श्योपुर से रोज 45 हजार लीटर दूध ले रहा दुग्ध संघ, शहर में 55 माह से नहीं भेज रहा पैक्ड दूध

श्योपुर जिले से वर्तमान में रोज 45 हजार लीटर दूध 88 दुग्ध समितियों के माध्यम से चार चिलर प्लांट में संकलित कर ग्वालियर और कोटा सप्लाई किया जा रहा है, लेकिन श्योपुर के लिए पैक्ड दूध की सप्लाई 55 महीने से बंद है। शहर में खाेले गए सांची दुग्ध पॉर्लर के 11 में से 6 पार्लर भी बंद हो चुके हैं।

वर्तमान में शहरभर में न सांची दूध मिलता है न अमूल। सांची के पार्लर पर दूध की जगह बिस्किट चिप्स और चॉकलेट बिक रही है। सांची दुग्ध संघ का शिवपुरी में बन रहे पैकिंग प्लांट का काम मार्च में लॉकडाउन होने से बंद हो गया। पार्लर संचालक और उपभाेक्ताओं की मांग पर संघ के अधिकारियों ने अप्रैल 2020 से दूध की सप्लाई चालू करने की बात कही थी लेकिन शिवपुरी पैकिंग प्लांट तैयार नहीं हाेने से श्योपुर को पैक्ड दूध मिलने की आस फिलहाल नहीं है।

नियमानुसार दुग्ध संघ को पहले स्थानीय उपभोक्ताओं की जरूरत की पूर्ति के बाद बचा हुआ दूध बाहर भेजना चाहिए लेकिन शहर में ऐसा नहीं हो रहा है। हालांकि सांची दुग्ध संघ ने श्योपुर शहर में सितंबर 2015 में 11 पॉर्लर खाेले लेकिन इन पार्लरों को शुरुआत में सिर्फ छह महीने तक दूध सप्लाई किया।

संघ ने मई 2016 से दूध की सप्लाई बंद कर दी। नतीजा, सांची दूध के पॉर्लर बंद हो गए। अभी शहर में 200 दूध डेयरियों पर रोजाना करीब 20 हजार लीटर दूध बेचा जा रहा है जबकि 5 से 7 हजार लीटर दूध बंदी पर पशुपालक खुद घर घर बेच रहे हैं।

गाैर करने वाली बात यह है कि जिले में पैदा होने वाला अधिकतर दूध चिलर प्लांटों से सीधे दूसरे शहरों को सप्लाई हो रहा है तो इन निजी डेयरियों पर दूध कहां से आ रहा है। डेयरियों पर मिलावटी और सिंथेटिक दूध की बिक्री होने की आशंका है। आम उपभोक्ताओं को निजी डेयरियों पर बेचे जा रहे दूध की शुद्धता पर भरोसा नहीं है, लेकिन यही दूध लेने के सिवाय कोई विकल्प नहीं हैं।

प्लांट बनते ही सवाई माधाेपुर तक भेजेंगे दूध
^अभी बानमोर प्लांट से दूध पैकिंग कर सप्लाई किया जाता है। शिवपुरी में दूध की पैकिंग का प्लांट लगाया जा रहा है। यह प्लांट तैयार हाेते ही श्योपुर से लेकर सवाई माधाेपुर तक दूध की सप्लाई करने का प्लान है।
पीएल पचाैरिया, सहायक महाप्रबंधक एवं श्याेपुर जिला प्रभारी, ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघ ग्वालियर

दिव्यांग बाेला- दूध बिक्री से राेज 400 रु. की थी कमाई, अब चिप्स-बिस्किट बेच रहे
ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघ को श्योपुर शहर में सांची दूध बेचने के लिए नगर पालिका ने 11 पॉर्लर खोलने के लिए जगह दी थी। दूध की सप्लाई बंद होने की वजह से 11 में 6 पार्लर बंद हाे गए हैं। सिर्फ पांच पॉर्लर गुलंबर, रामतलाई हनुमान मंदिर, ब्लॉक कॉलोनी, पुल दरवाजा एवं नया बस स्टैड पर लगे हैं, लेकिन इन पॉर्लर पर दूध नहीं मिलता है।

पार्लर संचालक दिव्यांग साेनू गाेयल ने बताया कि 25 हजार रुपए एडवांस जमा कर सांची पार्लर सितंबर 2015 में खाेला था, तब दूध से राेज 400 रुपए कमाई हाेती थी। मई 2016 से संघ ने दूध देना बंद कर दिया। अब चिप्स, बिस्किट, नमकीन बेचकर मुश्किल से 50 रुपए बचा पाते हैं। ऐसे में परिवार का पेट पालन भी कठिन हाे रहा है।



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Milk union, receiving 45 thousand liters of milk daily from Sheopur, has not been sending packed milk to the city for 55 months


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