुलिस को बैंक के हिसाब की डायरी जब्त करनी है। उसकी कॉल डिटेल, बैंक के कैश का हिसाब रखने वाली डायरी और चल अचल संपत्ति की जांच होगी। बैंक के कैश की चाबी कैशियर सूरज के साइन से खुलती थी। फील्ड ऑफिसर रहते हुए भी वह बैंक की लिखा-पढ़ी करता था। पुलिस बैंक कैशियर की हैंड राइटिंग के नमूने लिए जाएंगे।
बैंक की रिपाेर्ट में खुलासा- 1.67 कराेड़ नहीं 3.80 कराेड़ का गबन
आईसीआईसीआई बैंक की तीखड़ ब्रांच में 1.67 करोड़ रुपए के गबन की एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद बैंक की जांच टीम ने तीखड़ ब्रांच का रिकार्ड जांचा। शिकायतकर्ता दूसरे किसान भी शिकायत करने पहुंचे। बैंक की जो रिपोर्ट पुलिस को मिली है, उसके अनुसार मामला 3.80 करोड़ पर जा पहुंचा है। इधर, बैंक के मुंबई मुख्यालय के प्रवक्ता ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा -बैंक में किसी भी तरह के अविवेक या धोखाधड़ी के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति है। वास्तविक दावों वाले ग्राहकों के वित्तीय हितों की रक्षा की जाएगी। उनको पूरा पैसा लौटाया जाएगा।
पुलिस ने बैंक मैनेजर की ससुराल हमीरपुर में दी दबिश, नहीं मिला
मुख्य आरोपी बैंक मैनेजर कुलदीप अभी फरार है। पथरौटा पुलिस मैनेजर की ससुराल यूपी के हमीरपुर में दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। उसके तार कानपुर से भी जुड़े हैं। केस डायरी में पता छतरपुर का है। मैनेजर ने इटारसी की वीआईपी कॉलोनी में किराए से ले मकान रखा था। आरोपी बैंक मैनेजर की तलाश में पुलिस होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, सागर, छतरपुर सहित अन्य जिलों में जा चुकी है। पुलिस ने कहा कि आरोपी बैंक मैनेजर भी जल्दी ही पकड़ा जाएगा। इधर, मामले की तह में जाने के लिए पुलिस कैशियर सूरज को रिमांड पर लेकर कैशियर से पूछताछ कर रही है।
फर्जी हस्ताक्षर वाले दस्तावेज मिलते ही जुड़ जाएगी कूटरचना की धारा
कोर्ट ने मैनेजर की जमानत अर्जी खारिज कर दी है। पथरौटा थाना प्रभारी प्रज्ञा शर्मा ने कहा - जमानत मिली तो आरोपी साक्ष्य को प्रभावित कर सकता है। मैनेजर व कैशियर के खिलाफ किसानों की शिकायत पर बैंक में गबन (आपराधिक न्यासभंग) की आईपीसी की धारा 409 और धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत एफआईआर पथरौटा थाने में दर्ज हुई है। बैंक से दस्तावेज मिलने पर इनमें खाताधारकों के फर्जी हस्ताक्षर पाए जाने पर कूटरचना की धारा भी जुड़ेगी। अतिरिक्त लोक अभियोजक बीएस भदौरिया ने कहा कि ऐसे अपराधों से जनता का बैंकिंग व्यवस्था से विश्वास उठ जाएगा।
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