शहर में मेडिकल कॉलेज, एक और साइंस व काॅमर्स कॉलेज की जरूरत मंत्री ने प्राचार्यों से कहा- अतिथि विद्वान नियुक्त करें, छात्रों का प्लेसमेंट कराएं

शहर में छात्रों की संख्या बढ़ रही हैं लिहाजा उज्जैन में एक और साइंस व कामर्स काॅलेज बनना चाहिए। ताकि छात्रों को दूसरे शहरों में नहीं जाना पड़े। यह कहना था सांसद अनिल फिरोजिया का। विधायक रामलाल मालवीय ने कहा- उज्जैन में मेडिकल काॅलेज की स्थापना कराई जाए।
इन जनप्रतिनिधियों ने बुधवार को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा ली कॉलेज प्राचार्यों की बैठक में ये मांग की। डॉ. यादव ने प्राचार्यों को निर्देश दिए कि काॅलेजों में जनभागीदारी से अधिक कार्य करवाएं। प्रोफेसरों की कमी को दूर करने अतिथि विद्वानों को नियुक्त करें। प्लेसमेंट कराएं, ताकि होनहार विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त हो सके।
नेट से अच्छी ग्रेड मिले इसके लिए प्रयास हो

  • जिन काॅलेजों में पद अतिरिक्त हैं वहां समन्वय कर अन्य में पदस्थ करने का प्रयास करें।
  • नेट में अच्छी ग्रेड मिले, इसका प्रयास किया जाए।
  • भोपाल के काॅलेज की तरह यहां के काॅलेज भी ‘ए प्लस’ श्रेणी में आएं।
  • काॅलेजों की क्या-क्या आवश्यकताएं हैं वे प्राचार्य लिखित में उच्च शिक्षा विभाग के अपर संचालक उज्जैन संभाग को उपलब्ध करवाएं।
  • अलग-अलग विधाओं के विद्यार्थियों को अलग-अलग ऐतिहासिक स्थालों का भ्रमण करवाया जाए।

जर्जर माधव काॅलेज को अन्य जगह शिफ्ट किया जाए
सांसद फिरोजिया ने कहा काॅलेजों में प्रोफेशनल कोर्स लाएं। शिक्षा की नई पद्धति को शुरू करें। कालिदास कन्या महाविद्यालय दूर होने से छात्राओं को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए उस स्थान की बजाय अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जाए। माधव काॅलेज जर्जर है उसे अन्य स्थान पर स्थानान्तरित करना चाहिए। विधायक रामलाल मालवीय ने कहा ज्यादातर काॅलेजों में अतिथि विद्वान कार्य कर रहे हैं, उन्हें नियमित किया जाए। उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोला जाए। कलेक्टर आशीष सिंह ने आश्वस्त किया कि इस संबंध में जल्द कार्रवाई करेंगे। विधायक महेश परमार ने कहा तराना कॉलेज में स्नातकोत्तर शिक्षा की कमी है, उसे दूर कराई जाए।



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